मारवाड़ी युवा मंच झरिया शाखा की सावन विशेष स्लोगन प्रतियोगिता संपन्न, परिणाम घोषित

मारवाड़ी युवा मंच झरिया शाखा द्वारा सावन के अवसर पर “कन्या भ्रूण संरक्षण” विषय पर स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता को लेकर प्रतिभागियों में उत्साह देखने को मिला और कुल 117 प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं।

मारवाड़ी युवा मंच झरिया शाखा की सावन विशेष स्लोगन प्रतियोगिता संपन्न, परिणाम घोषित

धनबाद। मारवाड़ी युवा मंच झरिया शाखा द्वारा सावन के अवसर पर “कन्या भ्रूण संरक्षण” विषय पर स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता को लेकर प्रतिभागियों में उत्साह देखने को मिला और कुल 117 प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं। सभी प्रतिभागियों ने बेटियों के महत्व, शिक्षा और अधिकारों पर प्रभावी संदेश प्रस्तुत किए।

यह भी पढ़ें:Bihar: दानापुर के पियूष कुमार का एएफएमसी पुणे में चयन

घोषित परिणाम इस प्रकार हैं 

प्रथम स्थान : प्रीति खेड़िया – रंगीन चित्र, रचनात्मकता और सशक्त कविता के माध्यम से बेटी के महत्व को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया।

द्वितीय स्थान : अमर अत्रि – “बेटी – एक स्वरूप अनेक” की अवधारणा के साथ बेटी की विविध भूमिकाओं को दर्शाया।

तृतीय स्थान : आशा अग्रवाल – प्रेरक कविता द्वारा बेटी के घर, समाज और संस्कारों में योगदान को भावपूर्ण रूप से प्रस्तुत किया।

निर्णायक की भूमिका सुश्री शालिनी शर्मा (सहायक प्राध्यापक, मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर) ने निभाई। उन्होंने प्रतिभागियों की रचनात्मकता और सामाजिक संदेश की सराहना की। कार्यक्रम संयोजक नेहा मित्तल ने बताया कि सभी प्रतिभागियों को प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए हैं। शीर्ष तीन विजेताओं को मंच द्वारा एक विशेष अवसर पर आमंत्रित कर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करना और “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान को जन-जन तक पहुँचाना है।

शाखा अध्यक्ष डॉ. मनीष शर्मा ने कहा कि बेटी केवल परिवार की शान ही नहीं, बल्कि समाज की प्रगति का आधार है। एक शिक्षित बेटी पूरे परिवार और समाज को नई दिशा दे सकती है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आवश्यकता है कि हम केवल नारे तक सीमित न रहें, बल्कि बेटियों की शिक्षा, उनके अधिकारों और सपनों को साकार करने के लिए ठोस कदम उठाएँ। मारवाड़ी युवा मंच ने आश्वासन दिया कि वह आगे भी ऐसे रचनात्मक एवं जागरूकता से जुड़े कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करता रहेगा।