Jharkhand:लोहरदगा में पुलिस कांस्टेबल ने ASI को मारी गोली, 10 घंटे की मशक्कत के बाद आरोपी अरेस्ट

झारखंड के लोहरदगा में अनंत सिंह मुंडा (बुंडू ) ने बुधवार रात नौ बजे ने अपने साथ रहने वाले ASI धर्मेंद्र सिंह (बोकारो ) की गोली मारकर मर्डर कर दी।

Jharkhand:लोहरदगा में पुलिस कांस्टेबल ने ASI को मारी गोली, 10 घंटे की मशक्कत के बाद आरोपी अरेस्ट

लोहरदगा। झारखंड के लोहरदगा में अनंत सिंह मुंडा (बुंडू ) ने बुधवार रात नौ बजे ने अपने साथ रहने वाले ASI धर्मेंद्र सिंह (बोकारो ) की गोली मारकर मर्डर कर दी। हालांकि 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी पुलिस कांस्टेबल को घर से बाहर निकाल अरेस्ट कर लिया गया।

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लोहरदगा एसपी आवास के बगल में किराये के मकान में रहनेवाले पुलिस कांस्टेबल अनंत सिंह मुंडा ने रात को अपने साथ रहनेवाले एएसआइ धर्मेंद्र सिंह को गोली मारकर मर्डर कर दी। इसके बाद अनंत लगातार अपनी इंसास राइफल से फायरिंग करता रहा। रात लगभग11:00 बजे पुलिस कांस्टेबल अनंत की वाइफ भी घटनास्थल के पास पहुंची। हसबैंड के मोबाइल फोन पर कॉल कर उसे समझाना चाहा, लेकिन उसने फोन रिसीव नहीं किया। एसपी हारिस बिन जमां समेत अन्य पुलिस अफसर भी घटनास्थल के पास पहुंचे। लगभग 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी पुलिस कांस्टेबल को घर से बाहर निकाल अरेस्ट कर लिया गया। घटना से एएसआई के परिजनों मे जबरदस्त आक्रोश है। पुलिस ने एएसआइ की बॉडी को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।

बताया जाता है कि पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष रह चुके बलराम साहू के तीन मंजिला मकान में फस्ट फ्लोर पर पुलिस कांस्टेबल अनंत सिंह मुंडा, एएसआइ धर्मेंद्र और एक अन्य कांस्टेबल किराये पर एक साथ रह रहे थे। बुधवार रात किसी बात को लेकर अनंत और धर्मेंद्र के बीच बकझक हो गयी। अनंत मुंडा ने अपनी वाइफ और बच्चों को घर में बंद कर दिया था।

अनंत ने अपनी सर्विस राइफल साथ रखी थी। उसके साथी पुलिसकर्मियों ने उसे राइफल वापस लेने की कोशिश की तो उसने मना किय। इसके बाद जब उसे राइफल देने के लिए थोड़ा दबाव दिया गया तो उसने गुस्से में धर्मेंद्र सिंह को गोली मार दी।

कमरे में फायरिंग होते ही वहां से बाकी पुलिसकर्मी बाहर निकल गये। आरोपी अनंत ने घर के अंदर खुद को बंद कर लिया था। रह-रह कर फायरिंग कर रहा था। मामले की जानकारी मिलते ही भारी संख्या में पुलिस पर मौके पर पहुंची। एसपी और सीआरपीएफ कमांडेंट फायरिंग करने वाले पुलिसकर्मी से बात करने की कोशिश कर रहे थे। घंटो मशक्कत के बाद उसने कमरे का दरवाजा खोला। इसके बाद उसे पकड़ लिया गया। मृतक एएसआइ धर्मेंद्र सिंह पटना के रहनेवाले थे। वह वर्ष 2000 में अनुकंपा पर बहाल हुए थे। उन्हें 2018 में एएसआइ में प्रोमोशन मिली थी।