जेवर एयरपोर्ट का पीएम नरेंद्र मोदी ने किया शिलान्यास, नॉर्थ इंडिया का लाजिस्टिक गेटवे बनेगा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार ग्रेटर नोएडा में नोयडा (जेवर) इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। मौके पर पीएम मोदी ने पहले यहां पर एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम का स्वागत किया। इस एयरपोर्ट से सितंबर 2024 अंत तक एक रनवे के साथ उड़ान सेवाएं प्रारंभ हो सकती हैं।
- करोड़ों लोग होंगे लाभान्वित
- वर्ल्ड के चौथे और एशिया के इस सबसे बड़े एयरपोर्ट के 2024 में परिचालन में आने की संभावना
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार ग्रेटर नोएडा में नोयडा (जेवर) इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। मौके पर पीएम मोदी ने पहले यहां पर एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम का स्वागत किया। इस एयरपोर्ट से सितंबर 2024 अंत तक एक रनवे के साथ उड़ान सेवाएं प्रारंभ हो सकती हैं।
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आजादी के बाद से उत्तर प्रदेश की छवि खराब बनाकर रखी गई
मौके पर समारोह को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजादी के इतने सालों तक तो, उत्तर प्रदेश को ताने सुनने के लिए मजबूर कर दिया गया था। कभी गरीबी के ताने, कभी जात-पात की राजनीति के ताने, कभी हजारों करोड़ रुपये के घोटालों के ताने, कभी खराब सड़कों के ताने, कभी उद्योगों के अभाव के ताने, कभी ठप पड़े विकास के ताने, कभी अपराधी-माफिया और राजनीति के गठजोड़ के ताने- यूपी के कोटि-कोटि सामर्थ्यवान लोगों का यह सवाल था कि क्या वाकई कभी यूपी की सकारात्मक छवि बन पाएगी या नहीं बन पायेगी।
उत्तर प्रदेश ने खूब सुने थे ताने, अब लोग भरेंगे इंटरनेशनल उड़ानें
उन्होंने सीएम योगी को कर्मयोगी बताते हुए राज्य में हुए विकास के कार्यों को गिनाया। वहीं विपक्षी दलों पर भी जमकर तीर चलाए। पीएम मोदी ने कहा कि इस एयरपोर्ट के बनने से आगरा का पेठा हो या फिर सहारनपुर का फर्नीचर या मुरादाबाद का बर्तन कारोबार सभी को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि दशकों तक यूपी को ताने सुनने के लिए मजबूर कर दिया गया था। कभी गरीबी तो कभी भ्रष्टाचार के ताने सुनने को मिलते थे। यूपी के सामर्थ्यवान लोगों का यही सवाल था कि क्या प्रदेश की छवि बेहतर हो पाएगी या नहीं। पहले की सरकारों ने जिस उत्तर प्रदेश को अंधकार में बनाए रखा, वही राज्य आज दुनिया में अपनी छाप छोड़ रहा है। आज यूपी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के संस्थान बन रहे हैं। इंटरनेशनल लेवल की रेल कनेक्टिविटी और दुनिया की कंपनियों के निवेश का सेंटर है। यह सब कुछ आज हमारे यूपी में हो रहा है। इसीलिए देश और दुनिया के निवेशक कहते हैं कि उत्तर प्रदेश यानी उत्तम सुविधा और निरंतर निवेश।
कनेक्टिविटी के लिहाज से भी एक बेहतरीन मॉडल बनेगा
पीएम ने कहा कि दाऊ जी के मेले के लिए मशहूर जेवर अब इंटरनेशनल मैप में जगह पा गया है। इससे दिल्ली एनसीआर समेत पश्चिमी यूपी के कई जिलों के लोगों को फायदा होगा। गरीब हो या मध्यम वर्ग, किसान हो या व्यापारी, मजदूर हो या उद्यमी, हर किसी को इन्फ्रास्ट्रक्चर का लाभ मिलता है। जेवर एयरपोर्ट भी सुविधाओं का खजाना साबित होगा।21वीं सदी का भारत एक से एक आधुनिक सुविधाओं का निर्माण कर रहा है। एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट और अच्छे रेलवे स्टेशन सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स नहीं होते हैं बल्कि ये सबके जीवन को बदल देते हैं। मजदूरों से लेकर कारोबारियों और किसानों तक हर किसी को इसका लाभ मिलता है। ऐसे प्रोजेक्ट्स को और ताकत मिलती है, जब उनके साथ सीमलेस कनेक्टिविटी हो। यह कनेक्टिविटी के लिहाज से भी एक बेहतरीन मॉडल बनेगा।
कहीं से भी होगी नोएडा एक्सप्रेसवे तक आने की सुविधा
जेवर एयरपोर्ट आने जाने के लिए टैक्सी, मेट्रो से लेकर रेल तक की सुविधा होगी। एयरपोर्ट से निकलते ही आप सीधे यमुना एक्सप्रेसवे पर आ सकते हैं। इसके अलावा नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे जा सकते हैं। यूपी, दिल्ली और हरियाणा के किसी भी इलाके में जाने के लिए पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर पहुंच सकते हैं। यही नहीं दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भी तैयार होने वाला है। इसकी उससे भी सीधी कनेक्टिविटी होगी।
