पीएम नरेंद्र मोदी का देश के नाम संबोधन: वैक्सीन आने तक कोरोना से जंग जारी रहेगी
पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम को देशवासियों को संबोधित किया। पीएम ने मास्क, दो गज की दूरी समेत अन्य जरूरी उपायों पर जोर देते हुए कहा कि यह समय लापरवाही का नहीं है। यह मान लेने का भी नहीं है कि कोरोना चला गया है या फिर कोई खतरा नहीं बचा है। हमें यह नहीं भूलना है कि लॉकडाउन भले चला गया है, लेकिन वायरस नहीं गया है।
- हमें यह नहीं भूलना है कि लॉकडाउन भले चला गया है, लेकिन वायरस नहीं गया
यह समय लापरवाही का नहीं,यह मान लेने का भी नहीं है कि कोरोना चला गया है या फिर कोई खतरा नहीं बचा
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम को देशवासियों को संबोधित किया। पीएम ने मास्क, दो गज की दूरी समेत अन्य जरूरी उपायों पर जोर देते हुए कहा कि यह समय लापरवाही का नहीं है। यह मान लेने का भी नहीं है कि कोरोना चला गया है या फिर कोई खतरा नहीं बचा है। हमें यह नहीं भूलना है कि लॉकडाउन भले चला गया है, लेकिन वायरस नहीं गया है। बीते सात-आठ महीनों में, प्रत्येक भारतीय के प्रयास से, भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है और अधिक सुधार करना है।
मास्क, दो गज की दूरी समेत अन्य जरूरी उपायों पर जोर
उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जनता कर्फ्यू से लेकर आज तक हम सभी देशवासियों ने बहुत लंबा सफर तय किया है। जीवन को गति देने के लिए हम रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं। त्योहारों के मौसम में बाजारों में भी रौनक लौट रही है। भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में है, उसे बिगड़ने नहीं देना है, बल्कि उसमें और सुधार करना है। एक कठिन समय से निकलकर हम आगे बढ़ रहे हैं, थोड़ी सी लापरवाही हमारी गति को रोक सकती है, महमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है। जीवन की ज़िम्मेदारियों को निभाना और सतर्कता ये दोनो साथ साथ चलेंगे तभी जीवन में ख़ुशियाँ बनी रहेंगी। दो गज की दूरी, समय-समय पर साबुन से हाथ धुलना और मास्क का ध्यान रखिए। आज देश में रिकवरी रेट अच्छी है, Fatality Rate कम है। दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है। कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में टेस्ट की बढ़ती संख्या हमारी एक बड़ी ताकत रही है।
देश में कई वैक्सीन्स पर चल रहा है काम
पीएम ने कहा कि देश में कई वैक्सीन्स पर काम चल रहा है। जब तक महामारी की वैक्सीन नहीं बन जाती, हमें कोरोना से अपनी लड़ाई को बिल्कुल भी कमोजर नहीं पड़ने देना है। मोदी ने कहा कि याद रखिए, जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं। सालों बाद हम ऐसा होते देख रहे हैं कि मानवता को बचाने के लिए पूरी दुनिया में काम हो रहा है। भारत में कई वैक्सीन पर काम चल रहा है, इसमें से कई एडवांस स्टेज में है। कोरोना की वैक्सीन जब भी आयेगी, इसे देश के एक-एक नागरिकों तक जल्दी से पहुंचे इसके लिए सरकार तेजी से काम कर रही है।'उन्होंने कहा कि बरसों बाद हम ऐसा होता देख रहे हैं कि मानवता को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा है। अनेक देश इसके लिए काम कर रहे हैं। हमारे देश के साइंटिस्ट भी वैक्सीकन के लिए जी-जान से जुटे हैं। भारत में अभी कोरोना की कई वैक्सीन्स पर काम चल रहा है। इनमें से कुछ एडवान्स स्टेज पर हैं। कोरोना की vaccine जब भी आएगी, वो जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचे इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है। एक-एक नागरिक तक vaccine पहुंचे, इसके लिए तेजी से काम हो रहा है।
अमेरिका, यूरोप में फिर बढ़ रहे हैं मामले
