झारखंड: 1.20 करोड़ रुपये की दवा घोटाले में चतरा के एक्स सिविल सर्जन डॉ अमरनाथ प्रसाद अरेस्ट
चतरा पुलिस ने 1.20 करोड़ की दवा घोटाला मामले में फरार चल रहे डॉ. अमरनाथ प्रसाद को सोमवार की रात अरेस्ट कर लिया। डॉक्टर पर चतरा में सिविल सर्जन रहते दवा समेत अन्य मेडिकल उपकरण खरीद मामले में घोटाला करने का आरोप है। कोर्ट में पेशी के बाद चतरा पुलिस डॉक्टर को मंगलवार को जेल भेज दी है।
रांची। चतरा पुलिस ने 1.20 करोड़ की दवा घोटाला मामले में फरार चल रहे डॉ. अमरनाथ प्रसाद को सोमवार की रात अरेस्ट कर लिया। डॉक्टर पर चतरा में सिविल सर्जन रहते दवा समेत अन्य मेडिकल उपकरण खरीद मामले में घोटाला करने का आरोप है। कोर्ट में पेशी के बाद चतरा पुलिस डॉक्टर को मंगलवार को जेल भेज दी है।
हाईकोर्ट ने डॉक्टर की बेल पिटीशन कर दी थी। गिरफ्तारी वारंट निर्गत किया गया था। प्रशासनिक सांठगांठ के कारण इनकी गिरफ्तारी नहीं हो रही थी। डॉक्टर लगातार बालूमाथ सीएचसी में अपनी सेवा दे रहे थे।यहीं से रात में डॉक्टर को अरेस्ट किया गया। उल्लेखनीय कि चतरा में बतौर सिविलि सर्जन रहते डॉक्टर अमरनाथ के कार्यकाल में एक करोड़ 22 लाख रुपये का घोटाला हुआ था। मामले में इन्हें मुख्य आरोपी बनाया गया था। एक आरोपी और फरारी डॉक्टर कैसे इतने दिनों तक सरकारी सेवा का लाभ लेता रहा, यह जांच का विषय है। विशेषकर तब जब हाई कोर्ट जमानत याचिका खारिज कर चुका हो।
वर्ष 2010 में डॉ अमरनाथ प्रसाद ने चतरा में बतौर सिविल सर्जन योगदान दिया था।वित्तीय वर्ष 2011-12 में सदर अस्पताल में उपस्कर क्रय के लिए आवंटन आया था। इसमें एसी, जनरेटर, बेड, आला आदि उपस्कर शामिल था। इस प्रकार कुल 1.20 करोड़ रुपये की सामग्री का क्रय हुआ था। आरोप है कि तत्कालीन सिविल सर्जन ने सरकारी गाइडलाइन का अनुपालन किये बगैर सामग्रियों का क्रय किया था। बाद में यह मामला जिला स्तरीय निगरानी सह अनुश्रवण समिति की बैठक उठाया गया था। इसके आधार पर एक जांच टीम का गठन किया गया था। जांच टीम की रिपोर्ट पर उनके विरुद्ध सरकारी राशि के गबन का मामला दर्ज किया गया था। केस दर्ज होने के बाद से वह फरार थे। हाल के महीनों में उनका पदस्थापन बालूमाथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में हुआ था।