झारखंड: गिरिडीह पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 15 लाख का इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा अरेस्ट

गिरिडीह पुलिस ने हार्डकोर और 15 लाख का इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा उर्फ अविनाश दा को अरेस्ट किया है। पुलिस ने शुक्रवार की सुबह भाकपा माओवादी रिजनल कमेटी मेंबर कृष्णा को डुमरी पुलिस स्टेशन एरिया के लुसियो गांव से दबोचा है।  हालांकि अभी पुलिस अफसर इस मामले में कुछ सार्वजनिक करने से परहेज कर रहे है।

झारखंड: गिरिडीह पुलिस को मिली बड़ी सफलता,  15 लाख का इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा अरेस्ट

गिरिडीह। गिरिडीह पुलिस ने भाकपा माओवादी रीजनल कमेटी के मेंबर 15 लाख का इनामी नक्सली हार्डको कृष्णा हांसदा उर्फ अविनाश दा को अरेस्ट किया है। पुलिस को शुक्रवार की सुबह कृष्णा को डुमरी पुलिस स्टेशन एरिया के लुसियो गांव से दबोचा है।  हालांकि अभी पुलिस अफसर इस मामले में कुछ सार्वजनिक करने से परहेज कर रहे है।

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पारसनाथ के इलाके में कृष्णा हांसदा पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। वैसे तो कृष्णा भाकपा माओवादी संगठन में रीजनल कमेटी का मेंबर है, लेकिन शीर्ष नक्सलियों का हाथ उसके ऊपर रहने के कारण उसे पारसनाथ एरिया की जिम्मेदारी सौंप दी गयी थी। इसके बाद गिरिडीह पुलिस के अलावा कई जिलों की पुलिस कृष्णा को खोज रही थी।  हालांकि हर बार कृष्णा पुलिस को चकमा देकर फरार हो जा रहा था। पीरटांड़ पुलिस स्टेशन एरिया के मंझलाडीह का रहने वाला कृष्णा हांसदा का आतंक सिर्फ पारसनाथ ही नहीं बल्कि आस-पास के कई जिलों में फैला हुआ है। कृष्णा की गिरफ्तारी पुलिस के लिए हाल के दिनों की सबसे बड़ी सफलता है। वर्तमान में पारसनाथ इलाके में कृष्णा हांसदा ही संगठन को मजबूत करने में जुटा हुआ था।
कृष्णा की गिरफ्तारी से माओवादियों को बड़ा झटका
कृष्णा हांसदा उर्फ अविनाश दा की गिरफ्तारी से भाकपा माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है। भाकपा माओवादी संगठन का रीजनल कमेटी मेंबर कृष्णा झारखंड पुलिस का 15 लाख का इनाम भी है। यह नक्सली दो -तीन वर्षों से पारसनाथ के एरिया में आतंक मचा रखा था। कृष्णा का नेटवर्क इतना मजबूत था कि इसके गांव में भी अगर कोई नया व्यक्ति प्रवेश करता था तो उसे जानकारी मिल जाती थी। कृष्णा पीरटांड़ पुलिस स्टेशन एरिया के मंझलाडीह का रहने वाला है। कृष्णा कई बार पारसनाथ के एरिया में आकर संगठन की मजबूती  के लिए बैठक किया था। विभिन्न घटनाओं को अंजाम देकर वह आराम से निकल जाया करता था। पुलिस कई बार पुलिस ने कृष्णा को दबोचने के लिए घेराबंदी की, लेकिन वह चकमा देकर फरार हो जाता था।
कृष्णा की गिरफ्तारी के बाद पारसनाथ से नक्सलियों का एक मजबूत किला ध्वस्त हो गया है। पारसनाथ जोन में माओवादी संगठन को मजबूत करने में कृष्णा का साथ 25 लाख का इनामी नक्सली अजय महतो उर्फ टाइगर और 15 लाख का इनामी नक्सली रामदयाल महतो दे रहा था। इन्हीं दोनों नक्सलियों के इशारे पर कृष्णा काम करता था। 

