बिहार: साढ़े तीन साल बाद लालू पटना आये, एयरपोर्ट से सीधे राबड़ी आवास पहुंचे,गुलाब की माला से हुआ स्वागत
बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव साढ़े तीन साल बाद बिहार आये हैं। वह रविवार की शाम 6:15 बजे दिल्ली से पटना एयरपोर्ट पहुंचे। लालू प्रसाद को लेने के लिए उनके बेटे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और बड़े बेटे तेज प्रताप यादव पिता को लेने पहुंचे थे।
- मास्क के साथ हरे रंग की टोपी-गमछा पहने दिखे आरजेडी सुप्रीमो
पटना। बिहार के एक्स सीएम व आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव साढ़े तीन साल बाद बिहार आये हैं। वह रविवार की शाम 6:15 बजे दिल्ली से पटना एयरपोर्ट पहुंचे। लालू प्रसाद को लेने के लिए उनके बेटे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और बड़े बेटे तेज प्रताप यादव पिता को लेने पहुंचे थे।
लालू प्रसाद बहुत धीमी चाल से एयरपोर्ट से निकले। एयरपोर्ट पर राजद कार्यकर्ताओं ने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और मीसा भारती को गुलाब के फूलों की माला पहना कर स्वागत किया। इसके बाद लालू अपनी गाड़ी में बैठ कर राबड़ी आवास के लिए रवाना हुए।
आरजेडी के नये लाइसेंस हरा गमछा और हरी टोपी के साथ नजर आये
लालू के स्वागत के लिए पटना एयरपोर्ट पर पार्टी के कई एमएलए मौजूद रहे।इस दौरान पटना एयरपोर्ट पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी रही। खास बात यह कि लालू प्रसाद अपनी पार्टी आरजेडी के नये लाइसेंस हरा गमछा और हरी टोपी के साथ नजर आये। हाल में उन्होंने कई बार राजद कार्यकर्ताओं को ऐसी वेशभूषा अपनाने का निर्देश दिया था।
कार्यकर्ताओं की भीड़ के कारण राबड़ी आवास का दरवाजा बंद करने की कोशिश विफल
पटना 10, सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पर पहुंचे लालू प्रसाद से मिलने व उन्हें देखने के लिए आरजेडी कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ को देखते हुए सुक्षा कारणों से राबड़ी आवास के दरवाजे बंद करने की कोशिश की गयी।लालू प्रसाद के वाहन के पीछे दौड़ते हुए कई कार्यकर्ता राबड़ी आवास पहुंच गये। आवास पर व्यवस्था संभालने के लिए बड़ी संख्या में फोर्स तैनात की गई थी। लालू प्रसाद अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ दस सर्कुलर रोड में प्रवेश कर गये। लोगों को जाने का इशारा हुआ लेकिन समय के साथ वहां भीड़ और बढ़ती गई।लालू प्रसाद ने संदेश भेजा और सबको अंदर बुलाकर उनका मुबारकबाद स्वीकार किया। लालू प्रसाद के साथ दस सर्कुलर रोड में तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और शिवानंद तिवारी बैठे थे। दिल्ली से साथ आये जयप्रकाश यादव व्यवस्था दुरुस्त करने में लगे थे।बताया जा रहा है कि लालू प्रसाद सोमवार को पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। कल उनके राजद कार्यालय जाने का भी कार्यक्रम है।
राबड़ी आवास में लालू यादव के लिए स्पेशल कमरा
हाल ही में पार्टी मीटिंग के दौरान लालू यादव ने कहा कि था कि 'मैं जल्द ही पटना में आप सभी के साथ रहूंगा। आने वाले दिनों में राज्य के हर जिले का दौरा करूंगा। डॉक्टरों ने मुझे थोड़ा पानी लेने के लिए कहा है। कुछ प्रतिबंध है। जल्द ठीक हो जाऊंगा।' पार्टी की ओर बयान आया था कि 21 अक्टूबर को लालू यादव पटना आयेंगे। लेकिन बाद में राबड़ी ने बयान दिया कि फिलहाल उनकी तबीयत उतनी अच्छी नहीं है कि वो पटना आ सकें। मगर आज लालू यादव पटना आ गये।
बताया जाता कि पटना के 10 सर्कुलर रोड बंगले में सभी चिकित्सा सुविधाओं से लैस एक नया कमरा बनाया गया है। वर्ष 2006 से लालू परिवार इसी बंगले में रह रहा है। इसे राबड़ी आवास के नाम से जाना जाता है। राज्य विधान परिषद में विपक्ष की नेता की हैसियत से राबड़ी देवी के नाम पर बंगला आवंटित है।इससे पहले लालू यादव मई 2018 में पेरोल पर पांच दिनों के लिए बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की शादी में पटना आये थे। माना जा रहा है कि वो उपचुनाव में प्रचार कर सकते हैं। हालांकि डॉक्टरों की सलाह पर ही कार्यक्रम तय होगा।
लालू यादव चारा घोटाला मामले में 23 दिसंबर 2017 को जेल गये थे। मई 2018 में अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की शादी में शामिल होने के लिए पटना आए थे। 30 अप्रैल 2021 को दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान उन्हें जमानत मिली थी। कई बीमारियों से पीड़ित लालू यादव अपनी सबसे बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती के दिल्ली स्थित आवास पर रह रहे थे।
लालू यादव के बेटों तेजस्वी व तेज प्रताप में सियासी लड़ाई
आरजेडी सुप्रीमो पिछले कई वर्षों से किडनी, हार्ट और दूसरे बीमारियों से पीड़ित हैं। दिसंबर 2017 में चारा घोटाला मामले में सजा सुनाये जाने के बाद से जेल में रहने के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। इसी साल जनवरी में उनको दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। इससे पहले उनका इलाज रांची रिम्स में चल रहा था। लालू यादव के दोनों बेटों में सियासी लड़ाई भी चल रही है। तेज प्रताप यादव कई बार पार्टी विरोधी बयान दे चुके हैं। उन्होंने अलग संगठन भी बना लिया है। तेज प्रताप ने हाल ही में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह सहित वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बयान देकर काफी फजीहत कराई है। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया था कि उनके पिता को दिल्ली में पार्टी के कुछ मुट्ठी भर लोगों ने 'बंधक' बना लिया है। पार्टी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं। जिसे छोटे भाई तेजस्वी यादव और उनके वफादारों पर हमले के रूप में देखा गया था।