- क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच शुरू की
भुवनेश्वर। ओडिशा के हेल्थ मिनिस्टरऔर झारसुगुड़ा के एमएलए नव किशोर दास को एक ASI ने जनसभा में जाने के दौरान गोली मार दी। एएसआई गोपाल दास ने मिनिस्टर पर नजदीक से छह राउंड फायर किये थे। नब दास के सीने में कई गोलियां लगी हैं। उनकी हालत गंभीर है। उन्हें एयरलिफ्ट कर भुवनेश्वर अपोलो ले जाया गया है। सीएम नवीन पटनायक के आदेश पर क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर में गांधी चौक की घटना है। ब्रजराजनगर के एसडीपीओ गुप्तेश्वर भोई ने कहा कि गांधी चौक एएसआइ गोपाल कृष्ण दास ने सरकारी रिवाल्वर से हेल्थ मिनिस्टर नव किशोर दास को गोली मारी है। आरोपित को अरेस्ट कर लिया गया है।
पुलिसकर्मी ने वाहन से बाहर निकलते ही मिनिस्टर वन दास पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिसकर्मी ने छह राउंड गोली चलाई थी, जिसमें एक गोली उनके सीने में लगी है।
झारसुगुड़ा जिला मुख्यालय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद हेल्थ मिनिस्टर को एयरलिफ्ट कर भुनेश्वर शिफ्ट किया गया है। हालांकि, फायरिंग के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। आरोपित पुलिसकर्मी से पूछताछ जारी है। मिनिस्टर को गोली मारने जाने की घटना के बाद कार्यक्रम स्थल पर हड़कंप मच गया। हेल्थ मिनिस्टर पर फायरिंग की घटना के बाद बीजद कार्यकर्ताओं के धरने पर बैठने से मौके पर तनाव व्याप्त है।
सोने का कलश दान देकर सुर्खियों में आये थे मिनिस्टर
बीजू जनता दल (BJD) के सीनीयर लीडर नव किशोर दास ने कथित तौर पर महाराष्ट्र के एक मंदिर में एक करोड़ रुपये से अधिक का सोने का कलश दान किया था। दास ने कथित तौर पर महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर को 1.7 किलोग्राम सोने और पांच किलोग्राम चांदी से बने कलश दान किया था, जो देश के प्रसिद्ध शनि मंदिरों में से एक है।
झारसुगुड़ा से लगातार तीन बार एमएलए
नव किशोर दास ने झारसुगुड़ा विधानसभा क्षेत्र से 2004 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2009 में फिर उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। 2014 के चुनाव में भी दास ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में झारसुगुड़ा विधानसभा से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की। साल 2019 के चुनाव में वे लगातार तीसरी बार इसी सीट से विधायक चुने गये। नव किशोर दास को क्षेत्र में प्रभावशाली नेता माना जाता है।
सीएम ने क्राइम ब्रांच को दिए जांच के निर्देश
ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने हेल्थ मिनिस्टर नव किशोर दास को गोली मारने की घटना की निंदा की है। सीएम ने मिनिस्टर के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए मामले की जांच क्राइम ब्रांच से कराने का निर्देश दिया है। सीएम के निर्देश पर क्राइम ब्रांच के अफसर मौक पर पहुंच जांच शुरु कर दिया है।
स्वागत के दौरान ASI ने बेहद नजदीक से मिनिस्टर मारी गोली
मौके पर मौजूद एक चश्मदीद ने बताया कि मंत्री के स्वागत के लिए काफी संख्या में लोग जुटे थे। अचानक भीड़ से गोली चलने की आवाज आई। जबतक कोई कुछ समझ पाता तब तक ASI गोपाल दास मिनिस्टर पर फायर कर चुका था। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए चश्मदीद ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री एक जन शिकायत कार्यालय के उद्घाटन के लिए आये थे। वे कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट शामिल होने आये थे। जब वे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो उनके स्वागत करने के लिए भीड़ जमा हो गई। अचानक भीड़ में एक गोली चलने की आवाज़ सुनाई दी। हमने देखा कि एक पुलिसकर्मी मंत्री नव किशोर दास को नज़दीक से गोली मारकर भाग रहा है।
ASI ने सरकारी रिवॉल्वर से की फायरिंग
घटना को लेकर ब्रजराजनगर के एसडीपीओ गुप्तेश्वर भोई ने बताया कि पुलिसकर्मी गोपाल दास ने गांधी चौक फांडी में हेल्थ मिनिस्टर नव किशोर दास को गोली मार दी। आरोपित पुलिसकर्मी को अरेस्ट कर लिया गया है। पुलिस डिपार्टमेंट की ओर से उसे रिवॉल्वर जारी किया गया था। वह एएसआई के पद पर तैनात है।
मिनिस्टर के सीने में बाईं ओर लगी गोली
हालांकि, यह पता नहीं चल पाया है कि किस वजह से उसने गोली चलाई। एएसआई गोपाल दास ने स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास के सामने आकर पांच राउंड फायरिंग की। हालांकि मंत्री के शरीर में एक गोली लगने की खबर है। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री वन किशोर दास के गोली उनके सीने के बाईं ओर लगी है। वह ब्रजराजनगर में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। वह एक विशाल जुलूस में आ रहा था जब एक पुलिसकर्मी ने गोली चला दी।
छात्र राजनीति से मिनिस्टर
नब किशोर दास की गिनती ओडिशा के प्रभावशाली राजनीतिज्ञों में होती है। वह अपने संपत्ति को लेकर खासे चर्चित माने जाते हैं। उनके पास कई महंगी गाड़ियां हैं। जिस इलाके में उन्हें गोली मारी गई है, वहां उनका खासा रसूख माना जाता है। चार साल पहले तक वह कांग्रेस में शामिल थे, बीजद में शामिल होने के कुछ ही समय बाद उन्हें मंत्री पद दे दिया गया था। फैमिली में पांच भाई बहनों में तीसरे नव किशोर दास ने अपने सियासी सफर के शुरुआत छात्र जीवन से ही कर दी थी। अस्सी के दशक में संबलपुर जिले के गंगाधर मेहेर कॉलेज में पढ़ाई के दौरान वह कांग्रेस के नेता बने। कई सालों तक कांग्रेस के साथ रहने के बाद चार साल पहले उन्होंने बीजद का दामन थामा था और कुछ सालों में ही उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दे दी गई।
झारसुगुड़ा से लगातार तीन बार एमएलए के पद पर दर्ज की जीत
नव किशोर दास ने झारसुगुड़ा विधानसभा क्षेत्र से 2004 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2009 में फिर उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते। 2014 के चुनाव में भी दास ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में झारसुगुड़ा विधानसभा से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की। साल 2019 के चुनाव में वे लगातार तीसरी बार इसी सीट से विधायक चुने गए। नव किशोर दास को क्षेत्र में प्रभावशाली नेता माना जाता है।