रांची। झारखंड राजधानी रांची के अरगोड़ा पुलिस स्टेशन एरिया के सहजानंद चौक के समीप क्रिमिनलों ने मंगलवार की सुबह सुषमा बड़ाईक को गोली मार दी है। सुषमा को तीन गोली मार गयी है। आनन-फानन में घायल सुषमा बड़ाईक को मेडिका हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।
बताया जाता है कि सुषमा बड़ाईक को सुबह 9:30 बजे एक बाइक सवार तीन क्रिमिनलों ने गोली मारी है। गोली मारने के बाद तीनों क्रिमिनल मौके से फरार हो गये। मौके पर पहुंची अरगोड़ा पुलिस आसपास के लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाली है। आसपास के लोगों से पूछताछ की है।पुलिस की ओर से सुषमा बड़ाईक व उसकी बेटी ईशा को भी बाडीगार्ड मुहैया कराया गया है। सुषमा बड़ाईक अपने पिता के घर से बाडीगार्ड के साथ टू व्हीलर से लौट रही थी। बाडीगार्ड टू व्हीलर चला रहा था। इसी दौरान घटना को अंजाम दिया गया।
आईपीएस पीएस नटराजन पर यौन शोषण का केस कर चर्चा में आयी महिला सुषमा बड़ाइक का मेडिका हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। क्रिमिनलों ने पीछे से सुष्मा को पीछे से गोली मारी है। एक गोली उसके शरीर से निकल गयी है, जबकि दूसरी गोली शरीर के अंदर फंसी हुई है। हेल में बॉडीगार्ड बाल-बाल बच गया है। उसके पीठ में हल्की चोटें आयी है। पुलिस चौक के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे से क्रिमिनलों की पहचान करने में जुटी है। मौके पर एफएसएल की टीम भी जांत की है।
दो सप्ताह से लगातार तीन लोग दे रहे थे जान से मारने की धमकी, एक शूटर को सुषमा ने पहचान की
सुषमा बड़ाईक को पंजरा और चेस्ट में गोली लगी है। पुलिस ने घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज बरामद कर ली है। सीसीटीवी फुटेज में कैद तीन क्रिमिनलों में से एक को सुषमा बड़ाईक ने पहचान कर ली है। दानिश रिजवान, नाजिर और नीरज सिन्हा दो सप्ताह से लगातार धमकी दे रहे थे। धमकी देकर कह रहे थे कि केस उठा लो नहीं तो पूरे परिवार को खत्म कर देंगे। आशंका जताई जा रही है कि केस नहीं मैनेज करने के विवाद में ही क्रिमिनलों ने गोली मारी है।
पहले भी चर्चित रही है सुषमा बड़ाइक
सुषमा बड़ाइक का आइपीएस पीएस नटराजन द्वारा उनका यौन शोषण का मामला काफी चर्चा में रहा है। वर्ष 2005 में सुषमा बड़ाइक का आइपीएस नटराजन के साथ वीडियो भी स्टिंग के बाद मीडिया के जरिए प्रसारित हुआ था। वीडियो जारी होने के बाद 2012 में आइपीएस नटराजन के खिलाफ FIR दर्ज किया गया। वह जेल भेजे गये। बाद में आइपीएस पीएस नटराजन को डिसमिस कर दिया गया। हालांकि लोअर कोर्ट ने 2017 में नटराजन के पक्ष में फैसला सुनाया था। इस फैसले के बाद सुषमा बड़ाइक ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सुषमा ने केस वापस लेने की धमकी का आरोप लगाते हुए अरगोड़ा निवासी दुर्गा साहू पर भी सुखदेवनगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था। सुषमा का आरोप था कि दुर्गा साहू बंदूक की नोक पर केस वापस लेने की धमकी देते हुए उसके साथ रेप किया है।