Jharkhand: स्टेट में किसी भी सरकारी कार्यक्रम में जोहार बोलना अनिवार्य, सचिवालय ने जारी किया आदेश
झारखंड में किसी भी सरकारी कार्यक्रम में जोहार बोलना अनिवार्य कर दिया गया है। सचिवालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
- पुष्प या पुष्पगुच्छ नहीं चलेगा
- पौधा, पुस्तक, शाल या मोमेंटो देकर किया जा सकता है स्वागत
रांची। झारखंड में किसी भी सरकारी कार्यक्रम में जोहार बोलना अनिवार्य कर दिया गया है। सचिवालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
अभिवादन के लिये जोहार शब्द का प्रयोग अनिवार्य
मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग ने इससे संबंधित संशोधित आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार अब राज्य में होने वाले किसी भी सरकारी कार्यक्रम और समारोह में अभिवादन करने के लिए जोहार शब्द का प्रयोग अनिवार्य कर दिया गया है। अतिथियों का स्वागत करने के लिए फूल या बुके नहीं चलेगा। इसकी जगह पर अब पौधा, पुस्तक, शॉल या मोमेंटो देकर स्वागत किया जा सकता है।
सभी विभागों व डीसी को भेजी गई आदेश की प्रति
जारी आदेश के अनुसार, झारखंड की संस्कृति में जोहार बोलकर अभिवादन करने की परंपरा है, जिसका राज्य सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों में अनुपालन किया जायेगा। ऐसे कार्यक्रमों में फूल या बुके का उपयोग नहीं किया जायेगा। बुके की जगह अब केवल पौधा, पुस्तक, शाल, मोमेंटो आदि से अतिथियों का स्वागत किया जा सकता है। मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने इस आदेश से सभी विभागों को अवगत करा दिया है। सभी विभागीय प्रमुखों समेत जिलों के डीसी को भी पत्र की प्रति भेज दी गई है।