Jharkhand: एक्स सीएम हेमंत सोरेन की ईडी कोर्ट में पेशी, भेजे गये होटवार जेल
झारखंड के एक्स सीएम हेमंत सोरेन को गुरुवार को ईडी कोर्ट (पीएमएलए स्पेशल कोर्ट) में पेशी के बाद उन्हें बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार जेल भेज दिया गया। ईडी की टीम हेमंत को कोर्ट लेकर पहुंची थी।
- 31 जनवरी को ईडी ने किया था अरेस्ट
रांची। झारखंड के एक्स सीएम हेमंत सोरेन को गुरुवार को ईडी कोर्ट (पीएमएलए स्पेशल कोर्ट) में पेशी के बाद उन्हें बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार जेल भेज दिया गया। ईडी की टीम हेमंत को कोर्ट लेकर पहुंची थी।
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पीएमएलए कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री की न्यायिक हिरासत की अवधि 22 फरवरी तक बढ़ा दी गई है। महाधिवक्ता राजीव रंजन नेबताया कि रिमांड अवधि खत्म होनेके बाद हेमंत सोरेन को जेल भेज दिया गया है। उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनों से रिमांड पर लेकर ईडी के अफसर हेमंत से पूछताछ कर रहे थे। रांची के बड़गाईं अंचल की जमीन मामले में ईडी की टीम ने उन्हें 31 जनवरी को अरेस्ट किया था।
ED ने किया बड़ा दावा
जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी की रिमांड पर एक्स सीएम हेमंत सोरेन से 13वें दिन भी पूछताछ की। हेमंत की 13 दिनों की रिमांड पूरी होने के बाद उन्हें रांची स्थित पीएमएलए कोर्ट में प्रस्तुत किया गया। जहां से होटवार जेल भेज दिया गया। उन्हें होटवार जेल के अपर डिविजन सेल में रखा गया है।
ED ने हेमंत के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाने का किया दावा
हेमंत सोरेन से ईडी ने बरियातू की 8.5 एकड़ विवादित जमीन के बारे में पूछताछ की है। उनकी अन्य अचल संपत्तियों, ट्रांसफर-पोस्टिंग व अवैध खनन से जुड़े सवाल भी पूछे हैं। पूर्व में अन्य आरोपितों से पूछताछ में आए तथ्यों के आधार पर भी हेमंत सोरेन से पूछताछ की गई है। ईडी ने हाल ही में कोर्ट में दिए अपने आवेदन में बताया है कि वे पूछताछ में ईडी को सहयोग नहीं कर रहे हैं। ईडी ने उनके विरुद्ध पर्याप्त सबूत जुटाने का दावा किया है।
इधर, सदर थाने में दर्ज केस में बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद को भी रिमांड पर लेकर ईडी पूछताछ कर रही है। अभी भानु प्रताप प्रसाद की रिमांड अवधि बची है और उनसे पूछताछ जारी है। ईडी ने भानु से सभी विवादित जमीन का सत्यापन कराया है, जिससे संबंधित दस्तावेज भानु के आवास से मिले थे। ईडी ने भानु प्रताप प्रसाद से बरियातू की 8.5 एकड़ जमीन का भी भौतिक सत्यापन कराया है।
आर्किटेक्ट विनोद सिंह को ईडी का समन
हेमंत सोरेन के करीबी आर्किटेक्ट विनोद सिंह को भी ईडी ने समन किया है। उन्हें 15 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी के मुताबिक, विनोद सिंह से उनके व हेमंत सोरेन के बीच हुए वॉट्सएप चैट का पूरा ब्योरा मिला था, जिसमें बरियातू की उक्त 8.5 एकड़ जमीन पर बैंक्वेट हाल बनाने का मैप तो मिला ही था।अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग व प्रतियोगी परीक्षाओं के परीक्षार्थियों के लिए अनुशंसाएं व आग्रह भी था। ईडी ने विनोद सिंह के ठिकानों पर दो बार रेड कर ली है। उनके ठिकाने से पूर्व की रेड में 25 लाख रुपये कैश मिले थे।
