- कन्याकुमारी से शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा
- कश्मीर में समाप्त होगी
- 150 दिनों तक चलने वाली 'भारत जोड़ो यात्रा' देश के 12 राज्यों से होते हुए गुजरेगी
- 3570 किलोमीटर की दूरी तय करेगी
- पूरे जोश-दमखम से मैदान में उतरी कांग्रेस
कन्याकुमारी। कांग्रेस की कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत बुधवार को शुरु हुई। 150 दिनों तक चलने वाली 'भारत जोड़ो यात्रा' 3570 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए देश के 12 राज्यों से होते हुए गुजरेगी जो कश्मीर में समाप्त होगी। यात्रा की अगुआई एक्स कांग्रेस प्रसिडेंट राहुल गांधी कर रहे हैं।
कन्याकुमारी में तीनों समुद्रों के संगम पर बुधवार शाम को देश भर से जुटे पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं और स्थानीय कांग्रेसियों की मौजूदगी में भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत हुई। मौके पर राहुल गांधी ने बीजेपी पर जमकर हमला उन्होंने यात्रा के बारे में लोगों को जानकारी देते हुए कहा कि न्यूज चैनलों पर दिनभर पीएम नरेंद्र मोदी को दिखाया जाता है। हम लोगों को कोई नहीं दिखाता, इसलिए हम यात्रा निकाल रहे हैं।राहुल ने कहा कि एक व्यक्ति के हाथों में करोड़ों लोगों का भविष्य है। वे इसे संवारने की बजाय विपक्ष को ED और CBI का डर दिखा रहे हैं। हम फिर गुलामी के दौर में जा रहे हैं। पहले एक ईस्ट इंडिया कंपनी देश पर राज करती थी, अब तीन-चार कंपनियां ये काम कर रही हैं। बीजेपी सरकार की सोच अंग्रेजों जैसी है।
देश में सबसे बड़ा आर्थिक संकट
राहुल गांधी ने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, लाखों लोग आज भारत जोड़ो यात्रा की जरूरत महसूस कर रहे हैं। लाखों लोगों को लगता है कि भारत को एक साथ लाने के लिए कुछ करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारत अपने अब तक के सबसे खराब आर्थिक संकट के साथ-साथ अब तक की सबसे अधिक बेरोजगारी दर का सामना कर रहा है। देश आपदा की ओर बढ़ रहा है। बीजेपी सरकार किसानों, मजदूरों और छोटे-मध्यम वर्ग के कारोबारियों को सिस्टेमेटिकली बर्बाद कर रही है।राहुल ने कहा कि लोगों को एक साथ लाना महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करें कि वे एकजुट हैं। यही है भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य। भारत जोड़ों यात्रा का उद्देश्य भारत के लोगों को सुनना है, हम नहीं चाहते कि भारत के लोगों की आवाज को कुचला जाए।उन्होंने कहा कि आज हर एक इंस्टीट्यूट पर RSS-BJP के हमले हो रहे हैं। उन्हें लगता है कि वे भारत को धर्म और भाषा के आधार पर बांट सकते हैं। इस देश को विभाजित नहीं किया जा सकता है, यह हमेशा एकजुट रहेगा।
देश को नियंत्रित कर रहे कुछ बिजनेस,तिरंगे का हो रहा अपमान
कांग्रेस नेता ने कहा कि मुट्ठी भर बड़े बिजनेस आज देश को नियंत्रित कर रहे हैं। पीएम उनके समर्थन के बिना एक दिन भी सर्वाइव नहीं कर सकते हैं। पीेम बड़े कारोबारियों की मदद के लिए नीतियां लाते हैं, जो उनकी मदद करती हैं। डिमॉनेटाइजेशन, जीएसटी, कृषि कानून सभी उनकी मदद के लिए बनाये गये थे। राहुल ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज को सलाम करना पर्याप्त नहीं है, इसके पीछे के विचारों का बचाव करना भी महत्वपूर्ण है। तिरंगा सिर्फ कपड़े के एक टुकड़े पर तीन रंग और चक्र नहीं है। यह उससे कहीं ज्यादा है। तिरंगा आसानी से नहीं मिला है। इसे हिंदुस्तानियों ने कमाया है और यह हर धर्म और भाषा का है। आज इस झंडे का अपमान हो रहा है।
राहुल को कांग्रेस के तमाम नेताओं-कार्यकर्ताओं का पूरा समर्थन मिलने का भरोसा
अपने दो मिनट के संक्षिप्त संबोधन में भी अशोक गहलोत ने राहुल को कांग्रेस के तमाम नेताओं-कार्यकर्ताओं का पूरा समर्थन मिलने का भरोसा दिया। भारत जोड़ो यात्रा में खास बात यह रही कि गांधी परिवार के नेतृत्व को लेकर असहज सवाल उठाने वाले कई असंतुष्ट खेमे के नेता भी मंच पर मौजूद रहे। इसमें हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुडडा, शशि थरूर से लेकर कार्ति चिदंबरम जैसे नेता शामिल थे। हालांकि, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी जैसे असंतुष्ट खेमे के नेता इस मौके पर मौजूद नहीं थे। पी चिदंबरम ने तो तमिल में अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी की कई बार तारीफ की तो रैली में मौजूद भीड़ ने खूब तालियां बजाते हुए जमकर नारे लगाये।
राहुल बनेंगे कांग्रेस अध्यक्ष तो एकजुट रहेगी पार्टी
