Jharkhand Municipal Elections 2021: धनबाद ओबीसी, चास महिला और देवघर जेनरल के लिए रिजर्व
झारखंड निर्वाचन आयोग ने स्टेट में मेयर पदों के लिए रिजर्वेशन कोटि की नोटिफेकेशन शुक्रवार 30 जुलाई को जारी कर दिया है। धनबाद में मेयर का पद ओबीसी, चास में महिला और देवघर में सामान्य के लिए रिजर्व कर दिया गया है।
रांची। झारखंड निर्वाचन आयोग ने स्टेट में मेयर पदों के लिए रिजर्वेशन कोटि की नोटिफेकेशन शुक्रवार 30 जुलाई को जारी कर दिया है। धनबाद में मेयर का पद ओबीसी, चास में महिला और देवघर में सामान्य के लिए रिजर्व कर दिया गया है।
मेयर पदों के लिए रिजर्वेशन कोटि की नोटिफिकेशन के अनुसार धनबाद में मेयर का पद ओबीसी, चास में महिला और देवघर में सामान्य के लिए आरक्षित होगा। धनबाद पहले से ओबीसी था।यहां कोई बदलाव नहीं किया गया। जबकि चास अनुसूचित जाति ( SC) और देवघर महिला के लिए रिजर्व था।नोटिफेकेशन जारी होने के बाद धनबाद, देवघर और चास नगर निगम के मेयर का चुनाव लड़ने के लिए कई नेताओं को झटका लगा है। रिजर्वेशन कोटि की लिस्ट जारी होने के बाद चुनाव से पहले ही चास के मेयर भोलू पासवान मैदान से बाहर हो गये हैं। धनबाद के मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल भाग्यशाली रहे हैं। वे अगला चुनाव लड़ सकते हैं। देवघर की मेयर रीता राज खवाड़े के लिए भी आसान रास्ता बंद हो गया है।
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लंबित है म्यूनिशिपल इलेक्शन
झारखंड में नगर-निकाय का चुनाव मई-2020 में होना था। कोरोना वायरस संक्रमण के फस्ट वेव के बाद चुनाव अगले आदेश तक टाल दिया है। धनबाद, चास और देवघर म्यूनिशिपल कॉरपोरेशन में एक साल से ज्यादा समय से निर्वाचित जनप्रतिनिधि की जगह शासन चला रहे हैं। अब कोरोना की सेकेंड वेव थमने के बाद स्टेट में म्यूनिशिपल इलेक्शन कराने की तैयारी जोरों पर है। प्रशासनिक तैयारी पूरी हो चुकी है। हालांकि अब तक डेट की घोषणा नहीं हुई है। सबको तारीख घोषित होने का इंतजार है।
चास मेयर भोलू पासवान आउट
चास नगर निगम का चुनाव वर्ष 2015 में हुआ था। भोलू पासवान मेयर निर्वाचित हुए थे। तब मेयर का पद एससी के लिए आरक्षित था। अब चास में मेयर पद महिला के लिए रिजर्व है। ऐसे में अब भोलू चुनाव नहीं लड़ पायेंगे। चुनाव से पहले मैदान से बाहर हो गए हैं।
देवघर में रीता चाहें तो लड़ सकती चुनाव
देवघर नगर निगम में मेयर पद जेनरल कर दिया गया है। पहले महिला के लिए रिजर्व था। वर्ष 2015 के चुनाव में रीता राज खवाड़े निर्वाचित हुई थीं। अब सामान्य होने के बाद भी रीता चुनाव लड़ सकती हैं। सामान्य में महिला के चुनाव लड़ने पर रोक नहीं है। हालांकि अब इसका फैसला रीता के हसबैंड राज नारायण खवाड़े करेंगे। खवाड़े वर्ष 2010 में देवघर के मेयर चुने गये थे। वर्ष 2015 में महिला के लिए आरक्षित होने के बाद खुद न लड़ पत्नी को चुनाव लड़ाया और जिताया।
धनबाद में चंद्रशेखर अग्रवाल निकले भाग्यशाली
धनबाद नगर निगम के निर्वतमान मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल को राजनीतिक रूप से भाग्यशाली कहा जा सकता हैं। क्योंकि चास और देवघर की रिजर्वेशन कोटि में बदलाव करते हुए धनबाद को छोड़ दिया गया। वर्ष 2015 में धनबाद ओबीसी था और इस बार भी ओबीसी ही कर दिया गया है। ऐसे में अग्रवाल अगला चुनाव लड़ सकते हैं।
धनबाद नगर निगम के पहले चुनाव में मेयर का पद सामान्य श्रेणी में महिलाओं के लिए आरक्षित था। वर्ष 2015 में मेयर पद अन्य पिछड़ा वर्ग ओबीसी के लिए आरक्षित हुआ। 2010 में इंदु देवी और 2015 के चुनाव में चंद्रशेखर अग्रवाल ने जीत दर्ज की।