भानु व विनोद सिंह बन सकते हैं सरकारी गवाह
बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद व आर्किटेक्ट विनोद सिंह सरकारी गवाह बन सकते हैं। जमीन घोटाला प्रकरण में दोनों से ही ईडी को छानबीन में बहुत सहयोग मिला है। बताया जा रहा है कि इनसे मिले इनपुट के आधार पर ईडी को अनुसंधान में बहुत तथ्य मिले हैं, जो केस को मजबूती देंगे। छानबीन जारी है।
और तीन कारोबारियों से जुड़ा हेमंत सोरेन का कनेक्शन
रांची में जमीन के तीन बड़े कारोबारियों कोकर के अयोध्यापुरी निवासी रमेश गोप, रातू रोड निवासी आर्किटेक्ट सह जमीन कारोबारी विनोद सिंह व अन्य हिलेरियस कच्छप के ठिकानों पर मंगलवार को ईडी ने रेड की थी। दिनभर चली रेड में इनके ठिकाने से जमीन की खरीद-बिक्री से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। बताया जा रहा है कि ईडी को कुछ जगहों से प्रतिबंधित जमीन की खरीद-बिक्री से संबंधित कागजात भी मिले हैं। सभी दस्तावेजों की ईडी जांच करेगी।जरूरत पड़ने पर तीनों ही आरोपितों को बारी-बारी से बुलाकर ईडी उनका बयान भी दर्ज करेगी। रांची में जमीन घोटाला प्रकरण में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी लगातार जमीन से जुड़े कारोबारियों, अंचल के कर्मियों व अधिकारियों तक का बयान ले रही है।
वर्तमान में ईडी की जांच के केंद्र में बड़गाईं अंचल ही है, जिसके माध्यम से हुए फर्जीवाड़ा का खुलासा हो चुका है। इस अंचल का पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका है और वर्तमान में ईडी की रिमांड पर है।ईडी की टीम ने बड़गाईं अंचल का तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद से भी बड़गाईं अंचल की विवादित जमीन का ब्यौरा लिया है। ईडी ने अलग-अलग दिनों में आर्किटेक्ट विनोद सिंह, एक्स सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू को भी अपने ऑफिस में बुलाया था। हाल के दिनों में हुई छानबीन के क्रम में ही रमेश गोप, विनोद सिंह व हिलेरियस कच्छप का नाम सामने आया था, जिसके बाद ईडी ने उनके आवास पर छापा मारा है। जमीन घोटाले में जांच का दायरा लगातार आगे बढ़ रहा है।
हिलेरियस पर विवादित 8.5 एकड़ जमीन की बाउंड्रीवाल कराने का आरोप
बड़गाईं अंचल के बरियातू में जिस 8.5 एकड़ विवादित जमीन को मामले में एक्स सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी हुई है, उसकी बाउंड्रीवाल कराने का आरोप हिलेरियस कच्छप पर है। हिलेरियस कच्छप बरियातू में ही डीएवी बरियातू के पीछे रहते हैं। पिछले कुछ दिनों से चल रही ईडी की छानबीन, जमीन व कागजात के भौतिक सत्यापन के दौरान ही हिलेरियस कच्छप का नाम सामने आया था। इसके बाद ईडी ने मंगलवार को उसके ठिकाने पर रेड की।
विनोद सिंह के ठिकानों पर दूसरी बार रेड
आर्किटेक्ट विनोद सिंह के ठिकानों पर यह दूसरी बार है जब ईडी ने रेड की है। इससे पहले की रेड में विनोद सिंह के ठिकानों से 25 लाख रुपये नकदी मिले थे। ईडी ने विनोद सिंह के रोस्पा टावर स्थित प्रतिष्ठान में भी रेड की थी। इसके बाद कई दिनों तक विनोद सिंह से ईडी की पूछताछ भी हो चुकी है।
31 जनवरी को अरेस्ट हुए थे हेमंत सोरेन
