झारखंड: जेएमएम MLA रामदास सोरेन ने रवि केजरीवाल पर लगाया सरकार गिराने की साजिश करने का आरोप, FIR
घाटशिला से झारखंड मुक्ति मोर्चा एमएलए रामदास सोरेन को पार्टी से निष्कासित कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल ने हेमंत सोरेन की सरकार गिराने के लिए प्रलोभन दिया था। एमएलए ने रांची के धुर्वा पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज कराई है। मामले की जांच हटिया एएसपी कर रहे हैं।
रांची। घाटशिला से झारखंड मुक्ति मोर्चा एमएलए रामदास सोरेन को पार्टी से निष्कासित कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल ने हेमंत सोरेन की सरकार गिराने के लिए प्रलोभन दिया था। एमएलए ने रांची के धुर्वा पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज कराई है। मामले की जांच हटिया एएसपी कर रहे हैं।
बिहार: बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना सकते तेजस्वी, अभी खुलकर नहीं बता रहे: कांग्रेस ने खोला भेद
रामदास सोरेन ने आरोप लगाया है कि जेएमएम के पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल और अशोक अग्रवाल पर पैसे का प्रलोभन देकर सरकार गिराने की साजिश कर रहे हैं। एमएलए ने कहा कि रवि केजरीवाल और अशोक अग्रवाल उनके आवास पर आये थे। दोनों ने जेएमएम के अन्य एमएलए का नाम लेकर उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए प्रलोभन दिया। कहा कि वे नई पार्टी बनाकर बीजेपीके साथ सरकार बनायेंगे। रामदास ने कहा है कि इस घटना से पूर्व भी रवि केजरीवाल ने दो-तीन बार उन्हें मोबाइल पर भी संपर्क किया था। रवि केजरीवाल ने उन्हें यह भी प्रलोभन दिया था कि उन्हें पैसे के साथ मिनिस्ट पोस्टभी दिया जायेगा। दोनों ने यह भी कहा कि सरकार गिराने के लिए वे कितना पैसा लेंगे उन्हें बताएं।
रवि केजरीवाल कभी शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन का काफी करीबी था। कई गंभीर शिकायतें मिलने के बाद केजरीवाल को जेएमएम कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव-2019 से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा में सेंध लगाने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हो पाये थे।
सोरेन फैमिली का काफी करीबी रहा है रवि केजरीवाल
रवि केजरीवाल पर कभी सोरेन परिवार का काफी करीबी करता था। बोकारो से ही इन दोनों परिवारों के बीच अटूट रिश्ता था। शिबू सोरेन से लेकर घर का कोई भी ऐसा नहीं होगा जो रवि केजरीवाल को ना जानता हो। कई गंभीर शिकायतें मिलने के बाद वर्ष 2020 की चार अगस्त को जेएमएम ने पार्टी से रवि केजरीवाल को छह साल के लिए बाहर निकाल दिया। उल्लेखनीय है कि झारखंड में जब बीजेपी की सरकार थी, तो रवि केजरीवाल पर हमेशा ही आरोप लगाया जाता रहा कि वो सोरेन परिवार के लिए फंड जुटाने का काम करते हैं। लेकिन अब केजेरीवाल उसी बीजेपी के साथ मिलकर जेएमएम की सरकार को गिराने का काम कर रहे हैं।
पहले रवि के चाचा प्रयाग थे शिबू के करीबी
केजरीवाल परिवार कहीं से आकर 18वीं शताब्दी में ही बोकारो जिला के चास प्रखंड के कुर्रा गांव में बसा। केजरीवाल परिवार काफी बड़ा था। रवि केजरीवाल के बड़े चाचा प्रयाग केजरीवाल शिबू सोरेन के काफी करीबी थे। बीजेपी जिस तरह फंड रेजिंग का आरोप कभी रवि केजरीवाल पर लगाया करती थी, उसी तरह के आरोप रवि केजरीवाल के चाचा प्रयाग केजरीवाल पर भी लगते थे। सोरेन परिवार से नजदीकियों की वजह से केजरीवाल परिवार की हालत सुधरी।तब रवि केजरीवाल के पिता ने बोकारो के सेक्टर-4 में रेमंड्स का शोरूम खोला। चाचा की वजह से ही रवि केजरीवाल के संबंध सोरेन परिवार से बना था।
जमीन कारोबार में भी उतरा था केजरीवाल परिवार
केजरीवाल परिवार उसी समय झारखंड में जमीन का कारोबार में भी उतरा। जरूरतमंदों को पैसा देकर उसकी जमीन अपने नाम करवाने का काम केजरीवाल परिवार ने शुरू किया। इसी दौरान केजरीवाल परिवार के करीबी मनोहर पाल, शिबू सोरेन के आप्त सचिव बने। इसके बाद कहा जाने लगा कि सोरेन परिवार राजनीति करती थी और शेष काम प्रयाग केजरीवाल और मनोहर पाल के जिम्मे था। बाद में मनोहर पाल ने अपना कारोबार शुरू कर स्मृद्धि स्टील के मालिक बने। कुछ साल पहले करोड़ों की लागत से दिल्ली में एक फ्लाइंग क्लब खोला है।
रवि केजरीवाल ने विरासत के काम को आगे बढ़ाया
प्रयाग केजरीवाल और मनोहर पाल का काम रवि केजरीवाल ने संभाला। विरासत को आगे बढ़ाते हुए जब शिबू सोरेन के विकल्प के रूप में हेमंत सोरेन राजनीति में आए, तब रवि केजरीवाल एंड एसोसिएट्स ने हेमंत के काम का जिम्मा संभाला। हेमंत के राजनीति में आने के बाद रवि केजरीवाल पर ही जेएमएम के लिए फंड जुगाड़ने की सारी जिम्मेदारी आ गयी। इसे अंजाम देने में रवि केजरीवाल ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा।रवि केजरीवाल पर यह भी आरोप लगते रहे कि इन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग का तरीका शेल कंपनी बना कर करने लगे।
कांग्रेस एमएलए ने भी करायी थी एफआइआर, तीन लोग हुए अरेस्ट
उल्लेखनीय है कि हेमंत गवर्नमेंट के खिलाफ साजिश रचने की जानकारी पर रांची के बड़े होटलों में स्पेशल ब्रांच की टीम द्वारा छापेमारी की गई थी। राजधानी रांची को कोतवाली थाना में अभिषेक दुबे अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो के खिलाफ 22 जुलाई को एफआईआर दर्ज की गयी थी। बोरमो एमएलए जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह की कंपलेन आईपीसी की सेक्शन 419,420 124a,120 b, 34 और PR एक्ट की धारा 171 के साथ पीसी एक्ट की धारा 8/9 के तहत केस दर्ज की गयी थी। मामले में दो लोगों को अरेस्ट किया गया था। मामले की जांच एसआइटी कर रही है।