झारखंड: IAS Pooja Singal Case : प्रेम प्रकाश को नियम दरकिनार कर दिये गये बॉडीगार्ड, ईडी से जांच की मांग
IAS पूजा सिंघल मामले में ईडी गिरफ्त में आये की गिरफ्त में आये प्रेम प्रकाश के बारे में नया खुलासा हुआ है। प्रेम प्रकाश को नियम दरकिनार कर इलिगल रूप से बॉडीगार्ड दिये गये हैं। झारखंड हाईकोर्ट के एडवोकेट राम सुभाग सिंह ने चीफ सेकरेटरी और ईडी के डायरेक्टर को पत्र लिखकर जांच कराने की मांग की है।
रांची। IAS पूजा सिंघल मामले में ईडी गिरफ्त में आये की गिरफ्त में आये प्रेम प्रकाश के बारे में नया खुलासा हुआ है। प्रेम प्रकाश को नियम दरकिनार कर इलिगल रूप से बॉडीगार्ड दिये गये हैं। झारखंड हाईकोर्ट के एडवोकेट राम सुभाग सिंह ने चीफ सेकरेटरी और ईडी के डायरेक्टर को पत्र लिखकर जांच कराने की मांग की है।
लद्दाख हादसे में हजारीबाग के आर्मी नायक संदीप कुमार पाल की मौत, एरिया में शोक की लहर
एडवोकेट रामसुभग ने कहा है कि बिना किसी शुल्क के प्रेम प्रकाश को पांच सरकारी बॉडीगार्ड दिये गये हैं। इसमें हजारीबाग डीआइजी और एसपी की संलिप्तता है। इसलिए उक्त मामले की भी जांच कराई जाए कि किन परिस्थितियों में ऐसा किया गया है। उन्होंने इससे संबंधित दस्तावेज चीफ सेकरटेरी और ईडी के डायरेक्टर को ईमेल के जरिए भेजा है।
रांची से 2017 से मिला था दो बॉडीगार्ड
झारखंड में सरकार किसी भी दल की हो मिस्टर प्रेम प्रकाश का रुतबा कम नहीं रह है। प्रेम प्रकाश को साल 2017 से ही रांची जिला की पुलिस ने एक नहीं दो बॉडीगार्ड दे रखा था। प्रेम प्रकाश को 19 नवंबर 2017 को दो बॉडीगार्ड कामजीत सिंह और राम उपेश कुमार शामिल थे। यानि लगभग पांच वर्षों से प्रेम प्रकाश की सत्ता में दबदबा बना रहा।
प्रेम प्रकाश अभी ईडी कस्टडी में
प्रेम प्रकाश झारखंड के लीडर्स व ब्यूरोक्रैट्स का दुलारा रहा है। पिछले दिनों ईडी की टीम ने उसके रांची स्थित हरमू ऑफिस और वसुंधरा अपार्टमेंट में एक साथ रेड कर कई दस्तावेज जब्त किये थे। फिलहाल वह ईडी की कस्टडी में है। उससे पूछताछ चल रही है। ईडी को पता चला है कि उसके आइएएस व आइपीएस से अच्छे संबंध रहे हैं। सत्ता में उसकी इतनी मजबूत पकड़ रही है कि वह पलक झपकते अफसरों का ट्रांसफर भी करा दिया करता था। खुद को 12 लाख रुपये का कर्जदार बताने वाला प्रेम प्रकाश लग्जरी गाड़ियों का शौकीन रहा है। उसके पास इनोवा और स्कॉर्पियो जैसी कई गाड़ियां हैं।
मोबाइल चोरी के आरोप में हुई थी पिटाई
बिहार के सासाराम के रहने वाले प्रेम प्रकाश को झारखंड सरकार के प्राय: सभी अफसर जानते-पहचानते हैं। झारखंड में किसी भी पार्टी की सरकार रही हो, उसके संबंध इतने मजबूत रहे कि उसे हर बार मिड डे मील योजना में कंट्रेक्ट मिलता रहा। वह इस योजना में अंडों की सप्लाई करता था। प्रेम प्रकाश पर बिहार के एक्स सीएम लालू यादव के आवास से मोबाइल चोरी करने का भी आरोप लगा था। एकबार उसकी गार्ड ने पिटाई भी कर दी थी। ईडी ने जब उसके मोबाइल की जांच की तो कई अफसरों के नंबर मिले। ईडी उससे यह पता लगा रही कि उसने कितने अफसरों के ब्लैक मनी को खपाने का काम किया है। वह कैसे ब्लैकमनी को सफेद करने का काम करता रहा है। ईडी जांच कर रही है आइएएस पूजा सिंघल से उसके संबंध कब और कैसे बने। पूजा सिंघल के ब्लैकमनी में उसकी किस तरह की भूमिका रहती थी।
सीडी के कारोबार से अंडा सप्लायर तक
ईडी ने उससे पूछताछ के बाद उसके करीबी बिल्डर मनोज कुमार सिंह के ठिकाने पर भी रेड की थी। इनकम टैक्स ने भी जांच की थी। प्रेम प्रकाश का संबंध झारखंड के रिटायर एक्स चीफ सेकरटेरी लेवल के अफसर से था। उसी अफसर के जरिए उसने झारखंड के अन्य अफसरों से पहचान बढ़ाई। कहा जाता है कि पहले वह नेपाल से सीडी लाकर सप्लाई करता था। फिर झारखंड में मिड डे मील के तहत अंडा सप्लाई का काम करने लगा। वर्ष 2015-16 में रेडी-टू-इट फूड की व्यवस्था की गयी तो इसमें भी उसे अंडा सप्लाइ का कंट्रेक्ट मिल गया था।
घर से बरामद हुआ था कंबोडिया का कछुआ
ईडी की रेड के दौरान प्रेम प्रकाश के घर से कंबोडिया का एक कछुआ भी बरामद हुआ था। उसके आलीशान घर को देखकर ईडी के अफसर भी दंग रह गये थे। गोड्डा के बीजेपी एमपी निशिकांत दुबे रेड से पहले ही इशारा कर चुके थे कि पूजा सिंघल के काले कारनामों में सीएम हेमंत सोरेन के करीबी प्रेम प्रकाश भी शामिल रहा है। तभी से कयास लगाये जा रहे थे कि ईडी किसी न किसी समय उसके यहां भी रेड करेगी। ऐसा ही हुआ और ईडी ने एक दिन प्रेम प्रकाश के घर पर भी रेड कर दी। एमपी ने आरोप लगाया था कि प्रेम प्रकाश ब्लैकमनी खपाने वालों में एक अहम व्यक्ति है।