बिहार: मुंगेर के जंगल में गन फैक्ट्री का खुलासा, आर्म्स और गोलियों के साथ-साथ वर्दी भी बरामद
बिहार के मुंगेर जिले में शामलपुर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने ऋषिकुंड जंगल में रेड एक मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया है। मौके से आर्म्स निर्माण से जुड़े धंधेबाज भागने में सफल रहे। पुलिस ने यहां से पांच आर्म्स, कारतूस, चार बेस मशीन, एक ड्रिल मशीन, दो डाय और तीन सेट वर्दी बरामद किया है।
- नक्सलियों के लिए बनाए जा रहे थे आर्म्स?
मुंगेर। बिहार के मुंगेर जिले में शामलपुर पुलिस स्टेशन की पुलिस ने ऋषिकुंड जंगल में रेड एक मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया है। मौके से आर्म्स निर्माण से जुड़े धंधेबाज भागने में सफल रहे। पुलिस ने यहां से पांच आर्म्स, कारतूस, चार बेस मशीन, एक ड्रिल मशीन, दो डाय और तीन सेट वर्दी बरामद किया है।
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मामला नक्सली कनेक्शन जुड़ रहा है। जंगल में मिनी गन फैक्ट्री संचालित होने पर कई सवाल उठ रहे हैं। कहीं नक्सलियों को हथियार उपलब्ध कराने के लिए तो जंगल में मिनी गन फैक्ट्री का संचालन नहीं हो रहा था। हालांकि, पुलिस ने नक्सली गतिविधि से इन्कार किया है।हवेली खड़गपुर के एसडीपीओ राकेश कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी कि ऋषिकुंड जंगल में अवैध रूप से आर्म्स निर्माण कार्य हो रहा है। सूचना पर शामपुर थानाध्यक्ष ओम प्रकाश इस दौरान के क्रम में पुलिस ने मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश किया।
नक्सलियों को वर्दी सप्लाई तो नहीं होनी थी आर्म्स व वर्दी!
पुलिस ने रेड में तीन वर्दी बरामद किया है। बरामद वर्दी अद्र्धसैनिक बल के जवान और विशेष टीम के अलावा नक्सली भी पहनते हैं। बरामद वर्दी को लेकर तरह-तरह की संभावनाएं जताई जा रही है। बरामद वर्दी कहीं नक्सलियों को सप्लाई तो नहीं की जानी थी। बदमाशों ने नमूना दिखाने के लिए लाया था। जंगल में नक्सलियों को वर्दी सैंपल दिखाया जाना था। इस बीच पुलिस की टीम पहुंच गई।एसडीपीओ ने बताया कि फरार हथियार निर्माण से जुड़े धंधेबाज का संबंध नक्सलियों से भी है या नहीं। इस पर जांच की जा रही है। छापेमारी के दौरान स्थल से वर्दी मिलना काफी गंभीर मामला है। हर बिंदुओं पर जांच चल रही है।