झारखंड: एडवोकेट राजीव कुमार मामले में बिजनसमैन अमित अग्रवाल से ईडी ने की आठ घंटे तक पूछताछ
झारखंड हाईकोर्ट के एडवोकेट राजीव कुमार की कोलकाता में 50 लाख रुपये के साथ 31 जुलाई को हुई गिरफ्तारी मामले में ईडी मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही है। ईडी की टीम ने कोलकाता के साल्टलेक निवासी बिजनसमैन अमित अग्रवाल से शनिवार को पूछताछ की।
रांची। झारखंड हाईकोर्ट के एडवोकेट राजीव कुमार की कोलकाता में 50 लाख रुपये के साथ 31 जुलाई को हुई गिरफ्तारी मामले में ईडी मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही है। ईडी की टीम ने कोलकाता के साल्टलेक निवासी बिजनसमैन अमित अग्रवाल से शनिवार को पूछताछ की।
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ईडी के एयरपोर्ट रोड स्थित ऑफिस में ईडी टीम ने अमित अग्रवाल से लगभग आठ घंटे तक पूछताछ की। अमित अग्रवाल को बीते 25 अगस्त को ईडी के समक्ष हाजिर होने के लिए समन भेजा गया था, लेकिन वो ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे। ईडी फिलहाल एडवोकेट राजीव कुमार से भी रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
पैसों के स्रोत और मनी लाउंड्रिंग से जुड़े सवाल पूछे गये
बताया जाता है कि ईडी टीम ने अमित अग्रवाल से पैसों के स्रोत और मनी लाउंड्रिंग से जुड़े सवाल किये हैं। अमित अग्रवाल ने एफआइआर में आरोप लगाया था कि एडवोकेट राजीव कुमार ने शेल कंपनियों से जुड़े पीआइएल में से उनकी कंपनी का नाम हटाने के लिए 10 करोड़ रुपये मांगे थे। उन्होंने असमर्थता जतायी, तो चार करोड़ की मांग की गयी। इसके बाद एक करोड़ रुपये पर माने.।राजीव ने कहा था कि उनकी पहुंच आईटी और अन्य सेंट्रल जांच एजेंसियों तक है.
शेल कंपनी मामले में हाइकोर्ट पहुंचे थे अमित
शेल कंपनियों में निवेश से संबंधित पीआइएल में कोलकाता के बिजनसमैन अमित अग्रवाल ने हस्तक्षेप याचिका दायर की थी। इसमें कहा गया था कि शिवशंकर शर्मा की ओर से दायर पीआइएल में उन पर लगाये गये आरोप बेबुनियाद और तथ्यहीन हैं। उनका (अमित अग्रवाल) का संबंध ऑरोरा स्टूडियोज प्राइवेट लिमिटेड के साथ है। इसका रजिस्टर्ड ऑफिस धर्मतल्ला, कोलकाता के लेनिन सारणी में है। इस कंपनी में एक निदेशक हैं। यह कंपनी सिनेमा के निर्माण से जुड़ी हुई है। 23 जून को शेल कंपनियों की सुनवाई के दौरान अमित अग्रवाल की ओर से हस्तक्षेप याचिका पर सुनवाई का आग्रह किया गया था। इस पर कोर्ट ने यह कहते हुए सुनवाई से इंकार कर दिया था कि अभी किसी भी प्राइवेट पार्टी को नहीं सुना जायेगा।
जानें अमित अग्रवाल के बारे में
अमित अग्रवाल कोलकाता के सॉल्टलेक में रहते है़ं। इनकी जामताड़ा में मिहिजाम वनस्पति नामक कंपनी है। इनके खिलाफ शेल कंपनियों को लेकर आरोप लगता रहा है़। ये कोल बिजनस से भी जुड़े रहे हैं। इनके फैमिली का झारखंड से पुराना नाता है़।
अमित अग्रवाल ने ही बंगाल पुलिस की मदद से 50 लाख रुपये देकर अधिवक्ता राजीव कुमार को अरेस्ट कराया था। अमित अग्रवाल ने कोलकाता के हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में 31 जुलाई को लिखित शिकायत की थी कि उनके विरुद्ध शेल कंपनियों में नेताओं व नौकरशाहों के काले धन के निवेश से संबंधित एक जनहित याचिका मैनेज करने के नाम पर ही राजीव कुमार ने एक करोड़ रुपये की मांग की थी। बाद में उक्त जनहित याचिका से अमित अग्रवाल का नाम निकल गया था। पहली किस्त में 50 लाख रुपये देना था, जिसे लेने के लिए राजीव कुमार कोलकाता पहुंचे थे कि अमित अग्रवाल ने बंगाल पुलिस के साथ मिलकर एक जाल बिछाया और उनकी गिरफ्तारी करवाई। ईडी को यह सूचना मिली है कि अमित अग्रवाल ने ही राजीव कुमार को एक साजिश के तहत कोलकाता बुलाया और उन्हें अरेस्ट करवाया।