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं, बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं, तो आप अपने आप को, अपने परिवार को, अपने परिवार के बच्चों को, बुजुर्गों को उतने ही बड़े संकट में डाल रहे हैं। आप ध्यान रखिए, आज अमेरिका हो, या फिर यूरोप के दूसरे देश, इन देशों में कोरोना के मामले कम हो रहे थे, लेकिन अचानक से फिर बढ़ने लगे। जब तक सफलता पूरी न मिल जाए, लापरवाही नहीं करनी चाहिए। जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती, हमें कोरोना से अपनी लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है। पीएम मोदी ने कहा कि सेवा परमो धर्म: के मंत्र पर चलते हुए हमारे डॉक्टमर्स, नर्स, हेल्थ वर्कर्स इतनी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर करीब साढ़े पांच हजार लोगों को करोना हुआ है, वहीं अमेरिका और ब्राजील में यह आंकड़ा 25 हजार है। भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर मृत्यु दर 83 है, जबकि ब्राजील और अमेरिका जैसे देशों में यह आंकड़ा 600 के पार है। दुनिया के सुविधासंपन्न देशों की तुलना में भारत अधिक नागरिकों की जान बचाने में सफल रहा है। भारत में आज 90 हजार से अधिक बेड, 12 हजार क्वारंटाइन सेंटर, कोरोना टेस्टिंग की करीब 2 हजार लैब, देश में टेस्टिंग की संख्या जल्द ही 10 करोड़ के आकंडे को पार कर जायेगी। कोरोना महामारी के खिलाफ टेस्टिंग संख्या हमारी ताकत रही है।
दोहे से समझाया
पकी खेती देखिके, गरब किया किसान। अजहूं झोला बहुत है, घर आवै तब जान।पीएम ने कबीरदास के दोहे का जिक्र करते हुए समझाया कि पकी हुई फसल देखकर ही अति आत्मविश्वास से भर जाते हैं कि अब तो काम हो गया। लेकिन जब तक सफलता पूरी ना मिल जाए, लापरवाही नहीं करनी चाहिए। जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती, हमें अपनी इस लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है।
रिपु रुज पावक पाप प्रभु अहि गनिअ न छोट करि।रामचरितमानस में बहुत शिक्षाप्रद बातें हैं। साथ-साथ अनेक प्रकार की चेतावनियां भी हैं। कोरोना संक्रमण के संदर्भ में इसका अर्थ समझाते हुए पीएम ने कहा आग, रोग, शत्रु, बीमारी को छोटा कभी नहीं समझना चाहिए। कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि त्योहारों का समय हमारे जीवन में खुशियों का समय है, उल्लास का समय है। एक कठिन समय से निकलकर हम आगे बढ़ रहे हैं, थोड़ी सी लापरवाही हमारी गति रोक सकती है, हमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है, जीवन की जिम्मेदारियों को निभाना और सतर्कता, ये दोनों साथ चलेंगी, तभी खुशियां बनी रहेंगी। ये त्योहार आपके जीवन में उमंग भरे ऐसा वातावरण चाहता हूं। इसलिए मैं बार-बार हर देशवासी से आग्रह करता हूं। मैं मीडिया और सोशल मीडिया में सक्रिय लोगों से अपील करता हूं कि आप जागरूकता के लिए जितना जागरूक करेंगे यह देश की सेवा होगी। प्यारे देशवासियों, स्वस्थ रहिए, तेज गति से आगे बढ़िए और हम सब मिलकर देश को भी आगे बढ़ायेंगे, इन्हीं शुभकामनाओं साथ नवरात्र, दशहरा, ईद, दीपावली, छठ पूजा, गुरुनानक पर्व सहित सभी त्योहारों की सभी देशवासियों को बधाई देता हूं।
कोरोना काल में पीेम मोदी का देश के नाम संबोधन
19 मार्च: कोरोना संकट में पीएम मोदी का पहला संबोधन जनता कर्फ्यू के लिए था, जिसमें देश में एक दिन का लॉकडाउन लगाया गया था।
24 मार्च:पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के कारण देश में पहले लॉकडाउन की घोषणा की थी, जिसमें पहले 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया
तीन अप्रैल : कोरोना काल में अपने तीसरे संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना योद्धाओं के सम्मान की अपील की, जिसमें सभी से रात नौ बजे नौ मिनट तक घर की लाइट बंद कर दीया जलाने को कहा गया, जिसका पालन देशवासियों ने किया।
14 अप्रैल: चौथे संबोधन में पीएम मोदी ने लॉकडाउन 2 की घोषणा की, जो कि तीन मई तक के लिए बढ़ाया गया था।
12 मई: कोरोना काल के बीच देश में अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत पैकेज का ऐलान किया। इसमें छोटे कारोबारियों को लोन देने की सुविधा दी गई।
30 जून: पीएम मोदी ने लास्बाटर जून में देश को संबोधित किया था, जिसमें देशवासियों से कोरोना को लेकर सावधानी बरतने की अपील की थी। जून के बाद ही देश में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई थी, ऐसे में लोगों से नियमों का पालन करने को कहा था।