Udaipur kanhaiyalal murder case : कोर्ट ने चारों आरोपियों को 10 दिन की NIA की रिमांड में भेजा
राजस्थान की जयपुर स्थित NIA कोर्ट ने उदयपुर के कन्हैयालाल मर्डर केस मामले में अरेस्ट किये गये चारों आरोपियों मोहम्मद रियाज अख्तरी, गौस मोहम्मद और उनके साथी आसिफ और मोहसिन को 10 दिन की एनआइए रिमांड में भेज दिया है।
- कन्हैयालाल की मर्डर कर '2611' बाइक से भागे दोनों आरोपी, कई जगह छिपने की कोशिश
जयपुर। राजस्थान की जयपुर स्थित NIA कोर्ट ने उदयपुर के कन्हैयालाल मर्डर केस मामले में अरेस्ट किये गये चारों आरोपियों मोहम्मद रियाज अख्तरी, गौस मोहम्मद और उनके साथी आसिफ और मोहसिन को 10 दिन की एनआइए रिमांड में भेज दिया है।
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Udaipur murder incident | All the four accused were presented in NIA court in Jaipur, today, where the court sent them to 10-day remand to NIA pic.twitter.com/qJMqrjT5eN
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 2, 2022
एनआईए और(एटीएस की एक टीम ने उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की नृशंस मर्डर के चार आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को जयपुर की एनआईए कोर्ट में पेश किया। कोर्ट में पेश करने से पहले आरोपियों को लेकर पुलिस टीम एटीएस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के ऑफिस में पहुंची। एनआईए ने एटीएस से सभी दस्तावेजी सबूत एकत्र किए। इसके बाद कन्हैया लाल हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों मोहम्मद रियाज अख्तरी, गौस मोहम्मद और उनके साथी आसिफ और मोहसिन सहित चारों आरोपियों को एनआईए और एटीएस के दल ने कोर्ट में पेश किया।
उदयपुर की घटना के विरोध में आक्रोशित वकीलों ने कोर्ट परिसर में नारेबाजी की। आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की गई। उल्लेखनीय है कि गत 28 जून को कन्हैयालाल की मर्डर के बाद राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन कर जांच शुरू की थी। लेकिन बाद में आरोपियों के तार दूसरे देशों से भी जुड़े होने के कारण सेंट्रल ने इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी है।
कन्हैयालाल की मर्डर '2611' बाइक से भागे दोनों आरोपी, कई जगह छिपने की कोशिश
उदयपुर के मालदास स्ट्रीट में 28 जून को टेलर कन्हैयालाल की जघन्य हत्या के बाद आरोपी मोहम्मत रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद जिस बाइक पर भाग रहे थे, उसका नंबर 2611 था जो मुंबई में आतंकी हमले की डेट है। पकड़े जाने से पहले इस बाइक पर दोनों ने 170 किमी तक का सफर तय कर लिया था। यह जांच का विषय है कि बाइक का यह नंबर उन्होंने अतिरिक्त पैसा देकर लिया था या इत्तेफाक था।कन्हैयालाल का मर्डर करने के बाद दोनों आरोपियों ने उदयपुर में रहकर ही वीडियो बनाकर वायरल किया। इसके बाद वे इस बाइक पर राजसमंद होते हुए अजमेर मार्ग पर निकल गये थे। पुलिस के अलर्ट जारी करने के बाद सभी जगह नाकाबंदी शुरू कर दी गई थी। इस कारण दोनों ने अपना रास्ता बदल लिया था। उदयपुर से मावली गए। वहां गांवों के रास्तों होते हुए सरदारगढ़, आमेट होते हुए देवगढ़ पहुंच गए। यहां उन्होंने एक मोटर गैराज में ठहरने का इरादा किया था, लेकिन उन्हें मदद नहीं तो दोनों तुरंत भीम के लिए रवाना हो गये।
मर्डर वाले दिन वीडियो वायरल करने के लिए रियाज ने अपने ग्रुप में जोड़ा था कई नंबर
पुलिस टेकनीक के जरिए इनकी लोकेशन पर नजर रख रही थी। सभी मार्गों पर नाकाबंदी करवा दी गई। इसके बावजूद आरोपी बाइक पर भागते हुए दोनों ताल-लसाणी, सूरजपुरा चालीस मील चौराहे तक पहुंच गए। यहां भी उन्हें किसी ने शरण नहीं दी। इसके बाद गलियों से होते हुए दोनों हाइवे पर पहुंच गये। देवगढ़ और भीम थाने की पुलिस इनका पीछा कर रही थी। दोनों को भीम से दस किमी दूर आडावाणा-जस्साखेड़ा के पास पुलिस टीमों ने इनको घेर लिया। दोनों को दबोच लिया। पुलिस ने पकड़ने के बाद जब इनकी बाइक का नंबर देखा तो वो भी हैरान रह गई।मोहम्मद रियाज उदयपुर में बीस सालों के दरम्यां कई मकानों में किराए पर रहा है। अक्सर वो मकान बदलता रहा है। उसने उर्दू में लब्बैक, रसूल उल्लाह आदि नाम से व्हाट्एसएप ग्रुप बनाए थे जिस पर वो लोगों को धार्मिक व भड़काने वाले संदेश भेजता था। मर्डर वाले दिन वीडियो वायरल करने के लिए रियाज ने अपने ग्रुप में कई नंबरों को जोड़ा था।
राजस्थान पुलिस ने बुधवार को कहा था कि उदयपुर में दर्जी की मर्डर में शामिल मुख्य आरोपी पाकिस्तान स्थित संगठन दावत-ए-इस्लामी के संपर्क में था और उनमें से एक संगठन से मिलने के लिए 2014 में पाकिस्तान के कराची भी गया था। मुख्य आरोपी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने कथित तौर पर 28 जून को बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा का समर्थन करने के लिए दर्जी कन्हैया लाल की उनकी दुकान पर चाकू से सिर कलम कर मर्डर कर दी थी। इस नृशंस हत्याकांड के बाद इन आरोपियों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा था कि वे इस्लाम के अपमान का बदला ले रहे हैं। वीडियो में आरोपियों ने पीएम नरेंद्र मोदी को भी धमकी दी थी। घटना के कुछ ही घंटों के भीतर दोनों आरोपियों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया गया था।