प्रशांत बोस का भी करीबी रह है कृष्णा
कृष्णा हांसदा ग्रेजुएट है। यह हिंदी के अलावा अंग्रेजी, खोरठा व अन्य कई भाषा का भी जानता है। इस कारण से संगठन में इसकी मजबूत पकड़ है। पिछले साल जब नक्सलियों के थिंक टैंक माने जाने वाले एक करोड़ का इनामी नक्सली सह पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस पारसनाथ पहुंचे थे तब उनकी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी कृष्णा हांसदा को ही सौंपी गयी थी। इसके बाद कृष्णा प्रशांत बोस के करीब पहुंच गया। प्रशांत बोस के कहने पर कृष्णा हांसदा के हाथों पारसनाथ की कमान सौंपी गयी। इसके बाद लगातार कृष्णा इलाके में दहशत कायम करने के लिए विभिन्न घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे रहा था। कृष्णा हांसदा से पूछताछ के बाद पुलिस को भाकपा माओवादी संगठन से जुड़ी बड़ी जानकारी मिल सकती है। कृष्णा संगठन के कई बड़े नक्सलियों से लगातार संपर्क में रहता था।
पुलिस व खुफिया एजेंसी कर रही है पूछताछ
जिला पुलिस, सीआरपीएफ, आइबी के अलावा रांची से भी पुलिस एक टीम कृष्णा से पूछताछ करने के लिए गिरिडीह पहुंची है। कृष्णा से पूछताछ के लिए एनआइए की टीम भी गिरिडीह पहुंच सकती है, क्योंकि एनआइए को भी कृष्णा हांसदा की तलाश थी। कृष्णा लेवी वसूली करने में सबसे माहिर है। कृष्णा को गिरफ्तार करने के बाद सीआरएपीएफ और जिला पुलिस टीम उसे गुप्त ठिकाने पर लेकर पहुंच गयी है। पुलिस कृष्णा से संगठन के राज उगलवाने में जुटी हुई है।
 50 से अधिक कांडों में शामिल रहा है कृष्णा 
15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा के खिलाफ पीरटांड़ , डुमरी, मधुबन, निमियाघाट, तोपचांची, बगोदर समेत विभिन्न पुलिस स्टेशन में 50 से अधिक मामले दर्ज है। अकेले डुमरी पुलिस स्टेशन में ही कृष्णा के खिलाफ दर्जन भर से अधिक मामले दर्ज है। निमियाघाट में कृष्णा हांसदा के खिलाफ 10 जून 2015 को अग्र परियोजना केंद्र के दो भवनों को लेवी नहीं देने के कारण आइइडी विस्फोट कर क्षतिग्रस्त करने, पारगो तिलैया पथ पर पुलिस बल को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से आइइडी लगाने, 2019 के लोकसभा चुनाव को बाधित करने एवं पुलिस बल को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से मीटिंग करने व छापेमारी में पुलिस द्वारा बंदूक, डेटोनेटर व अन्य सामान बरामद करने, सितंबर 2019 में चेचरिया जंगल में सरकारी नीतियों का विरोध कर क्षेत्र में पोस्टरबाजी कर दहशत फैलाने व ग्रामीणों को संगठन में मिलाने का प्रयास करने का मामला दर्ज है।

डुमरी पुलिस स्टेशन में कृष्णा हांसदा के खिलाफ 20 जून 2018 को अतकी पंचायत के डोकवाटांड़ गांव के समीप धावाटांड़- फतेहपुर पथ पर मुखबिरी के आरोप में एक दंपती की गला रेतकर मर्डर, 15 अप्रैल 2019 को जरीडीह पंचायत के कानाडीह में एक झामुमो कार्यकर्ता की गोली मार कर मर्डर, 25 जनवरी 2020 को कल्हाबार गांव के समीप निर्माणाधीन डिग्री काॅलेज के निर्माण में लगी मशीन को जलाने और मजदूरों के साथ मारपीट करने, 12 मार्च 2021 को राजाभिट्ठा गांव के समीप केन बम के साथ एक नक्सली की गिरफ्तारी, 22 जनवरी 2022 को नुरंगो गांव के समीप बराकर नदी पर नवनिर्मित पुल को आइइडी विस्फोट कर क्षतिग्रस्त करने, एक जून 2022 को तेलिया बहियार में निवर्तमान उप मुखिया की गोली मार कर मर्डर करने  के मामले में मामला दर्ज है।