- मास्क और मेडिकल प्रोटोकॉल का रखा गया ध्यान
नई दिल्ली। सीबीआई ने रेलवे में ‘नौकरी के बदले जमीन घोटाला’ मामले में मंगलवार को आरजेडी सुप्रीमो सह एक्स रेल मिनिस्टर लालू प्रसाद से पूछताछ की। सीबीआइ के पांच अफसरों ने दो राउंड में लगभग पांच घंटे तक लालू से पूछताछ की।
सीबीआई के पांच अफसरों की एक टीम मंगलवार को दो कार में सवार होकर सुबह लगभग 10 बजकर 40 मिनट पर इंडिया गेट के पास पंडारा पार्क स्थित लालू यादव की बेटी राज्यसभा सदस्य मीसा भारती के आवास पर पहुंची। यहां लालू यादव अभी रह रहे हैं। पहले राउंड की पूछताछ के बाद सीबीआई की टीम दिन में करीब 12 बजकर 55 मिनट पर लंच के लिए चली गई। लंच के बाद सीबीआई की टीम फिर से मीसा भारती के आवास पर करीब 2.15 बजे पहुंच गये। फिर पूछताछ शुरू हुई तो शाम 5.15 बजे तक चली।
सीबीआइ अफसरों पूछताछ के दौरान, एक कमरे में बिहार के एक्स सीएम को कुछ दस्तावेज दिखाये गये। लालू किडनी प्रतिरोपण के बाद से उस कमरे में रह रहे हैं। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गयी है। लालू यादव को अभी संक्रमण का खतरा है इसलिए डॉक्टर्स ने उन्हें मेडिकल प्रोटोकॉल्स फॉलो करने की सलाह दी है।सीबीआई ने सोमवार को लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी से उनके पटना स्थित आवास पर चार घंटे से ज्यादा देरतक पूछताछ की थी। सीबीआई ने मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत प्रसाद, राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था। सभी आरोपियों को 15 मार्च को कोर्ट में पेश होने के लिए समन भेजा गया है।
पापा को कुछ हुआ तो छोड़ूंगी नहीं, दिल्ली की कुर्सी हिला दूंगी
सिंगापुर से किडनी ट्रांसप्लाट के बाद लौट राजद सुप्रीमो लालू यादव दिल्ली में बड़ी बेटी मासी भारती के आवास पर हैं। सीबीआई की टीम दिल्ली में लालू यादव से पूछताछ की है। लालू की दूसरे नंबर की बेटी रोहिणी ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि पापा को कुछ हुआ तो छोड़ूंगी नहीं।रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर कहा कि पापा को लगातार परेशान किया जा रहा है। अगर उन्हें कुछ हुआ तो मैं किसी को नहीं छोड़ूंगी। पापा को तंग कर रहे हैं यह ठीक बात नहीं है। यह सब याद रखा जाएगा। समय बलवान होता है, उसमें बड़ी ताकत होती है। यह याद रखना होगा। दिल्ली की कुर्सी हिला देंगे। अब बर्दाश्त करने की सीमा जवाब दे रही है।
लालू यादव के समर्थन में आईं प्रियंका गांधी
लालू को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक ट्वीट में कहा था, ‘जो विपक्षी नेता बीजेपी के सामने झुकने को तैयार नहीं हैं, उन्हें ईडी-सीबीआई के जरिये प्रताड़ित किया जा रहा है। आज राबड़ी देवी जी को परेशान किया जा रहा है। लालू प्रसाद जी व उनके परिवार को वर्षों से प्रताड़ित किया जा रहा है, क्योंकि वे झुके नहीं। बीजेपी विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है।’
Land For Job Scam कब-कब क्या हुआ
18 मई 2022 : सीबीआई ने 16 नामजद समेत अन्य अज्ञात पर मामला दर्ज किया