गहलोत ने जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह के साथ मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस और देश के सामने आज जैसी गंभीर चुनौतियां हैं उसमें राहुल गांधी अध्यक्ष बनते हैं तो पार्टी इन चुनौतियों का ज्यादा अच्छे तरीके से मुकाबला कर पायेगी। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के तमाम नेता और कार्यकर्ता इन चुनौतियों का मुकाबला करने में उनका पूरा साथ देंगे हम अपनी तरफ से यह भरोसा देते हैं।भारत जोड़ो यात्रा के साथ कन्याकुमारी में राहुल के लिए दिखाई दे रहे विशेष आकर्षण की चर्चा करते हुए अशोक गहलोत ने गांधी परिवार पर बीजेपी के हमलों की आलोचना करते हुए भरपूर बचाव किया। उन्होंने कहा कि बीते 32 सालों से गांधी परिवार का कोई सदस्य किसी पद पर नहीं है। सोनिया गांधी खुद सियासत में नहीं आयीं थी बल्कि जब कांग्रेस के सामने गंभीर चुनौती थी तो हम कांग्रेसी नेताओं ने दबाव डालकर कांग्रेस अध्यक्ष बनाया। लेकिन सोनिया गांधी ने पीएम की कुर्सी तक ठुकरा दी। राहुल गांधी ने भी मंत्री पद नहीं लिया। गहलोत ने कहा कि राहुल इतने सच्चे ओर गंभीर इंसान हैं कि नैतिक आधार पर 2019 के चुनाव में हार के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन कांग्रेस आज जैसी चुनौती का सामना कर रही है, उसमें साफ है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में ही हम एकजुट होकर इनका मुकाबला कर सकते हैं।
सभा को मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, दिग्विजय सिंह, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और योगेंद्र यादव ने भी सभा को संबोधित किया।
सिविल सोसाइटी के लोगों ने यात्रा की शुभकामनाएं दी
रैली के बाद सिविल सोसाइटी के भी दर्जनों लोग मंच पर पहुंचे और राहुल गांधी को यात्रा की शुभकामनाएं दी। स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने कहा कि यह यात्रा मौजूदा विभाजनकारी माहौल के बावजूद देश को जोड़ने में कामयाब होगी। यात्रा के लांच के बाद अब गुरूवार सुबह सात बजे राहुल गांधी 117 कांग्रेस के अन्य सहयात्रियों तथा 100 प्रदेश यात्रियों के साथ कन्याकुमारी से कश्मीर तक की 3570 किमी की लंबी पदयात्रा पर निकलेंगे। सिविल सोसाइटी से जुड़े लोग भी इस यात्रा में शरीक हो रहे हैं।
यात्रा से संगठन का कायाकल्प होगा
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने संदेश में कहा कि भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। यह परिवर्तनकारी पल है। विश्वास है कि हमारे संगठन का कायाकल्प होगा। मैं प्रतिदिन विचार और आत्मा से यात्रा में भाग लूंगी। मेडिकल जांच के कारण फिलहाल मैं मौजूद नहीं हूं।
श्रीपेरंबदुर जाकर पिता को दी श्रद्धांजलि
भारत जोड़ो यात्रा अभियान से पहले राहुल गांधी ने बुधवार सुबह श्रीपेरंबदुर में पिता राजीव गांधी के स्मारक पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राहुल ने कहा कि नफरत की वजह से मैंने पिता खोया, लेकिन अब देश नहीं खो सकता हूं। यहीं पर 1991 में राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी।राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के लिए कांग्रेस ने पूरा दमखम लगा दिया है। कन्याकुमारी में यात्रा के आगाज के मौके पर पूरे जुटे पार्टी के दिग्गजों के साथ पूरे देश से आए पार्टी नेताओं के हुजूम ने एक बार फिर साफ कर दिया कि चाहे जितने सवालों के तीर चलाए जाएं कांग्रेस के नेतृत्व के सरताज तो राहुल गांधी ही हैं। तिरूअनंतपुरम से लेकर कन्याकुमारी तक यात्रा को ऐतिहासिक बनाने की पार्टी की तैयारियों के दरम्यान चारों तरफ पोस्टरों-बैनरों में राहुल ही छाए हुए हैं। कन्याकुमारी में भारत जोड़ो यात्रा के लिए देश भर से उमड़े कांग्रेस नेताओं के हुजूम और तमिलनाडु कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भीड़ से उत्साह है।
372 लोकसभा सीटों पर फोकस कर रही कांग्रेस
भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, यूपी, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब होते हुए केंद्र शासित प्रदेश कश्मीर तक जाएगी। राहुल की यह यात्रा करीब 3570 किमी है। इस यात्रा के जरिए कांग्रेस 372 लोकसभा सीटों पर फोकस कर रही है।
यात्रा को सफल बनाने के लिए तीन लेवल पर प्लानिंग
कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक राहुल गांधी के साथ 100 लोग रहेंगे। कांग्रेस ने इसका नाम भारत यात्री दिया है। इनमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन के सदस्य रहेंगे।
अतिथि यात्री
जिन राज्यों में भारत जोड़ो यात्रा की टीम नहीं जाएगी, उन राज्यों से 100 लोग कांग्रेस की इस यात्रा में शामिल होंगे। इन्हें अतिथि यात्री का दर्जा दिया गया है। इनमें बिहार, बंगाल और पूर्वोत्तर भारत से आने वाले नेताओं को जगह दी जायेगी। सिविल सोसाइटी के लोग भी इनमें शामिल रहेंगे।
प्रदेश यात्री
भारत जोड़ो यात्रा जिन राज्यों से गुजरेगी, उन राज्यों की सीमा में जहां-जहां राहुल गांधी जाएंगे, उनके साथ राज्य के 100 लोग होंगे। कांग्रेस ने इनका नाम प्रदेश यात्री दिया है।