पश्चिम बंगाल: इलेक्शन रिजल्ट के बाद स्टेट में जगह-जगह हिंसा,11 की मौत, सेंट्रल होम मिनिस्टरी ने मांगी रिपोर्ट
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के रिजल्ट की घोषणा के बाद भी विभिन्न जगहों पर जारी है। स्टेट में रविवार शाम से सोमवार रात तक विभिन्न हिस्सों में हिंसा की घटनाओं में 11 लोगों के मारे जाने की सूचना है।
- हिंसा-आगजनी पर गवर्नर ने डीजीपी को किया समन
- ममता ने की शांति की अपील
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के रिजल्ट की घोषणा के बाद भी विभिन्न जगहों पर जारी है। स्टेट में रविवार शाम से सोमवार रात तक विभिन्न हिस्सों में हिंसा की घटनाओं में 11 लोगों के मारे जाने की सूचना है।
बीजेपी का आरोप है कि उसके नौ कार्यकर्ता मारे गये हैं। जबकि बर्द्धमान में एक टीएमसी और उत्तर 24 परगना में एक आइएसएफ के कार्यकर्ता की मौहो हो गई है। हिंसा की ज्यादातर घटनाओं में आरोप तृणमूल कांग्रेस पर लगा है। हिंसा की घटनाओं पर सेंट्रल होम मिनिस्टरी ने स्टेट गवर्नमेंट से रिपोर्ट मांगी है। हिंसा-आगजनी पर गवर्नर ने भी डीजीपी को समन किया है। होम सेकरेटरी से रिपोर्ट मांगी है। चुनाव बाद हिंसा को लेकर बीजेपी के स्टेट प्रसिडेंट दिलीप घोष ने रविवार शाम गवर्नर से मिलकर ज्ञापन सौंपा है।
नंदीग्राम में घरों और दुकानों में तोड़फोड़
पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में सोमवार सुबह कई घरों और दुकानों में घुसकर तोड़फोड़ की गई है। बीजेपी ऑफिस में भी तोड़फोड़ की कोशिश की गई। बीजेपी ऑफिस में आग लगा दिया गया। बीजेपी ने टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर इसका आरोप लगाया है। हलांकि टीएमसी ने इससे इन्कार किया है।
कोलकाता के कई इलाकों में हिंसा
कोलकाता के उल्टाडांगा इलाके में रविवार रात एक बीजेपी कार्यकर्ता को पीटकर मारे जाने का आरोप है।साल्टलेक, न्यूटाउन, भांगड़ में रात भर तोड़पोड़ व मारपीट जारी रही। शिवपुर-हावड़ा में बीजेपी समर्थक की दुकान में दिन-दहाड़े लूटपाट की गयी है। कोलकाता के बांगुड़ एवेन्यू, बड़ाबाजार, बेलाघाटा में तृणमूल समर्थकों ने जीत के बाद दबंगई दिखाई।सभी घटनाओं में आरोप तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगा है। उत्तर 24 परगना के भाटपाड़ा में क्रूड बम भी बरामद किये गये हैं।दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा क्षेत्र में रात में आठ से 10 दुकानों को तोड़ने के साथ ही एक युवक की मर्डर की सूचना है। हुगली जिले के आरामबाग में रविवार को बीजेपी ऑफिस में आग लगा दी गई।
सेंट्रल ने मांगी रिपोर्ट
बंगाल में हिंसा की घटनाओं पर सेंट्रल होम मिनिस्टरी ने स्टेट गवर्नमेंट से रिपोर्ट मांगी है। होम मिनिस्टरी ने कहा कि सरकार विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं पर हुए हमले की पूरी जानकारी दे। वहीं गवर्नर जगदीप धनखड़ ने गंभीरता से लेते हुए डीजीपी को सोमवार को समन किया है। उन्होंने होम मिनिस्टरी से भी रिपोर्ट मांगी है। गवर्नर ने बंगाल के गृह मंत्रालय, बंगाल पुलिस और ममता बनर्जी से शीघ्र कार्रवाई के लिए कहा है।
आज बंगाल आ सकते हैं जेपी नड्डा
बंगाल में चुनाव नतीजे के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले के मद्देनजर पार्टी के प्रसिडेंट जेपी नड्डा मंगलवार को राज्य के दौरे पर आ सकते हैं। पार्टीके राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने इसकी जानकारी दी है। विजयवर्गीय ने कहा कि हमारे पार्टी अध्यक्ष यहां का दौरा कर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने की कोशिश करेंगे।
ममता ने की शांति की अपील
सीएम ममता बनर्जी ने स्टेट के लोगों से शांति की अपील करते हुए किसी तरह की हिंसा ना करने को कहा है। उन्होंने कहा- हम जानते हैं कि बीजेपी व सेंट्रल फोर्सेज ने हमें काफी परेशान किया है लेकिन हमें शांति बनाए रखनी होगी। वर्तमान में हमें कोविड-19 के खिलाफ लड़ना है।
ममता का आरोप, नंदीग्राम में रिटर्निंग ऑफिसर ने जताया था जान को खतरा
सीएम ममता ने नंदीग्राम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए दावा किया कि उनके साथ धोखा हुआ है। कालीघाट स्थित आवास पर प्रेस कांफ्रेस में ममता ने कहा कि 'मेरे पास किसी ने मैसेज भेजा था कि नंदीग्राम के रिटर्निंग ऑफिसर ने किसी को लिखा था कि यदि उनकी ओर से रिकाउंटिंग का आदेश दिया गया तो जान को खतरा हो सकता है। चार घंटों तक के लिए सर्वर भी डाउन हो गया था। आधे घंटे के लिए बिजली भी काट दी गई थी।यहां तक कि गवर्नर ने भी मुझे नंदीग्राम में जीत के लिए बधाई दी थी। इसके बाद अचानक ही हर चीज बदल गई। ममता ने नंदीग्राम में ईवीएम में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले यहां से उनकी जीत के बारे में घोषणा तक की गई जिसे पत्रकारों से लेकर सभी लोगों ने सुना। लेकिन अचानक ही रिजल्ट बदल गया। उनके काउंटिंग एजेंट ने रिकाउंटिंग यानी दोबारा मतों की गिनती की मांग की, लेकिन इसे ठुकरा दिया गया। ममता ने सवाल किया कि आखिर चुनाव आयोग ने रिकाउंटिंग क्यों नहीं किया? ममता ने इसके साथ ही ऐलान किया कि वह रिकाउंटिंग के लिए कोर्ट जायेंगी।
पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित किया
ममता ने चुनाव जीतने के अगले ही दिन राज्य के सभी पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित करने का ऐलान भी किया है, ताकि उन्हें प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन लगाई जा सके।