Dhanbad : कांग्रेस जिला अध्यक्ष संतोष ने करायी प्रदेश अध्यक्ष की किरकिरी! , पुराने प्रखंड व नगर अध्यक्ष बहाल

झारखंड कांग्रेस के प्रसिडेंट केशव महतो कमलेश को धनबाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह के कारण किरकिरी हो रही है। जिला अध्यक्ष संतोष सिंह की अनुसंशा पर आनन-फानन में प्रदेश अध्यक्ष ने कई नगर अध्यक्ष व प्रखंड अध्यक्ष को हटाकर नये मनोनयन किया था। अब प्रदेश अध्यक्ष ने सभी नये मनोनयन को निरस्त कर दिया है। पुराने प्रखंड व नगर अध्यक्षों को बहाल कर दिया गया है।

Dhanbad : कांग्रेस जिला अध्यक्ष संतोष ने करायी प्रदेश अध्यक्ष की किरकिरी! , पुराने प्रखंड व नगर अध्यक्ष बहाल
अपने ही बुने जाल में फंसे नेताजी।
  • धनबाद व झरिया समेत कई प्रखंड व नगरों में नये अध्यक्षों का मनोनयन निरस्त 
  • प्रदेश प्रभारी ने किया हस्तक्षेप
  • बैकफुट पर आये प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश
  • जिला अध्यक्ष की कारगुजारी की दिल्ली तक पहुंची कंपलेन
  • एक-दो माह में होंगे बड़े बदलाव

धनबाद। झारखंड कांग्रेस के प्रसिडेंट केशव महतो कमलेश को धनबाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह के कारण किरकिरी हो रही है। जिला अध्यक्ष संतोष सिंह की अनुसंशा पर आनन-फानन में प्रदेश अध्यक्ष ने कई नगर अध्यक्ष व प्रखंड अध्यक्ष को हटाकर नये मनोनयन किया था। अब प्रदेश अध्यक्ष ने सभी नये मनोनयन को निरस्त कर दिया है। पुराने प्रखंड व नगर अध्यक्षों को बहाल कर दिया गया है।
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उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के मंथन कायर्क्रम में संगठन सृजन- 2025 के तहत 100 दिनों का कार्य दायित्व प्रखंड अध्यक्षों को सौैंपा गया है। बावजूद जिला अध्यक्ष की अनुशंसा पर चाकलेट के बल पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लगातार प्रखंड व नगर अध्यक्षोँ को हटाकर नये मनोनयन कर रहे हैं। संबंधित प्रखंड पर पूर्व विधायकों की भी राय नहीं ली जा रही है।


जिला अध्यक्ष की अनुशंसा पर प्रदेश अध्यक्ष द्वारी की जा रही कार्रवाई की शिकायत प्रदेश प्रभारी के राजू समेत दिल्ली में अन्य नेताओं तक पहुंचायी जा चुकी है। प्रदेश प्रभारी के हस्तक्षेप के बाद ही प्रदेश अध्यक्ष को बैकफुट पर आना पड़ा है। कहा जा रहा है कि जिला अध्यक्ष के खिलाफ भी मिले कंपलेन की आंतरिक जांच शुरु हो गयी है। एक-दो माह के अंदर संगठन को लेकर धनबाद ही नहीं प्रदेश में भी बड़ा एक्शन लिया जा सकता है। 


जिला अध्यक्ष के खिलाफ पहले से ही झरिया विधानसभा चुनाव में पराजित पूर्णिमा नीरज सिंह व बाघमारा से जलेश्वर महतो ने पार्टी नेतृत्व को कंपलेन कर रखा है। आरोप है कि जिला अध्यक्ष ने खुद दोनों विधानसभा में चुनाव के दौरान पार्टी कैंडिडेट के खिलाफ काम किया। 
आरोप है कि दोनों एक्स एमएलए के कंपलेन के बावजूद एक पूर्व प्रदेश प्रभारी व तत्कालीन प्रभारी के दबाव में प्रदेश अध्यक्ष ने जिला अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई नहीं किया। लोकसभा व विधानसभा चुनाव में जिला अध्यक्ष के बूथों पर पार्टी प्रतिद्वंदी कैडिडेट के मुकाबले काफी कम वोट लाये हैं। संबधित बूथों पर कैंडिडेट की बुरी तरह हार हुई है। जिला अध्यक्ष के कार्यकाल में पार्टी को जिेले के एक भी विधानसभा सीट पर जीत नहीं मिल सकी है। एक सिटिंग एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह भी पराजित हो गयी। 

आरोप है कि जिला से मिले कंपलेन के बावजूद प्रदेश लीडरशीप मौन रहा। इतना नहीं चुनाव के बाद जिला अध्यक्ष की अनुशंसा पर प्रदेश अध्यक्ष प्रखंड व नगर अध्यक्षों को हटाने व बनाने का काम करने लगे। आरोप है कि जिला अध्यक्ष ने कमेटी में कुछ खास लोगों को तिकड़ी बना लिया है। पुराने लोगों को सीनीयर नेताओं की अनदेखी की जा रही है। जिलास्तरीय किसी कार्यक्रम में 50 से अधिक लोगों की मौजूदगी नहीं रह रही है। संगठन को लेकर जिला अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगते रहे हैं। मारपीट व गुटबाजी समेत कई आरोप लगे हैं। संतोष पर पहले भी लगते रहे हैं आरोप
संतोष सिंह पर पहले भी पार्टी विरोधी कार्य करने व बीजेपी एमपी-एमएलए के करीबी होने का आरोप लगते रहे हैं। ददई दूबे व एक अन्य कैंडिडेट के खिलाफ लोकसभा चुनाव में संतोष सिंह पर पार्टी विरोधी काम करने का आरोप लग चुके हैं। बीके हरि प्रसाद जैसे प्रदेश प्रभारी के सामने संतोष सिंह की एक नहीं चलती थी। तत्कालीन जिला अध्यक्ष मन्नान मल्लिक ने अनुुशासनहीनता केआरोप में संतोष सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। बाद में फिर निष्कासन वापस ले लिया गया था। कांग्रेस जिला अध्यक्ष रहे ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह के कार्यकाल में संतोष सिंह ने अपनी जुगाड़ सिस्टम से कार्यकारी जिला अध्यक्ष का पत्र जारी करवा लिया था। जिला अध्यक्ष समेत एक बड़े तबके के विरोध के बाद चंद घंटे में संतोष सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने संबंधी आदेश निरस्त कर दिया गया था। 
फर्जी लेटर लिखवाने व कंपलेन का आरोप
कांग्रेस के एक तबके का आरोप है कि जिला संगठन में संतोष सिंह गुटबाजी करवा रहे हैं। अपनी आर्थिक मजबूती के बल पर कमजोर लोगों को परेशान करते हैं। कुछ वरीय नेताओं व पदाधिकारियों के खिलाफ फर्जी लेटर लिखवाकर कंपलेन करवाते हैं। विरोध करने वालों को पदच्युत कर दिया जाता है। आरोप है कि केस -मुकदमें में फंसाने की धमकी दी जाती है। आरोप है कि कई लोगों के नाम पर मोबाइल, फेसबुक व सोशळ मीडिया में फरजी आईडी से कंपलेन कराया जाता है। कांग्रेस नेताओं की ओर से जल्द ही संतोष की गलत कार्यप्रणाली, गलत कारोबार समेत अन्य गंभीर आरोपों की लिखित व सबूत पार्टी नेतृत्व, जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के पास पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। संबंधित मामले में कई कंपलेन के लिए कागजी कार्रवाई शुरु हो गयी है।