बिहार: भक्त चरण दास को भकचोन्हर' कहना दलित का अपमान:NDA व कांग्रेस ने लालू के खिलाफ मोरचा खोला
बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास के लिए भकचोन्हर शब्द कहे जाने से कांग्रेस के साथ-साथ एनडीए ने भी हमला बोला है लालू प्रसाद यादव पर दलितों के अपमान का आरोप लगाया जाने लगा है।
- दलित का अपमान
- कांग्रेस बोली- दोनों सीटों पर RJD को वोट नहीं देंगे दलित
पटना। बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास के लिए भकचोन्हर शब्द कहे जाने से कांग्रेस के साथ-साथ एनडीए ने भी हमला बोला है लालू प्रसाद यादव पर दलितों के अपमान का आरोप लगाया जाने लगा है।
बीजेपी, जेडीयू व एम के नेताओं ने बयान जारी कर लालू प्रसाद यादव को दलित विरोधी बताया है।लालू के बयान को दलितों का अपमान बताया गया है। बीजेपी ने प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि लालू प्रसाद ने जो कहा वो उससे बड़ा अपमानजनक उपमा कुछ हो नहीं सकता।जेडीयू की ओर से भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने ने कहा कि लालू के 15 साल के शासन में दलितों का नरसंहार हुआ था। यही नहीं राष्ट्रपति के दौरे का भी राजद ने बहिष्कार किया था, क्योंकि राष्ट्रपति दलित हैं। अशोक चौधरी ने कहा कि ये सब ये प्रदर्शित करता है कि लालू प्रसाद ही नहीं पूरा राजद ही दलित विरोधी हैं।
मांझी ने पूछा- आप दलितों से इतनी नफरत क्यों करते हैं
हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने तो लालू प्रसाद से, ट्वीट के जरिए उन्होंने पूछा है लालू प्रसाद जी आप आखिर दलितों से इतनी नफरत क्यों करते हैं? भक्त चरण दास जी दलित हैं तो आप उन्हें भकचोन्हर कहके अपमानित करेंगे? आप और आपके परिवार के लोगों को दिलों में दलितों के प्रति कितनी नफरत है वह देश समझ चुका है। इस अपमान का बदला कुशेश्वरस्थान और तारापुर की जनता लेगी।
दोनों सीटों में कोई भी दलित राजद को वोट नहीं करेंगे: कांग्रेस
कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा है कि भक्त चरण दास जैसे दलित नेता को ऐसा शब्द कहना दलितों का अपमान है। लालू प्रसाद वंचित, दलितों, शोषितों के नेता कहे जाते हैं लेकिन उन्होंने भक्त चरण दास का अपमान किया है। दोनों सीटों में कोई भी दलित राजद को वोट नहीं करेंगे। राजेश राठौर ने कहा कि राजद ने जब-जब कांग्रेस को छोड़ा है सत्ता से बाहर रही है। लेकिन कांग्रेस, राजद के बिना भी सत्ता में रही। 2009 में इसी प्रकार से कांग्रेस को तीन सीट देकर गठबंधन को तोड़ दिया था तब यूपीए टू ज्यादा मजबूती से बनी। बिना कांग्रेस के समर्थन के सब राजद की सरकार बनी है। कांग्रेस के 19 विधायक नहीं चाहिए तो किसका चाहिए भाजपा या जेडीयू का?
बिहार में दलितों का वोट बैंक 16 परसेंट
बिहार में दलितों का वोट बैंक 16 फीसदी है। तारापुर और कुशेश्वर स्थान जहां उपचुनाव हो रहे हैं उनमें से कुशेश्वरस्थान की सीट रिजर्व सीट है। यहां से आरजेडी ने मुसहर जाति के गणेश भारती को, कांग्रेस ने रविदास जाति के अतिरेक कुमार को, जेडीयू ने पासवान जाति के अमन हजारी को और एलजेपी राम बिलास ने ने अंजू देवी को टिकट दिया है।
पप्पू यादव बोले- भाजपा की ही 'बी' टीम राजद
जाप प्रमुख पप्पू यादव ने कहा है कि राजद अब भाजपा की ही बी टीम है। पप्पू यादव ने कहा है कि लालू प्रसाद की सच्चाई भक्तचरण दास बता दी है. इसी लिए वो लालू प्रसाद के निशाने पर हैं। पप्पू ने कहा कि भाजपा की बी टीम में बेचैनी साफ दिख रही है। वह राजग के बजाय कांग्रेस पर हमलावर है। लालू प्रसाद यह नहीं समझ पा रहे हैं कि ड्राइंग रूम में बैठ टिकट बेच राजनीति करने वालों के दिन लद गये हैं। अब जो सड़क पर संघर्ष करेगा उसे ही बिहार स्वीकार करेगा। बिहार के उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों अतिरेक कुमार एवं राजेश मिश्रा की जीत तय है।
