Jharkhand: शराब घोटाले में IAS अफसर विनय चौबे को को मिली डिफॉल्ट बेल, जांच एजेंसियों को बड़ा झटका
झारखंड शराब घोटाले में फंसे IAS अधिकारी विनय चौबे को अदालत से डिफॉल्ट बेल मिल गयी है। यह फैसला जांच एजेंसियों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। पढ़ें पूरी खबर Threesocieties.com पर।
रांची। झारखंड में शराब घोटाला मामले में आरोपित आइएएस अफसर विनय कुमार चौबे को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। एसीबी कोर्ट ने विनय कुमार चौबे को डिफॉल्ट बेल की सुविधा प्रदान की है। हालांकि, विनय कुमार चौबे अभी जेल से बाहर नहीं आ सकेंगे, क्योंकि वे हजारीबाग में जमीन से जुड़े एक मामले में भी आरोपित हैं, जिसमें उन्हें प्रोडक्शन पर ले जाया गया है।
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शराब घोटाले में 92 दिन बाद भी चार्जशीट दाखिल नहीं कर सकी एसीबी
विनय कुमार चौबे फिलहाल रिम्स में इलाजरत हैं। शराब घोटाले में 92 दिन बाद भी चार्जशीट दाखिल नहीं होने पर उनकी ओर से डिफॉल्ट बेल देने के लिए याचिका दायर की गई थी। अधिवक्ता देवेश अजमानी ने उनका पक्ष रखा। कोर्ट को बताया गया कि इस मामले में मंगलवार को 92 दिन बीत गये हैं, लेकिन एसीबी ने चार्जशीट दाखिल नहीं की है। सुप्रीम कोर्ट ने कई मामलों में निर्देश दिया है कि अगर तय समय में चार्जशीट दाखिल नहीं की जाती है, तो आवेदक जमानत का हकदार हो जाता है।इसलिए विनय कुमार चौबे को जमानत दे दी जाए। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें सशर्त जमानत की सुविधा प्रदान की।
कोर्ट ने जमानत के लिए 25-25 हजार रुपये के दो निजी मुचलके जमा करने और अदालत की अनुमति के बिना राज्य से बाहर नहीं जाने तथा मोबाइल नंबर नहीं बदलने का निर्देश दिया है। एसीबी ने उन्हें उक्त आरोप में 20 मई को गिरफ्तार किया था। उसी दिन उन्हें न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया था। आरोप पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 18 अगस्त थी। अगर मंगलवार को भी मामले में आरोप पत्र दाखिल नहीं होता है, तो दोनों आरोपी सुधीर कुमार दास और सुधीर कुमार भी डिफॉल्ट जमानत के पात्र होंगे।






