झारखंड: सत्ता के करीबी प्रेम प्रकाश से पूछताछ में ईडी को मिले ब्लैक मनी के राज, DMO ने कई डीसी-एसपी को फंसाया
भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड आइएएस अफसर पूजा सिंघल के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले में चल रही कार्रवाई के दौरान ईडी ने शुक्रवार को झारखंड के लीडर्स व ब्यरोक्रैट्स के करीबी प्रेम प्रकाश व चार जिलों के डीएमओ से पूछताछ हुई। इन अफसरों से पूछताछ में ईडी को को ब्लैक मनी के राज की जानकारी मिली है।
रांची। भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड आइएएस अफसर पूजा सिंघल के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले में चल रही कार्रवाई के दौरान ईडी ने शुक्रवार को झारखंड के लीडर्स व ब्यरोक्रैट्स के करीबी प्रेम प्रकाश व चार जिलों के डीएमओ से पूछताछ हुई। इन अफसरों से पूछताछ में ईडी को को ब्लैक मनी के राज की जानकारी मिली है।
ईडी ऑफिस में खूंटी के डीएमओ नदीम सफी, चतरा के डीएमओ गोपाल कुमार दास, पश्चिमी सिंहभूम के डीएमओ निशांत अभिषेक व सरायकेला-खरसांवा के डीएमओ सनी कुमार से पूछताछ हुई है।ईडी ने पल्स डायग्नोस्टिक को जमीन बेचने वाले विमल पांडेय उर्फ मीठू पांडेय को भी बुलाया था। उनसे जमीन संबंधित सभी कागजात लेकर ईडी ऑफिस बुलाया गया था। ईडी अफसरों ने उनसे जमीन के संबंध में ही जानकारी ली।
प्रेम प्रकाश व DMO से आमने-सामने भी पूछताछ
ईडी सोर्सेज के अनुसार शुक्रवार को सभी डीएमओ व प्रेम प्रकाश को आमने-सामने रखकर भी पूछताछ की गयी है। ईडी अफसर यह जानना चाहते थे कि ट्रांसफर पोस्टिंग व इलिगल माइनिंग तथा इलिगल ट्रांसपोर्टिंग की ब्लैक मनी कहां-कहां तक व किस माध्यम से पहुंची। इसमें प्रेम प्रकाश की कितनी भूमिका रही। डीएमओ ने कितनी राशि कब-कब पहुंचाई।
डीसी-एसपी की भूमिका भी जांचें
ईडी सोर्सेज के अनुसार कुछ डीएमओ ने पूछताछ में बताया है कि सभी डीएमओ भ्रष्ट नहीं हैं।अगर इस मामले में जांच ही करनी है तो संबंधित जिलों के डीसी व एसपी की भूमिका की भी जांच करें। बहुत से ऐसे मामले हैं, जहां सीधे तौर पर संबंधित डीसी व एसपी इलिगल तरीके से माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंग कार्य करवाते हैं। ईडी की नजर अब संबंधित जिलों के डीसी व एसपी पर भी है। इन डीसी व एसपी कभी भी पूछताछ हो सकती है।