हर साल बचेंगे 15,000 करोड़ रुपये
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यहां विमानों की रिपेयरिंग भी हो सकेगी। फिलहाल हर साल 15,000 करोड़ रुपये की लागत रिपेयरिंग में आती है और इस एयरपोर्ट की कुल लागत ही 30 हजार करोड़ रुपये होगी। इस तरह यह एयरपोर्ट विकास के साथ ही बचत भी करायेगा। यूपी की इसी अंतरराष्ट्रीय पहचान को इंटरनेशनल कनेक्टिविटी नये आयाम दे रही है। दो से तीन सालों में यह एयरपोर्ट जब काम करना शुरू करेगा तो यूपी पांच इंटरनेशनल हवाई अड्डों वाला राज्य बन जायेगा।
दो दशक पहले बीजेपी गवर्नमेंट ने ही देखा था सपना
उन्होंने कहा कि इससे पहले यूपी और सेंट्रल की जो सरकारें रहीं, उन्होंने कैसे पश्चिम यूपी को नजरअंदाज किया, उसका उदाहरण यह जेवर एयरपोर्ट भी है। दो दशक पहले बीजेपी की गवर्नमेंट ने इसका सपना देखा था, लेकिन फिर यह यूपी और केंद्र की सरकारों की खींचतान में उलझा रहा। यूपी की पहले की सरकार ने तो चिट्ठी लिखकर कह दिया था कि इसे बंद कर दिया जाए। आज डबल इंजन वाली सरकार के प्रयासों से हम उसी एयरपोर्ट के साक्षी बन रहे हैं।
वर्ल्ड के इन्वेस्टर कहते हैं यूपी यानी उत्तम सुविधा
पीएम मोदी ने कहा कि जिसे पहले की सरकारों ने झूठे सपने दिखाए, आज वही यूपी अंतरराष्ट्रीय छाप छोड़ रहा है। आज यूपी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेडिकल संस्थान, रेलवे, हाईवे, एयर कनेक्टिविटी मिल रही है। इसलिए आज देश और दुनिया के निवेशक कहते हैं यूपी यानी उत्तम सुविधा, निरंतर निवेश, यूपी की इसी अंतरराष्ट्रीय पहचान को, नये आयाम दे रही है।उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे को सुचारू रूप से चलाने के लिए भी हजारों लोगों की आवश्यकता होती है। पश्चिमी यूपी के हजारों लोगों को ये एयरपोर्ट नए रोजगार भी देगा। पीएम मोदी ने कहा कि आज हम 85 फीसदी विमानों को एमआरओ सेवा के लिए विदेश भेजते हैं और इस काम के पीछे हर साल 15 हजार करोड़ रुपये खर्च होते हैं। 30 हजार करोड़ में ये प्रोजेक्ट बनने वाला है। हजारों करोड़ रुपये खर्च होते हैं, जिसका ज्यादातर हिस्सा दूसरे देशों को जाता है। अब ये एयरपोर्ट इस स्थिति को भी बदलने में मदद करेगा। इसके माध्यम से पहली बार देश में एंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल कार्गो हब की कल्पना भी साकार हो रही है। इससे इस पूरे क्षेत्र के विकास को एक नई गति मिलेगी। एक नई उड़ान मिलेगी।
एविएशन सेक्टर में होगी वृद्धि
पीएम ने आज देश में जितनी तेजी से एविएशन सेक्टर में वृद्धि हो रही है, जिस तेजी से भारतीय कंपनियां सैकड़ों नए विमानों को खरीद रही हैं। उनके लिए भी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बहुत बड़ी भूमिका होगी।मोदी ने कहा आज इस एयरपोर्ट के भूमिपूजन के साथ ही दाऊ जी मेले के लिए प्रसिद्ध जेवर भी अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर अंकित हो गया है। इसका बहुत बड़ा लाभ दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी यूपी के करोड़ों लोगों को होगा। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का नया भारत आज एक से बढ़कर एक बेहतरीन आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहा है।
जेवर में विस्थापित हुए लोगों के पुनर्वास के लिए आवंटित किए 3,301 करोड़ रुपये
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने जेवर अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण के कारण विस्थापित हुए लोगों के पुनर्वास के लिए 3,301 करोड़ रुपए आंवटित किये है। लगभग 7,224 प्रभावित परिवारों को विस्थापन के कारण उनके पुनर्वास के लिए 403 करोड़ रुपये दिए गए हैं। लाभार्थियों में रोही के 2,368, दयानतपुर के 2,659, किशोरपुर के 936, रणहेड़ा के 613, परोही के 573 और बनवारीवास के 75 लोग शामिल हैं। जेवर बांगर क्षेत्र में 3,003 विस्थापित परिवारों को 25,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से भूमि आवंटित की गई है।समारोह को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत यूपी के डिप्टी सीएम व अन्य ने भी संबोधित किया।