कांग्रेस ने CM नीतीश को बताया लालू से अधिक सेक्यु़लर
पटना। बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्य क्ष अनिल शर्मा ने जनता दल यूनाइटेड को आरजेडी से अधिक धर्मनिरपेक्ष बताया है। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार भले हीं बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं, लेकिन धर्मनिरपेक्षता के मुद्दे पर उनका अपना अलग स्टैंदड है। जबकि, लालू प्रसाद यादव ने न केवल भागलपुर दंगे की रिपोर्ट दबाकर रखी, बल्कि बीजेपी के साथ मिलकर सरकार भी चलाई।
लालू से अधिक धर्मनिरपेक्ष हैं नीतीश
अनिल कुमार शर्मा ने रविवार को कहा कि सहयोगी आरजेडी ने कांग्रेस को धोखा देकर कुशेश्वरस्थान सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया। अब उनके प्रवक्ता दावा कर रहे हैं कि आरजेडी सबसे बड़ा धर्म निरपेक्ष दल है। सेक्युलर वोट आरजेडी को मिलेगा। लेकिन वे जनता को कैसे बताएंगे कि उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपने 15 वर्षों के शासनकाल में भागलपुर दंगे की जांच रिपोर्ट को दबाए रखा। उनसे बड़े धर्म निरपेक्ष तो नीतीश कुमार हैं। नीतीश कुमार ने भागलपुर दंगे के पीडि़तों को न्या य दिलाने का काम किया। नीतीश कुमार बीजेपी के साथ रहते हुए भी धर्मनिरपेक्षता पर अलग स्टैंैड रखते हैं। उन्होंटने नीतीश को लालू से अधिक धर्मनिरपेक्ष बताया है।
छात्र जीवन से बीजेपी के साथ रहे लालू
कांग्रेस के पूर्व अध्य क्ष अनिल शर्मा ने कहा कि लालू प्रसाद छात्र जीवन से ही आरएसएस और बीजेपी के सहयोग से अपनी राजनीति करते रहे हैं। छात्र संघ का चुनाव भी उन्होंने आरएसएस के फ्रंटल संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सहयोग से जीता था। 1990 में भी उनकी सरकार बीजेपी के सहयोग से ही बनी थी। अनिल शर्मा ने कहा लालू प्रसाद की राजनीति अवसरवाद, मौकापरस्ती और सांप्रदायिकता पर आधारित है, इसलिए कभी उन्हें स्पष्ट बहुमत नहीं मिला।
लालू ने कांग्रेस का हमेशा किया शोषण
उन्होंने कहा कि लालू लगातार कांग्रेस का शोषण और दोहन करते रहे हैं। वे कांग्रेस के साथ दूसरे सेक्युलर दलों को कमजोर करके रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा इसीलिए इनसे कांग्रेस का पांच बार संबंध टूटा है। कांग्रेस उनसे अलग होकर 2000, 2005 इसके बाद 2009, 2010 में चुनाव लड़ी। 2021 का उपचुनाव भी अकेले लड़ रही है। जनता खुद ही तय कर लेगी कि वह किस प्रकार के धर्म निरपेक्ष लोगों के साथ जाएगी।
आरजेडी के माई समीकरण पर हमला
बिहार विधानसभा उपचुनाव की दो सीटों को लेकर आरजेडी और कांग्रेस की तकरार अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। कांग्रेस महागठबंधन से अलग होकर दोनों सीटों पर आरजेडी को टक्कर दे रही है। भारतीय कम्युोनिस्ट पार्टी (CPI) से कांग्रेस में आए कन्हैाया कुमार (Kanhaiya Kumar) अब आरजेडी सु्प्रीमो लालू प्रसाद यादव तथा उनके बेटों तेजस्वीn व तेज प्रताप पर हमलावर हैं। आरजेडी भी कांग्रेस को निशाने पर ले रहा है। घात-प्रतिघात के बीच अब कांग्रेस ने आरजेडी के मुस्लिम-यादव समीकरण (MY Equation) पर हमला करते हुए भागलपुर दंगे की याद दिलाते हुए धर्मनिरपेक्षता का सवाल उठाया है।
कांग्रेस के कुछ नेताओं का अनाप-शनाप बयान
आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंसजय तिवारी ने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। वे बकबक कर रहे हैं। ऐसे नेता पार्टी को दीमक की तरह चाट रहे हैं। उधर, जेडीयू प्रवक्ता अभिषक झा ने कहा कि यी नीतीश कुमार का काम है कि विरोधी भी तारीफ करते हैं। बीजेपी के प्रवक्ताक अरविंद सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने काम किया है। जबकि, लालू ने परिवार का विकास किया है। बीजेपी नीतीश कुमार के साथ है।