National Herald Case : AJL की संपत्ति जब्ती के खिलाफ लंबी कानूनी लड़ाई की तैयारी में जुटी कांग्रेस
नेशनल हेराल्ड मामले में एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) व यंग इंडिया की 752 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने के ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस ने कानूनी मोर्चे पर भी लंबी लड़ाई की तैयारी शुरू कर दी है। ईडी की कार्रवाई को कानून की कसौटियों पर गलत ठहराते हुए इसे मोदी सरकार की प्रतिशोध की राजनीति बता चुकी पार्टी संपत्ति जब्त करने के फैसले को कानूनी प्रक्रिया के तहत कोर्ट में चुनौती देगी।
नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड मामले में एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) व यंग इंडिया की 752 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने के ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस ने कानूनी मोर्चे पर भी लंबी लड़ाई की तैयारी शुरू कर दी है। ईडी की कार्रवाई को कानून की कसौटियों पर गलत ठहराते हुए इसे मोदी सरकार की प्रतिशोध की राजनीति बता चुकी पार्टी संपत्ति जब्त करने के फैसले को कानूनी प्रक्रिया के तहत कोर्ट में चुनौती देगी।
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कानूनी सलाहकारों के बीच हुई मंत्रणा
कांग्रेस के सीनीयर कानूनी सलाहकारों के बीच इस पर मंत्रणा का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस के सीनीयर लीडर अभिषेक मनु सिंघवी की अगुवाई में कई अनुभवी कानूनी रणनीतिकारों की टीम इसकी तैयारी में जुट गई है। संकेत हैं कि कांग्रेस की इस कानूनी लड़ाई को मजबूती देने के लिए सीनीयर एडवोकेट राज्यसभा एमपी कपिल सिब्बल भी इसमें परोक्ष सहयोग के तौर पर अपनी भूमिका निभायेंगे।
कानूनी लड़ाई में सीनीयर वकीलों की मदद लेगी कांग्रेस
एजेएल की संपत्ति जब्त करने की ईडी की कार्रवाई के तत्काल बाद अभिषेक सिंघवी ने साफ कर दिया था कि कानून की कसौटी पर ईडी का यह फैसला टिक नहीं पायेगा। कांग्रेस पार्टी इसके लिए सभी उचित कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करेगी। इस मामले के पार्टी की प्रमुख संपत्तियों और विरासत से जुड़े होने के चलते कानूनी लड़ाई में कांग्रेस किसी तरह की गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहती। इसलिए सिंघवी के अलावा पी चिदंबरम, मनीष तिवारी, विवेक तन्खा, सलमान खुर्शीद आदि के साथ कुछ पेशेवर नामी गिरामी वकीलों की मदद भी ली जायेगी।
मल्लिकार्जुन खरगे का बीजेपी पर निशाना
कांग्रेस प्रसिडेंट मल्लिकार्जुन खरगे ने ईडी की कार्रवाई को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए पार्टी की वैचारिक राजनीतिक लड़ाई में किसी तरह का समझौता नहीं करने की बात कही। खरगे ने तेलांगाना के आलमपुर की चुनावी रैली में कहा कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह उस अखबार को बंद करना चाहते हैं जो हमारे पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने शुरू किया था।उन्होंने कहा कि मुझे आज दुख हो रहा है कि मेरी पार्टी के अखबारों और कांग्रेस की संपत्ति मोदी ने कल जब्त कर ली। यह संपत्ति किसी व्यक्ति की नहीं थी बल्कि पंडित नेहरू ने स्वतंत्रता संग्राम के लिए और लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए यह अखबार निकाला था जो स्वतंत्रता सेनानियों की आवाज बन गई। खरगे ने पीएम पर प्रहार करते हुए कहा कि वे सोचते हैं कि कांग्रेस इससे डर जायेगी तो यह गलत सोच है। कांग्रेस कभी नहीं डरेगी और 'अंत तक' लड़ेगी।