उत्तर प्रदेश: बीजेपी को एक और बड़ा झटका, कैबिनेट मिनिस्टर दारा सिंह चौहान ने भी दिया इस्तीफा
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को एक और बड़ा झटका लगा है। योगी गवर्नमेंट में वन पर्यावरण और जन्तु उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सूत्रों के मुताबिक वह जल्द सपा में शामिल हो सकते हैं।
- स्टेट पिछड़ों को बीजेपी से जोड़ने के केंद्र बिंदु थे दारा सिंह
- पूर्वांचल में बढ़ेगी बीजेपी की परेशानी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को एक और बड़ा झटका लगा है। योगी गवर्नमेंट में वन पर्यावरण और जन्तु उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सूत्रों के मुताबिक वह जल्द सपा में शामिल हो सकते हैं।
नई दिल्ली: बीजेपी हेडक्वार्र के 42 स्टाफ कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप
Uttar Pradesh cabinet Minister and BJP leader Dara Singh Chauhan quits from his post pic.twitter.com/PWvCNUq4zm
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 12, 2022
पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैया
दारा सिंह चौहान ने राज्यपाल को भेजे अपने इस्तीफे में लिखा है, ‘पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के साथ पिछड़े और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं। दारा सिंह चौहान मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से बीजेपी एमएलए हैं। माना जा रहा है कि वह फिर समाजवादी पार्टी का रुख कर सकते हैं। चुनाव से ठीक पहले दारा सिंह चौहान के पार्टी छोड़ने से भाजपा को पूर्वांचल में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अभी तक गैर यादव मतों को अपनी तरफ खींचने में लगी भाजपा को पहले स्वामी प्रसाद मौर्य और अब दारा सिंह चौहान जैसे पिछड़े समाज के नेताओं के झटके से उबरने में काफी वक्त लग सकता है।
बीजेपी में पिछड़ों को जोड़ने के केंद्र बिन्दु भी थे दारा सिंह चौहान
दारा सिंह चौहान भाजपा में पिछड़ों को जोड़ने के केंद्र बिन्दु भी थे। पूर्वांचल में उनकी गिनती कद्दावर ओबीसी नेता के रूप में होती है।
विधायक और मंत्री बनने से पहले दारा सिंह चौहान एमपी रहे हैं। बसपा की ओर से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं। 2014 में दारा सिंह चौहान ने बसपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव घोसी से लड़ा था। तब मोदी लहर में बीजेपी कैंडिडेट हरिनारायण राजभर ने दारा सिंह चौहान को हराया था। इसके एक साल बाद ही दारा सिंह चौहान ने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। खुद भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दारा सिंह को भाजपा में शामिल कर पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाई।2017 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने उन्हें पिछड़ा मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बना दिया। मऊ जिले की मधुबन सीट से बीजेपी कैंडिडेट भी बनाया। मधुबन से विधायक बनने के साथ ही उन्हें कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया। बीजेपी ने उन्हें पिछड़ा मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष तक बना दिया। पिछड़े समाज को बीजेपी से जोड़ने की मुहिम में दारा सिंह चौहान को लगाया गया था।
यूपी में बीजेपी को 24 घंटे के अंदर दूसरा बड़ा झटका लगा है। स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान ने इस्तीफा दे दिया है। उल्लेखनीय हैौ कि मंगलवार को मंत्री पद और भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने अगल दो दिनों में कुछ और नेताओं के बीजेपी छोड़ने की बात कही थी।