पश्चिम बंगाल: दुर्गापुर गैंगरेप केस में नया खुलासा: मेडिकल छात्रा का सहपाठी भी गिरफ्तार

पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर एमबीबीएस छात्रा सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने सहपाठी सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हाईकोर्ट ने अस्पताल में अनधिकृत प्रवेश रोकने का आदेश दिया है, जबकि ओडिशा के सीएम ने पीड़िता से बात कर न्याय का भरोसा दिलाया।

पश्चिम बंगाल: दुर्गापुर गैंगरेप केस में नया खुलासा: मेडिकल छात्रा का सहपाठी भी गिरफ्तार
पुलिस गिरफ्त में आरोपी।
  • अब तक कुल छह आरोपी पुलिस हिरासत में 
  • एक आरोपी की बहन ने पुलिस को दी मदद
  • हाईकोर्ट ने अस्पताल में अनधिकृत प्रवेश पर लगायी रोक

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एमबीबीएस छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में जांच में नया मोड़ आया है। पुलिस ने अब पीड़िता के सहपाठी वासिफ अली को भी गिरफ्तार किया है। इस तरह कुल छह आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। 
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पुलिस सभी को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।पुलिस ने मंगलवार को घटनास्थल पर क्राइम सीन रिक्रिएट (नाट्य रूपांतरण) किया और पीड़िता का गोपनीय बयान न्यायाधीश के समक्ष दर्ज करवाया। पुलिस ने छात्रा का गुप्त बयान भी न्यायाधीश के सामने दर्ज करवाया है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आयी है कि गिरफ्तार पांच युवकों में से एक युवक ने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया था।
सहपाठी की भूमिका संदिग्ध
पुलिस के अनुसार, सहपाठी वासिफ अली से तीन दिनों से पूछताछ चल रही थी। पूछताछ में उसकी भूमिका संदिग्ध पाये जाने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। पहले गिरफ्तार किये गये पांच आरोपियों में शेख फिरदौस, शेख सफीकुल, शेख रियाजुद्दीन, शेख नसरुद्दीन और अप्पू बाउरी शामिल हैं। पुलिस के शुरुआती बयान के मुताबिक, पांच में से एक आरोपी ने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया, जबकि बाकी की भूमिका जांच के अधीन है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री ने दी मदद का भरोसा
पीड़िता ओडिशा की रहने वाली है। राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने फोन पर पीड़िता और उसकी मां से बात की। उन्होंने कहा कि,“हम आपके साथ हैं। दोषियों को सख्त और उदाहरण बनने वाली सजा दिलाने के लिए सरकार हर कानूनी कदम उठायेगी।”मुख्यमंत्री ने ओडिशा महिला आयोग की अध्यक्ष शोभना महांति और पीड़िता की मां से भी बातचीत की।
कलकत्ता हाई कोर्ट का निर्देश
घटना के बाद बढ़ते तनाव को देखते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट ने बंगाल पुलिस को आदेश दिया है कि दुर्गापुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल परिसर में अनधिकृत प्रवेश पर रोक लगाई जाए। कोर्ट ने इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात करने का निर्देश दिया है।
वहीं भाजपा और अन्य विपक्षी दलों ने अस्पताल परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है। भाजपा ने 19 अक्टूबर तक धरना जारी रखने की अनुमति के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की है।
बहन ने कराया अपने भाई को गिरफ्तार
इस मामले में एक आरोपी शेख सफीकुल की गिरफ्तारी में उसकी बहन रोजिना शेख ने पुलिस की मदद की। उसने अपने भाई को गोपालमाठ अंडरपास पर बुलाया और पुलिस को सौंप दिया। रोजिना ने कहा—“मैं भी किसी की बेटी हूं। किसी बेटी के साथ ऐसा होना दुखद है। अपराधी को सजा जरूर मिलनी चाहिए।”हालांकि रोजिना का कहना है कि उसका भाई निर्दोष है और उसे उम्मीद है कि जांच में यह साबित होगा।
क्राइम सीन रिक्रिएशन और साक्ष्य जुटाना
पुलिस उपायुक्त अभिषेक गुप्ता की मौजूदगी में मंगलवार को पुलिस ने सभी छह आरोपियों को घटनास्थल पर लेकर जाकर दुष्कर्म की पूरी घटना का नाट्य रूपांतरण किया। इस दौरान पुलिस ने बिजड़ा गांव से कुछ कपड़े और अन्य साक्ष्य भी बरामद किए।पीड़िता का इलाज दुर्गापुर के आइक्यू सिटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है और उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है।
राजनीतिक हलचल और जांच की मांग
घटना के बाद से ही राज्य में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। भाजपा की ओर से बिना अनुमति के धरना जारी है। भाजपा विधायक लक्ष्मण चंद्र घोरूई ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है।दूसरी ओर, कॉलेज प्रशासन ने कोर्ट से परिसर के बाहर से भीड़ हटाने की अपील की है क्योंकि इस दौरान मेडिकल परीक्षाएं भी चल रही हैं।