ईडी की टीम ने 31 जनवरी 2024 को लंबी पूछताछ के बाद झारखंड के तत्कालीन सीएम व झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को अरेस्ट कर लिया था। जमीन घोटाले से जुड़े मनी लाउंड्रिंग मामले में वह आरोपी हैं। इस मामले में उन्हें 10 समन भेजे गये थे। पहली बार पूछताछ के बाद दूसरी बार ईडी की टीम सीएम आवास में पूछताछ करने 31 जनवरी को पहुंची थी। सात घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को अरेस्ट कर लिया गया था।
तीन बार रिमांड पर लेकर कर चुकी पूछताछ
हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले में 31 जनवरी को अरेस्ट करने के बाद ईडी की टीम ने उन्हें ईडी कोर्ट में पेश किया था। इसके बाद तीन से सात फरवरी तक उन्हें रिमांड पर लिया गया था। दूसरी बार आठ से12 फरवरी तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की गयी थी। इसके बाद तीसरी बार 13-15 फरवरी कर रिमांड पर लेकर अफसरों ने पूछताछ की थी।
सीएम हेमंत सोरेन को इन तारीखों को जारी हुआ समन
पहला समन : 8 अगस्त को भेजा गया, 14 अगस्त को हाजिर होनेका था निर्देश
दूसरा समन : 19 अगस्त को भेजा गया , 24 अगस्त को हाजिर होनेका था निर्देश
तीसरा समन : 1 सितंबर को भेजा गया, 9 सितंबर को हाजिर होनेका था निर्देश
चौथा समन : 17 सितंबर को भेजा गया, 23 सितंबर को हाजिर होनेका था निर्देश
पांचवा समन : 26 सितंबर को भेजा गया, 4 अक्टूबर को हाजिर होनेका था निर्देश
छठा समन : 11 दिसंबर को भेजा गया, 12 दिसंबर को हाजिर होनेका है निर्देश
सातवां समन : 29 दिसंबर को भेजा गया, पूछताछ के लिए समय और जगह खुद तय करनेको कहा
आठवांसमन : 13 जनवरी को भेजा गया, 16-20 जनवरी तक बयान दर्ज करानेका समय दिया गया.
पूछताछ : 20 जनवरी को हुई सीएम से पहली बार पूछताछ
नौवां समन : 25 जनवरी को भेजा गया, पूछताछ के लिए 27 से 31 जनवरी के बीच का समय बताएं ( सीएम ने व्यस्त होने का दिया हवाला)
10 वां समन : 27 जनवरी को भेजा गया। बयान दर्ज करानेके लिए 29 जनवरी से 31 जनवरी तक का समय निर्धारित करनेको कहा। इसके लिए 28 जनवरी तक का समय दिया गया था। निर्धारित समय तक जवाब नहीं दिया। 27 जनवरी की रात को ही दिल्ली निकल गये थे सीएम हेमंत सोरेन 29 जनवरी की सुबह ईडी की टीम हेमंत सोरेन के दिल्ली आवास पर पहुंची। इधर, सीएमओ नेईडी को ईमेल भेजकर 31 जनवरी को सीएम आवास पूछताछ के लिए आने को कहा था।
10 वें समन पर पूछताछ के बाद किये गये अरेस्ट
ईडी ने जमीन घोटाले में 10वांसमन जारी कर हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए 29 से 31 जनवरी के बीच की तारीख व स्थान बताने को कहा था। इसके लिए 28 जनवरी तक का समय दिया गया था, लेकिन निर्धारित समय में इन्होंनेजवाब नहीं दिया था और 27 जनवरी की रात में ही दिल्ली निकल गये थे। सीएम हेमंत सोरेन के दिल्ली आवास पर 29 जनवरी की सुबह ईडी की टीम ने रेड की थी। हालांकि वे आवास में मौजूद नहीं थे। ईडी ने सीएम आवास से लाखों कैश, एक BMW कार व कई दगस्तावेज बरामद किये थे। इधर रांची में सीएम आवास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी थी। सीएमओ की ओर से ईडी को पूछताछ के लिए 31 जनवरी का समय दिया गया था। सीएम हेमंत सोरेन 30 जनवरी की दोपहर में रांची पहुंचे और मोरहाबादी मैदान में शहीद दिवस पर बापू को श्रद्धांजलि दी थी। निर्धारित समय पर बुधवार (31 जनवरी) की दोपहर लगभग :30 बजे ईडी की टीम सीएम आवास पहुंची थी और उनसे पूछताछ की थी। लंबी पूछताछ के बाद सीएम को देर रात अरेस्ट कर लिया गया था।