झारखंड: रांची उपद्रव व हिंसा में 'वासेपुर गैंग' कनेक्शन, 10 जून के प्रदर्शन के लिए जुटाई थी भीड़
झारखंड की राजधानी रांची में 10 जून को हुई हिंसा के मामले में 'वासेपुर गैंग' का कनेक्श समाने आया है। पुलिस जांच में पता चला है कि भीड़ को इकट्ठा करने के लिए एक वॉट्सऐप ग्रुप 'वासेपुर गैंग' का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस अब इस वॉट्सऐप ग्रुप के एडमिन की तलाश कर रही है।
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में 10 जून को हुई हिंसा के मामले में 'वासेपुर गैंग' का कनेक्श समाने आया है। पुलिस जांच में पता चला है कि भीड़ को इकट्ठा करने के लिए एक वॉट्सऐप ग्रुप 'वासेपुर गैंग' का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस अब इस वॉट्सऐप ग्रुप के एडमिन की तलाश कर रही है।
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Jharkhand | Ranchi violence: Police investigation has revealed that a WhatsApp group 'Wasseypur Gang' was used to gather the mob. Police are looking for the admin of this group: Sources
— ANI (@ANI) June 13, 2022
उपद्रव करने वालों कीव हिंसा करने वालों की खोज में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। इसके लिए पुलिस ने एक छापेमारी टीम का गठन किया है। छापेमारी टीम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रव की घटना में शामिल आरोपियों को चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी में जुटी हुई है। रांची पुलिस अभी तक 25 लोगों को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है।
अफवाह पर न दें ध्यान, तुरंत पुलिस को दें जानकारी
रांची पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान ना दें। किसी भी प्रकार की अफवाह की सूचना मिलने पर तुरंत अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचना दें। लोग सामाजिक सौहार्द बनायें रखें।और बिना जिला प्रशासन की पुष्टि के किसी भी खबर पर विश्वास ना करें। रांची वासियों से अपील है कि समाज में शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें। एक जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय दें। शहर में अमन शांति कायम रखने में जिला प्रशासन का सहयोग करें।
10 जून को हुई थी हिंसा
नुपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ रांची में जुमा की नमाज के बाद 10 जून को विरोध प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान भड़के हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत के तनाव बना हुआ है। विरोध प्रदर्शन शुरू होने और कई वाहनों को पथराव और आग लगाने और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद रांची के 12पुलिस स्टेशन एरिया में धारा 144 लगाया गया था। हालात को काबू करने के लिए प्रशासन ने 11 जून की सुबह 6 बजे तक रांची में सभी इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया था। पुलिस ने बताया कि अब तक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। 16 अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। शिनाख्त की प्रक्रिया चल रही है। इसमें आगे कहा गया है कि पहचाने गये आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की गई है।
हिंसा की घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच के आदेश
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने हिंसा की घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। सीनीयर आइएएस अफसर अमिताभ कौशल और एडीजी संजय लाटकर इन घटनाओं की जांच करेंगे। रांची के डीआईजी अनीश गुप्ता ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) भी गठित किया गया है। अब तक तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। हिंसा में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।