Bihar: 'MLA मेरी मर्डर करवा सकते हैं', मौत से पहले जीतू ने बनाया था वीडियो, सब करते हैं पावर का गलत इस्तेमाल
बिहार के पूर्वी चंपराण जिले के पीपरा पुलिस स्टेशन में हुई पूर्व पंचायत समिति सदस्य जितेंद्र प्रसाद उर्फ जीतू प्रसाद की मर्डर मामले में उनके द्वारा मरने से पहले बनाये गये वीडियो से सनसनी फैल गयी है। जीतू के वीडियो में बीजेपी के पीपरा एमएलए श्यामबाबू यादव पर गंभीर आरोप लगाये गये हैं।
- बीजेपी के पीपरा एमएलए श्यामबाबू यादव पर गंभीर आरोप
- मेरा जीतू से कोई विवाद नहीं था: एमएलए
मोतिहारी (पूर्वी चंपारण)। बिहार के पूर्वी चंपराण जिले के पीपरा पुलिस स्टेशन में हुई पूर्व पंचायत समिति सदस्य जितेंद्र प्रसाद उर्फ जीतू प्रसाद की मर्डर मामले में उनके द्वारा मरने से पहले बनाये गये वीडियो से सनसनी फैल गयी है। जीतू के वीडियो में बीजेपी के पीपरा एमएलए श्यामबाबू यादव पर गंभीर आरोप लगाये गये हैं।
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एमएलए पर आरोप लगने के बाद मामला हाई-प्रोफाइल हो गया है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। जांच का सबसे अहम यह कि पूर्व पंसस को फोन कर घर से बुलानेवाला व्यक्ति कौन है। वीडियो में जीतू ने कहा है- पीपरा एमएलए श्यामबाबू यादव कभी भी हमारा मर्डर करा सकता है। बार-बार धमकी देते हैं कि बहुत तेज बनल। हमारा पेमेंट नहीं होने देता है। ग्जिक्यूटिव इंजीनियर हो या जेई, सब मिलकर पावर का गलत इस्तेमाल कर रहा है। जीतू ने वीडियो के अंत में राजनीति की भी बात की है। कहा है कि जनता से अपील है कि वो श्यामबाबू यादव को वोट नहीं दें।
जीतू के इस वीडियो के बाद पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या जीतू पहले से जानते थे कि उनकी मर्डर हो जायेगी। अगर वह जानते थे तो फिर किसके बुलाने पर अलसुबह चार बजे घर से निकल गये। जान को खतरा और विवाद को लेकर उनके द्वारा पूर्व में पुलिस को कोई जानकारी क्यों नहीं दी गई। सोर्सेज का कहना कि इस घटना के पीछे बड़ा षडयंत्र था तो फिर इसके किरदार भी बड़े रहे होंगे।बीजेपी एमएलए श्यामबाबू प्रसाद यादव ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। एमएलए ने कहा है कि मैं क्यों किसी की मर्डर कराने जाऊंगा। मैं सबके सुख-दुख में शामिल होता रहा हूं। मेरा कोई लेना-देना जीतू से नहीं है। ऐसे में उनके द्वारा मृत्यु पूर्व बनाया गया वीडियो और फिर जान पर खतरे के बीच घर से बाहर किसी के फोन करने पर निकला जांच का विषय है। पुलिस की जांच में सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।
जीतू का इंजीनियर से भी मनमुटाव की बात सामने आई है। ऐसे में पुलिस के लिए वो इंजीनियर भी जांच के विषय हैं, जिनके विभाग में जीतू काम करता था। पुलिस मृतक के मोबाइल का कॉल डिटेल निकाल रही है।जीतू मर्डर केस के खुलासे के लिए एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने चकिया डीएसपी सत्येंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया है। टीम में डीएसपी के अलावा चकिया पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर धनंजय मिश्रा, पीपरा थानाध्यक्ष सुनील कुमार, कल्याणपुर के रोहित कुमार व जिला तकनीकी सेल के एशआइ अखिलेश मिश्रा को शामिल किया है। एसपी ने टीम के सभी सदस्यों को सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच करने को कहा है। वो स्वयं पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
घर से एक किलोमीटर की दूरी पर मिली जीतू की बॉडी
पूर्व पंचायत समिति सदस्य जीतू घर से सोमवार की सुबह चार बजे निकलने के बाद एक किलोमीटर की भी दूरी नहीं तय कर पाये थे। उनका बॉडी घर से लगभग एक किमी दूर कुड़िया स्थित तेलियाबाड़ी पोखर से करीब पांच घंटे बाद मिला। घटनास्थल पर खून का धब्बा नहीं मिला। खोपड़ी उड़ी हुई थी। पुलिस विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है। साइंटिफिक तरीके से जांच के लिए घटना के बाद एफएसएल व डॉग स्क्वॉड टीम को बुलाया गया। पुलिस ने पंचायत समिति सदस्य का भी सैंपल लिया है। उसकी भी साइंटिफिक जांच की जायेगी। परिजनों ने मर्डर के पीछे ठेकेदारी का विवाद बताया। पूर्व पंसस के सिर से खोपड़ी उड़ गई थी। प्रारंभिक तौर पर सिर में गोली मारने की बात सामने आई है।