मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक बोले-कुत्ते की मौत पर शोक, किसानों पर ध्यान नहीं
मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने सेंट्रल की मोदी गवर्नमेंट पर बड़ा हमला बोला है। मलिक ने कहा कि आप एक कुत्ते के मरने पर शोक व्यक्त करते हैं लेकिन यहां छह सौ किसानों की मौत हो गई। कोई संवेदना न होना किसानों के साथ अन्याय है।
नई दिल्ली। मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने सेंट्रल की मोदी गवर्नमेंट पर बड़ा हमला बोला है। मलिक ने कहा कि आप एक कुत्ते के मरने पर शोक व्यक्त करते हैं लेकिन यहां छह सौ किसानों की मौत हो गई। कोई संवेदना न होना किसानों के साथ अन्याय है।
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उन्होंने गोवा गवर्नमेंट पर भी हमला करते हुए कहा कि कोरोना काल में वो भ्र्ष्टाचार में लिप्त थी। उम्मीद है कि पीएम नरेंद्र मोदी इस बारे में कुछ एक्शन लेंगे।मेघालय गवर्नर ने कहा कि दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध पूरी तरह जायज है। मैंने एक्स पीएम चौधरी चरण सिंह और राम मनोहर लोहिया से यह सीखा है कि अपने समुदाय के हितों से कभी समझौता नहीं करना चाहिए। मेरा जन्म किसानों के बीच हुआ है। मैंने उनके संघर्षों को देखा और महसूस किया है।
उन्होंने कहा कि मोदी जी जब सीएम थे तो एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर भी उनका यही नजरिया था। किसानों की मांग बिल्कुल भी गलत नहीं है। वे लगभग एक साल से दिल्ली की बोर्डर पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें से छह सौ की मौत हो चुकी है। आप एक कुत्ते की मौत पर भी शोक व्यक्त करते हैं, लेकिन उन पर (मरते किसान) ध्यान नहीं दे रहे हैं। यह अन्याय है।
इंडिया टुडे से खास बातचीत में मेघायल के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कहा कि मैं सरकार को चुनौती नहीं दे रहा हूं। मैं सिर्फ सलाह दे रहा हूं। अगर सरकार को मेरे बोलने से दिक्कत है तो मैं अपना पद छोड़ दूंगा। सरकार को आश्वस्त करना चाहिए कि वे संकटपूर्ण बिक्री की स्थिति उत्पन्न नहीं होने देंगे। किसान आंदोलन में कोई हिंसा नहीं हुई है। लाल किले की हिंसा उन लोगों के कारण हुई जो आंदोलन से जुड़े नहीं थे। किसान आंदोलन से जुड़े लोगों का हिंसा से कोई लेना-देना नहीं था।
गोवा गवर्नमेंट करप्ट
सत्यपाल मलिक ने कहा कि कोरोना काल में गोवा में बीजेपी गवर्नमेंट ने कई गलत फैसले लिए। उस समय गोवा में सरकार ने भ्रष्टाचार किया। मुझे इसलिए हटाया गया क्योंकि मैंने उस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई। मुझे एक्स पीएम चौधरी चरण सिंह के साथ काम करने का मौका मिला है। इसलिए मैं भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं कर सकता।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि कोरोना काल में गोवा सरकार की घर-घर राशन वितरण की योजना अव्यवहारिक थी। यह एक कंपनी के आग्रह पर किया गया था, जिसने सरकार को पैसा दिया था। इस मामले में मुझसे कांग्रेस के लोगों समेत लोगों ने जांच करने को कहा। मैंने मामले की जांच की ओर पीएम को इसकी जानकारी दी।उन्होंने कहा कि आरोप के बारे में उन्हीं लोगों से पूछा जो योजना के पीछे थे। वे स्वीकार नहीं करेंगे कि वे गलत हैं। हवाई अड्डे के पास एक क्षेत्र है जहां से खनन पास के लिए ट्रकों का इस्तेमाल किया जाता था। मैंने सरकार से कोरोना महामारी को देखते हुए उन्हें रोकने के लिए कहा। सरकार ने नहीं किया और फिर यह कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया। आज देश में लोग सच बोलने से डरते हैं।
जम्मू कश्मीर के एक्स गवर्नर ने कहा कि मैं वही कहता हूं जो मुझे लगता है। मैंने गोवा में हंगामा नहीं किया। मैंने सीएम को सलाह दी, यहां तक कि उनका समर्थन भी किया। उन्होंने कहा कि कहीं से भी हम मौजूदा राजभवन पर एक नया राजभवन बनायेंगे। यह एक कार्यशील विरासत संपत्ति है। इसे ध्वस्त करने की कोई आवश्यकता नहीं है। स्थिति ने मुझे सार्वजनिक रूप से यह कहने पर मजबूर कर दिया कि इसकी आवश्यकता नहीं है। यह प्रस्तावित किया गया था कि जब सरकार अविश्वसनीय वित्तीय दबाव में थी, तो ऐसा नहीं किया जाना चाहिए।