Uttar Pradesh: मैं हमलावर नहीं पीड़ित, IRS योगेंद्र मिश्रा ने गौरव गर्ग और उनकी वाइफ IPS पर लगाये आरोप

उत्तर प्रदेश के लखनऊ आयकर भवन में आईआरएस अफसर गौरव गर्ग पर कथित हमले के मामले में आरोपी बनाये गए संयुक्त आयकर आयुक्त योगेंद्र मिश्रा ने अब अपनी चुप्पी तोड़ी है। सोशल मीडिया एक्स पर जारी एक विस्तृत सार्वजनिक बयान में योगेंद्र मिश्रा ने खुद को व्यवस्थित और प्रतिशोधपूर्ण उत्पीड़न का शिकार बताया है। इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

Uttar Pradesh: मैं हमलावर नहीं पीड़ित, IRS योगेंद्र मिश्रा ने गौरव गर्ग और उनकी वाइफ IPS पर लगाये आरोप
योगेंद्र मिश्रा (फाइल फोटो)।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ आयकर भवन में आईआरएस अफसर गौरव गर्ग पर कथित हमले के मामले में आरोपी बनाये गए संयुक्त आयकर आयुक्त योगेंद्र मिश्रा ने अब अपनी चुप्पी तोड़ी है। सोशल मीडिया एक्स पर जारी एक विस्तृत सार्वजनिक बयान में योगेंद्र मिश्रा ने खुद को व्यवस्थित और प्रतिशोधपूर्ण उत्पीड़न का शिकार बताया है। इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
यह भी पढ़ें:Dhanbad : कांग्रेस जिला अध्यक्ष संतोष ने करायी प्रदेश अध्यक्ष की किरकिरी! , पुराने प्रखंड व नगर अध्यक्ष बहाल

योगेंद्र मिश्रा का दावा है कि उनके द्वारा वर्ष 2022 में कानपुर में पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने अपने पूर्ववर्ती अधिकारी गौरव गर्ग के कार्यकाल में कर जांच से जुड़ी कई गंभीर चूकों की रिपोर्ट की थी। यही रिपोर्टें गौरव गर्ग की नाराज़गी और दुर्भावनापूर्ण प्रतिशोध का कारण बन गयी है। जिसके चलते उन्हें व्यक्तिगत और संस्थागत रूप से निशाना बनाया जाने लगा। योगेंद्र मिश्रा ने गौरव गर्ग की आईपीएस पत्नी रवीना त्यागी पर भी आरोप लगाये हैं।
पुराना विवाद फिर उछाला गया!
योगेंद्र मिश्रा ने बताया कि 13 फरवरी 2025 को एक विभागीय क्रिकेट मैच के दौरान हुआ एक मामूली विवाद सभी पक्षों की आपसी सहमति और माफ़ी के साथ उसी दिन सुलझा लिया गया था। लेकिन कुछ महीनों बाद उसी विवाद से जुड़ा एक कथित वीडियो गौरव गर्ग ने अपनी आईपीएस वाइफ रवीना त्यागी के माध्यम से एक पत्रकार को लिंक किया, जिसे 29 मार्च 2025 को ट्विटर पर सार्वजनिक किया गया। योगेंद्र मिश्रा का आरोप है कि इस वीडियो के ज़रिए उन्हें 50,000 रुपये की ब्लैकमेलिंग का प्रयास भी किया गया। जिसकी चैट लॉग समेत पुख़्ता जानकारी उन्होंने अफसरों को सौंप दी है।


ट्रांसफर भी सज़ा का हिस्सा
योगेंद्र मिश्रा ने अपने बयान में यह भी कहा कि वीडियो वायरल होने के अगले ही दिन 30 मार्च 2025 को उनका ट्रांसफर लखनऊ से काशीपुर कर दिया गया था। वो भी ऑफिसियल आदेश जारी होने से पहले ही मीडिया को लीक कर दिया गया। जो ट्रांसफर प्रक्रिया के मानक प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। उन्होंने इस ट्रांसफर के कारण जानने के लिए 28 अप्रैल 2025 को एक आरटीआई भी दायर की, जिसका जवाब उन्हें अब तक नहीं मिला।
ऑफिस में सार्वजनिक हमला और गालियां
योगेंद्र मिश्रा ने बताया कि 29 मई 2025 को जब वे प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त कार्यालय (लखनऊ) में सीआईटी (प्रशासन) के समक्ष सूचना मांगने पहुंचे थे, तब गौरव गर्ग ने वहां मौजूद सीनीयर अफसरों और कर्मचारियों की उपस्थिति में उन्हें गालियां दीं। उन पर शारीरिक हमला किया। उनके अनुसार, पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड है और कई अफसरों ने उसे देखा भी है।
मैं हमलावर नहीं, पीड़ित: योगेंद्र मिश्रा
योगेंद्र मिश्रा ने कहा कि मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाये जा रहे हैं, वे एक संगठित प्रतिशोध की कड़ी हैं। मेरी छवि को बिगाड़ने के लिए सोशल मीडिया, झूठी शिकायतें और मीडिया हेरफेर का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस हमले की घटना के बाद भी उल्टा उन्हें ही हमलावर के रूप में पेश करने की कोशिश की जा रही है, जबकि उनके पास सीसीटीवी फुटेज, गवाहों और डिजिटल साक्ष्यों के माध्यम से पूरी घटना का खंडन करने के पर्याप्त आधार हैं। फिलहाल योगेंद्र मिश्रा ने निष्पक्ष जांच और कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
योगेंद्र मिश्रा की चार मुख्य मांगें 
गौरव गर्ग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए, जिसमें शारीरिक हमला, आपराधिक धमकी और मानहानि शामिल हैं।
घटना से संबंधित सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान सुरक्षित रखे जाएं और निष्पक्ष जांच की जाए।
उन्हें दुर्भावनापूर्ण एफआईआर से सुरक्षा दी जाए, ताकि उनका मुखबिरी के तौर पर किया गया खुलासा दबाया न जा सके।
मीडिया और अधिकारिक चैनलों के दुरुपयोग के खिलाफ कार्रवाई हो, जिससे उनके चरित्र को ठेस पहुंचाने की कोशिशें रोकी जा सकें।पुलिस और डिपार्टमेंटल एक्शन का इंतजार
फिलहाल, आईआरएस अफसर योगेंद्र मिश्रा ने लखनऊ के पुलिस आयुक्त और अन्य सीनीयर अफसरों को औपचारिक कंपलेन दे दी है। अब देखना होगा कि उनके लगाये गये आरोपों की कितनी गंभीरता से जांच होती है, और इस विवाद में आगे क्या मोड़ आता है।