Uttar Pradesh: बरेली में मस्जिद की छत से कांवड़ियों पर पथराव, पुलिस वाहन तोड़ा, एसपी लीडर अरेस्ट

उत्तर प्रदेश बरेली में गंगाजल लेने कछला (बदायूं) जा रहे कांवड़ियों पर रविवार को शाह नूरी मस्जिद की छत से पथराव हुआ।कीचड़ फेंका गया। इससे आक्रोशित कांवड़ियों ने रोड जाम कर दिया। वहीं एक आरोपी को पकड़कर पीट दिया। 

Uttar Pradesh: बरेली में मस्जिद की छत से कांवड़ियों पर पथराव, पुलिस वाहन तोड़ा, एसपी लीडर अरेस्ट
मस्जिद की छत से कांवड़ियों पर पथराव।

बरेली। उत्तर प्रदेश बरेली में गंगाजल लेने कछला (बदायूं) जा रहे कांवड़ियों पर रविवार को शाह नूरी मस्जिद की छत से पथराव हुआ।कीचड़ फेंका गया। इससे आक्रोशित कांवड़ियों ने रोड जाम कर दिया। वहीं एक आरोपी को पकड़कर पीट दिया। 

यह भी पढ़ें:Manipur Violence: अफवाहों और फेक न्यूज से मणिपुर में हिंसा को मिली बढ़ावा, मैतेइ व कुकी समुदाय के 160 लोगों की मौत


पुलिस को उग्र भीड़  द्वारा पिटाई किये जा रहे शख्स को बचाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। विवाद के दौरान बारादरी थाना पुलिस की जीप में भी तोड़फोड़ की गयी। पुलिस ने माहौल बिगाड़ने के मुख्य आरोपी सपा के पूर्व पार्षद उस्मान की को अरेस्ट कर लिया। इसके बाद चार घंटे बाद कांवड़िए कछला रवाना हुए। गोसाई गौटिया से प्रशांत के नेतृत्व में 200 कांवड़ियों का जत्था दोपहर 2.30 बजे मुहल्ले से निकला था। कांवड़ियों का जत्था लगभग तीन बजे वे मिश्रित आबादी वाले जोगी नवादा मुहल्ले में पहुंचे थे। 
आरोप है कि अचानक शाह नूरी मस्जिद की छत से पथराव होने लगा। इसमें दो कांवड़िया एवं उन्हें छोड़ने जा रहीं परिवार की दो महिलाएं घायल हो गईं। जत्थे में शामिल वाहन क्षतिग्रस्त हो गये। घटना से आक्रोशित कांवड़ियों ने भी पथराव कर जत्था वहीं रोक दिया, नारेबाजी करने लगे। शोर शराबा के बीच मस्जिद से निकलकर भाग रहे एक युवक को भीड़ ने दबोच लिया। पथराव में शामिल होने का आरोप लगाते हुए उसकी पिटाई कर दी। इस बीच जत्था के साथ चल रहे पुलिसकर्मी पुलिस स्टेशन से फोर्स बुला चुके थे।धक्का-मुक्की के बीच पुलिसकर्मियों ने आरोपी को भीड़ से बचाकर जीप में बैठाया तो उस पर भी पथराव हुआ। 

माहौल बिगड़ता देख पुलिस एवं प्रशासनिक अफसर आरएएफ, पीएसी और चार थानों से फोर्स लेकर पहुंचे। उन्होंने कांवड़ियों को समझाने का प्रयास किया मगर, वे सभी आरोपितों की गिरफ्तारी कर रहे थे। इस लगायी गईं।  मुख्य आरोपी उस्मान की गिरफ्तारी के बाद माहौल शांत हुआ। कांवड़ियों का कहना था कि पथराव एवं विवाद के कारण उनका जत्था तितर-बितर हो गया। ऐसे में यात्रा दोबारा मस्जिद के पास से शुरू करेंगे। फोर्स के घेरे में जत्था उस गली से निकलवाया गया।