20 मई 2022 : बिहार और दिल्ली के 16 ठिकानों पर एक साथ रेड
27 जुलाई 2022 : एक्स एमएलए भोला यादव व रेलकर्मी हृदयानंद चौधरी अरेस्ट
27 जुलाई 2022: भोला यादव के पटना व दरभंगा के आवास पर सीबीआई रेड
24 अगस्त 2022 : आरजेडी नेताओं के बिहार, दिल्ली व गुरुग्राम के 17 ठिकानों पर रेड
सात अक्टूबर 2022: सीबीआई ने लालू, राबड़ी, मीसा और हेमा समेत 17 के खिलाफ चार्जशीट दायर की
छह फरवरी 2023: एक्स सीएम राबड़ी देवी से पटना आवास पर सीबीआई की पूछताछ
सात फरवरी 2023: मीसा भारती के दिल्ली आवास पर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से सीबीआइ ने की पूछताछ
जिन लोगों ने लालू प्रसाद के परिजनों को जमीन
राजकुमार, मिथिलेश कुमार और अजय कुमार को नौकरी देने के नाम पर लालू प्रसाद ने किशुन देव राय और उनकी पत्नी सोनमतिया देवी से छह फरवरी 2008 को महुआबाग की 3375 वर्गफीट जमीन राबड़ी देवी के नाम ट्रांसफर कराई। एवज में दिए 3.75 लाख। तीन को नौकरी मिली और मुंबई सेंट्रल में हुआ पदस्थापन।
संजय राय, धर्मेंद्र राय, रविंद्र राय ने अपने पिता कामेश्वर राय की महुआबाग की 3375 वर्ग फीट जमीन छह फरवरी 2008 को राबड़ी देवी के नाम पर लालू प्रसाद के कहने पर ट्रांसफर की। एवज में इन्हें मुंबई सेंट्रल में समूह-डी में नौकरी मिली।
किरण देवी नाम की महिला ने 28 फरवरी 2007 में बिहटा की अपनी 80905 वर्ग फीट जमीन लालू प्रसाद के कहने पर उनकी पुत्री मीसा भारती के नाम कर दी। इस जमीन के एवज में किरण देवी को 3.70 लाख रुपये और उनके पुत्र अभिषेक कुमार को सेंट्रल रेलवे, मुंबई में नौकरी दी गई।
हजारी राय ने महुआबाग की अपनी 9527 वर्गफीट जमीन 10.83 लाख रुपये लेकर मेसर्स एके इंफोसिस के नाम लिख दी। इसके एवज में हजारी राय के दो भांजे दिलचंद कुमार, प्रेमचंद कुमार में से एक को पश्चिम सेंट्रल रेलवे, जबलपुर में और दूसरे को पूर्वोत्तर रेलवे कोलकाता में नौकरी मिली।
लाल बाबू राय ने महुआ बाग, पटना की अपनी 1360 वर्गफीट जमीन 23 मई 2015 को लालू प्रसाद के नाम ट्रांसफर की, जिसके एवज में लाल बाबू को 13 लाख रुपये दिए गए। इसके पहले ही उनके पुत्र लालचंद कुमार को 2006 में उत्तर-पश्चिम रेलवे, जयपुर में नौकरी मिल चुकी थी।
ब्रजनंदन राय ने महुआबाग की अपनी 3375 वर्गफीट की जमीन 29 मार्च 2008 को गोपालगंज निवासी हृदयानंद चौधरी को 4.21 लाख लेकर ट्रांसफर किया।बाद में यह जमीन हृदयानंद चौधरी ने लालू की पुत्री हेमा यादव के नाम कर दी, जिसके बाद यह जमीन तोहफे में दी गई उस वक्त उसका सर्किल रेट 62.10 लाख रुपये था। जमीन के एवज में हृदयानंद चौधरी को पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर (बिहार) में नौकरी मिली।
विशुन देव ने महुआबाग की अपनी 3375 वर्गफीट जमीन 29 मार्च 2008 को सिवान निवासी ललन चौधरी के नाम ट्रांसफर की। ललन चौधरी ने बाद में यह जमीन हेमा यादव को 28 फरवरी 2014 को तोहफे में दे दी। सीबीआई के अनुसार इस तोहफे के बदले में ललन चौधरी के पोते पिंटू कुमार को दक्षिण रेलवे, मुंबई में नौकरी दी गई।