झारखंड से 95 परसेंट नक्सलियों का सफाया, जल्द बनेगा नक्सल मुक्त स्टेट: डीजीपी अनुराग गुप्ता
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि झारखंड में 95 परसेंट नक्सलियों का खात्मा हो चुका है। पश्चिमी सिंहभूम जिले में मात्र चार से पांच परसेंट ही नक्सल समस्या बची है। इसे जल्द खत्म कर पूरे झारखंड को नक्सल मुक्त करेंगे।
- डीजीपी ने चाईबासा में नक्सल अभियान की समीक्षा की
चाईबासा। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि झारखंड में 95 परसेंट नक्सलियों का खात्मा हो चुका है। पश्चिमी सिंहभूम जिले में मात्र चार से पांच परसेंट ही नक्सल समस्या बची है। इसे जल्द खत्म कर पूरे झारखंड को नक्सल मुक्त करेंगे। यह बातें डीजीपी रविवार को पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा समाहरणालय सभागार में पुलिस अफसरों के साथ नक्सल ऑपरेशन की समीक्षा बैठक के बाद कही।
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श्री अनुराग गुप्ता, पुलिस महानिदेशक, झारखंड का चाईबासा में नक्सल परिदृश्य से संबंधित समीक्षा बैठक pic.twitter.com/0xU2ek1oIH
— Jharkhand Police (@JharkhandPolice) December 8, 2024
डीजीपी ने कहा कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में बचे चार से पांच परसेंट ही नक्सलियों के खात्में के लिए रिटालियन (जवाबी कार्रवाई), ऑपरेशन, सीआरपीएफ कैंप आदि बिंदुओं पर काम किया जा रहा है। समीक्षा बैठक में सभी अफसरों से फील्ड के एक्सपीरियंस की जानकारी ली गयी है। उन्होंने जो इनपुट दिया है, उस आधार पर पॉलिसी का रिव्यू करेंगे और कमियों को दूर करेंगे।
गांव के लोग ही नक्सलियों को भगायेंगे
गुदड़ी में ग्रामीणों द्वारा नक्सलियों के विरोध में उतरने पर डीजीपी ने कहा कि यह कोई नयी बात नहीं है। नक्सली गांव के लोगों को परेशान करेंगे, तो ग्रामीण भी इसका विरोध करेंगे। इससे पहले भी स्टेट के कई पुलिस स्टेशन एरिया के गांवों में ऐसे मामले सामने आये हैं। अब गांव के लोग ही इन्हें भगायेंगे।
पुलिस जवानों के लिए लागू की गयी हैंडसम पॉलिसी
डीजीपी ने कहा कि बैठक में पुलिसकर्मियों की ट्रांसफर-पॉलिसी पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि जो लंबे समय से नक्सल क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उनका ट्रांसफर किया जायेगा। स्टेट गवर्नमेंट ने पुलिस को बहुत सारी सुविधाएं दी हैं। पुलिसकर्मियों को 13 महीने का वेतन दिया जा रहा है। ओल्ड पेंशन स्कीम लागू कर दी गयी है। अगर किसी घटना में पुलिसकर्मी घायल होते हैं या शहीद होते हैं, तो उनके लिए हैंडसम पॉलिसी है। उनके परिवार के लोगों के लिए नियुक्ति की प्रक्रिया बहुत सरल कर दी गयी है। पुलिसकर्मियों के बीमारी होने पर भी कई तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं।
बैठक में सीआरपीएफ के आईजी साकेत कुमार सिंह, रांची के जोनल अखिलेश झा, आईजी ऑपरेशन आइजी आमोल विनुकांत होमकर, डीआईजी एसटीएफ इंद्रजीत महथा, डीआईजी स्पेशल ब्रांच कार्तिक एस, डीआईजी कोल्हान मनोज रतन चौथे, एसपी चाईबासा आशुतोष शेखर, डीआईजी सीआरपीएफ जयदीप केशरी व डीएसपी समेत सीनीयर पुलिस अफसर उपस्थित थे।