बिहार: पटना में पांच पुलिसकर्मी अरेस्ट, बेउर जेल के कैदियों को आपत्तिजनक सामान उपलब्ध कराने का आरोप

बिहार की सबसे वीआइपी बेउर जेल में बंद क्रिमिनलों को मादक पदार्थ, मोबाइल सहित अन्य आपत्तिजनक सामान की सुविधा देने मामले में  पटना में एक पुलिस अफसर व चार कांस्टेबल को अरेस्ट किया गया है। इनमें नवीन पुलिस केन्द्र के ASI राम किशोर, डीपीसी हंसराज तिवारी, सिपाही राजीव कुमार, हवलदार छविनाथ सिंह और सिपाही विकाश कुमार भारती शामिल हैं। 

बिहार: पटना में पांच पुलिसकर्मी अरेस्ट, बेउर जेल के कैदियों को आपत्तिजनक सामान उपलब्ध कराने का आरोप
  • कैदी वाहन में किया था 'खेल'
पटना। बिहार की सबसे वीआइपी बेउर जेल में बंद क्रिमिनलों को मादक पदार्थ, मोबाइल सहित अन्य आपत्तिजनक सामान की सुविधा देने मामले में  पटना में एक पुलिस अफसर व चार कांस्टेबल को अरेस्ट किया गया है। इनमें नवीन पुलिस केन्द्र के ASI राम किशोर, डीपीसी हंसराज तिवारी, सिपाही राजीव कुमार, हवलदार छविनाथ सिंह और सिपाही विकाश कुमार भारती शामिल हैं। 
 
जेल से कोर्ट ले जाने और ले आने में किया था खेल 
बेउर जेल के बंदियों के झोला से मादक पदार्थ, मोबाइल सहित अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया गया था। इस मामले में ही एक पुलिस अफसर व चार कांस्टेबलों पर इन कैदियों को पेशी के लिए कोर्ट में ले जाने और फिर वापस जेल में लाकर छोड़ने की जवाबदेही थी। शुक्रवार को पटना सिटी से कुछ बंदी न्यायालय में उपस्थापन के बाद बेऊर जेल पहुंचे थे। इस दौरान बंदियों के पास एक थैले में भारी मात्रा में मोबाइल छुपाकर जेल के अंदर ले जाया जा रहा था। पुलिस ने जेल गेट पर ही वाहन चेकिंग के दौरान मोबाइल जब्त कर लिया था।
पुलिस टीम ने मोटी रकम लेकर किया था खेल 
पटना सिटी व्यवहार न्यायालय में पेशी के बाद मोबाइल और मादक पदार्थ लेकर कैदी जेल जेल लौटे थे। इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे फुलवारीशरीफ एएसपी मनीष कुमार की जांच में पता चला कि उक्त पुलिसकर्मियों ने मोटी रकम लेकर मोबाइल और मादक पदार्थों के साथ कैदियों को पुलिस वैन में बैठने की अनुमति दी थी। एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने आरोपितों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। एसएसपी ने इस संबंध में जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।
चार कैदी लेकर आये थे 19 मोबाइल
बेउर जेल के कैदी राघोपुर निवासी मुन्ना सिंह व राणा रणविजय सिंह, सुल्तानगंज के छोटू और मनेर के विक्की पांडेय को शुक्रवार को पुलिस सुरक्षा में पटना सिटी कोर्ट भेजा गया था। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि कैदी वहां से मोबाइल और नशे का सामान लेकर आए हैं। पुलिस की सूचना पर जेलर रामानुज ने कैदी वाहन के पहुंचते ही उसमें सवार बंदियों की तलाशी शुरू कर दी। उनके पास से झोले मिले, जिसमें मोबाइल रखे थे।
दो किलो गांजा और स्मैक भी मिला 
चार्जर, खैनी, दो किलो गांजा, स्मैक, नशीली दवाइयां आदि बरामद हुईं। मिठाई के डिब्बे में काजू बर्फी के नीचे सिगरेट सजा कर रखी गई थी। तलाशी चल ही रही थी कि एएसपी और बेउर थानाध्यक्ष अतुलेश कुमार भी दलबल के साथ पहुंच गये। बंदियों से सख्ती से पूछताछ की गई, जिसमें साथ गये पुलिसकर्मियों की संलिप्तता उजागर हुई। 
जेल में बेचने के लिए थे मोबाइल 
बेउर जेल प्रशासन और पटना पुलिस ने विभिन्न वार्डों की तलाशी ली, लेकिन कुछ बरामद नहीं हो सका। सोर्सेज का कहना है कि मोबाइल सेट व मादक पदार्थों को जेल के अंदरबेचा जाता है। दो कैदी राइटर के नाम सामने आये हैं, जिन्हें ये खेप पहुंचाई जाने वाली थी।
40 से 70 हजार में बिकते हैं स्मार्टफोन 
की-पैड मोबाइल 15 से 20 हजार और स्मार्ट फोन 40-70 हजार रुपये में कैदियों को उपलब्ध कराये जाते हैं। दस रुपये वाली सिगरेट 110 रुपये में बेची जाती है। इसी तरह पुराने बंदी गांजा, खैनी और नशीली गोलियों को कई गुणा अधिक दाम पर बेचते हैं।