Landslide in Dhanbad: मोदीडीह में धमाके के साथ भू-धंसान, कई घर जमींदोज, अफरा-तफरी

धनबाद के मोदीडीह इलाके में जोरदार धमाके के साथ भू-धंसान हुआ। कई घर जमींदोज हो गये। इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है। राहत और बचाव कार्य जारी है।

Landslide in Dhanbad: मोदीडीह में धमाके के साथ भू-धंसान, कई घर जमींदोज, अफरा-तफरी
मौके पर पहुंचे बाघमारा एमएलए शत्रुघ्न महतो।

धनबाद। झारखंड के धनबाद जिले के मोदीडीह मोदीडीह नया श्याम बाजार के शबरी बस्ती में सोमवार की सुबह को अचानक जोरदार धमाके के साथ बड़ा भू-धंसान हो गया। हादसे में कई घर जमींदोज हो गये। आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गयी।
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लोकल लोगों के अनुसार, भू-धंसान इतना तेज था कि देखते ही देखते कई मकान मलबे में तब्दील हो गये। वहीं कई घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये। घटना के बाद लोग घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित जगहों पर जाने लगे। यह पूरा इलाका डेंजर जॉन के रूप में चिन्हित है। बीसीसीएल की ओर से यहां रहने के लिए लोगों को कई बार मना किया गया है, लेकिन इसके बावजूद लोग यहां रह रहे हैं।


सूचना मिलते ही बाघमारा एमएलए शत्रुघ्न महतो घटनास्थल पर पहुंचे। पीड़ितों को एमएलए ने ममदद का भरोसा दिलाया। एमएलए ने बीसीसीएल व प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने सिजुआ क्षेत्र के महाप्रबंधक निर्झर चक्रवर्ती से तत्काल प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने का निर्देश दिया। एमएलए ने घटनास्थल का जायजा लिया और कहा कि जल्द ही यहां रह रहे सभी परिवारों को दूसरे जगह पर स्थानांतरित किया जायेगा।
ग्रामीणों ने बताया कि रविवार की रात सभी अपने-अपने घरों में सोये हुए थे। सोमवार की अहले सुबह लगभग तीन बजे जोरदार आवाज हुई, जिससे सबकी नींद खुली। जब लोग अपने घरों से बाहर निकलें, तो देखा कि भू-धंसान से आलोक रजक का घर पूरी तरह जमींदोज हो गया है।अरूण रजक का घर गोफ की चपेट में आने से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।बंदा भुईयां, मुन्ना भुईयां, बैजु भुईयां, भोला भुईयां सहित अन्य कई घरों में दरारें पड़ गयी हैं। वहीं आलोक रजक के पालतू जानवर गाय-बकरी गोफ में घुस गये थे, जिन्हें कुछ लोगों ने मिलकर बाहर निकाला।अपनी जान हथेली पर लेकर युवकों ने घर के अंदर फंसे अरूण रजक और उसके परिजनों को सुरक्षित बाहर निकाला। घटना के बाद से लोगों के बीच दहशत का माहौल है।
कोलियरी प्रबंधन ने घटना के बाद हड़बड़ी में ओबी डंप कर मोदीडीह छह नंबर के पास खुले एक इलिगल माइनिंग मुहाने की भराई करा दी। यह वही मुहाना है जिसकी 23 जुलाई को नोडल अधिकारी, सीआईएसएफ और जोगता थाना की पुलिस ने संयुक्त रूप से भराई करायी थी, लेकिन कोल तस्करों ने उसे फिर से खोल दिया था।  2006 में भी इसी शबरी बस्ती में भू-धंसान हुआ था, जिसमें अरुण रजक का घर क्षतिग्रस्त हुआ था, और इस बार फिर उन्हीं का घर प्रभावित हुआ है।
पिछले 19 सालों से इस इलाके में खनन के कारण भूंधसान का खतरा बना हुआ है, लेकिन इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये गये। मोदीडीह कोलियरी के प्रभारी पीओ संजय नंदा ने बताया कि यह पुराना माइंस चला हुआ है और बारिश के कारण जमीन बैठने से यह घटना घटी है। उन्होंने सभी प्रभावित परिवारों को जल्द ही दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने का आश्वासन दिया।
मोदीडीह कोलियरी के धौड़ा सुपरवाइजर नीरज गुप्ता ने प्रभावित परिवारों सहित 12 परिवारों की एक सूची तैयार कर प्रबंधन को सौंप दी है, जिन्हें तत्काल पुनर्वास की आवश्यकता है। इन परिवारों में अरुण रजक, गोविंद भुइयां, धर्मा भुइयां, भोला भुइयां, बैजू भुइयां, सुभाष चौहान, मुन्ना भुइयां, किशोर भुइयां, नंदू चौहान, मालो देवी, पुनुर भुइयां और आलोक कुमार रजक शामिल हैं। फिलहाल अरुण रजक को पास के एक सामुदायिक भवन में अस्थायी तौर पर ठहराया गया है। लोकल लोगों और ग्रामीणों ने प्रशासन से सुरक्षित पुनर्वास और इलिगल माइनिंग पर सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि इस तरह के जानलेवा हादसे भविष्य में दोबारा न हों। उनका कहना है कि जब तक इस संगठित अपराध पर लगाम नहीं लगाई जाती, तब तक उनकी जान और माल दोनों खतरे में रहेंगे।
​अखिल भारतीय भुइयां समाज कल्याण समिति का प्रदर्शन
अखिल भारतीय भुइयां समाज कल्याण समिति के जिला महासचिव इंद्रदेव भुइयां ने अपने समर्थकों के साथ मोदीडीह कोलियरी प्रबंधन से मुलाकात की और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के साथ-साथ अवैध खनन बंद कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि उनके समाज के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं और अगर प्रबंधन ने पुनर्वास और मुआवजा नहीं दिया तो वे आंदोलन पर उतरेंगे। मोदीडीह कोलियरी के धौड़ा सुपरवाइजर नीरज गुप्ता ने बताया कि प्रभावित परिवारों की सूची के आधार पर सबसे ज्यादा प्रभावित अरुण रजक और गोविंद भुइयां को आवास दिया गया है। अरुण को पुराना श्यामबाजार में और गोविंद को ईस्ट बसुरिया में आवास मिला है। अन्य प्रभावित परिवारों को भी जल्द ही सुरक्षित स्थान पर बसाने की योजना है।