Bihar: मानवी मधु कश्यप बनीं देश की पहली ट्रांसजेंडर पुलिस सब इंस्पेक्टर
बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग की ओर से सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में 1275 पदों पर वैकेंसी का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस रिजल्ट में तीन ट्रांसजेंडर सफल हुए हैं। इन तीन ट्रांसजेंडरों में दो ट्रांसमेन हैं और एक ट्रांसवूमेन हैं। इनमें से एक बांका की रहने वाली मानवी मधु कश्यप भी हैं।
- नाटक मंडली से पुलिस तक का सफर
पटना। बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग की ओर से सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में 1275 पदों पर वैकेंसी का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस रिजल्ट में तीन ट्रांसजेंडर सफल हुए हैं। इन तीन ट्रांसजेंडरों में दो ट्रांसमेन हैं और एक ट्रांसवूमेन हैं। इनमें से एक बांका की रहने वाली मानवी मधु कश्यप भी हैं।
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संघर्ष से भरा रहा है मानवी का जीवन
मानवी मधु कश्यप ने अपनी सफलता पर उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, गुरु रहमान सर, रेशमा मैडम, सुल्तान सर, अपने माता-पिता और भाई-बहन पिता स्वर्गीय नटवर प्रसाद सिंह माता माला देवी दो भाई सोनू कुमार सिंह मुनमुन कुमार सिंह दो बहन लवली कुमारी चांदनी कुमारी को धन्यवाद दिया है। पंजवारा बाजार निवासी स्वर्गीय नरेंद्र प्रसाद सिंह उर्फ नटवर प्रसाद सिंह और माला देवी के की पुत्री मानवी मधु कश्यप शुरू से ही पढ़ाई में काफी तेज थी।
अखबार बेचा व शॉपिंग सेंटर किया काम
बताया जाता है कि मानवी का जन्म पुरुष के रूप में हुआ था लेकिन उसके अंदर स्त्रियोचित गुण थे। इस कारण मानवी नाटक मंडली में एकट्रेस और नर्तकी बनकर लोगों का मनोरंजन करती थी। इस दौरान उसने राज्य संपोषित हाइ स्कूवल पंजवारा से मैट्रिक और सीएम कॉलेज बौंसी से इंटर और ग्रजुएशन की एग्जाम पास की। पढ़ाई के दौरान खर्च के लिए मानी गांव-गांव में अखबार पहुंचाती थी। वर्ष 2015 में मानवी घर छोड़कर आसनसोल में अपनी बहन और बहनोई के साथ रहने लगी। वहां उसने कुछ दिनों तक एक शॉपिंग सेंटर में भी काम किया।
गुरु रहमान की पारखी नजर से मानवी बन गयी एसआइ
लगभग तीन-चार साल आसनसोल में रहने के बाद वह पटना पहुंची जहां ट्रांसजेंडर एसोसिएशन के सदस्यों के साथ शेल्टर होम में रहने लगी। शुरुआत में संघ द्वारा उसे घर-घर भेज कर बधाइयां दिलवाने का काम करवाया जाता था। गुरु रहमान का कहना है कि कई तरह की प्रताड़ना झेलने के बाद मानवी मधु कश्यप मेरे पास आई। उसकी पढ़ने की ललक को देखते हुए हमने उसे कई कोचिंग इंस्टीच्युट्स में भेजा लेकिन किसी ने उनका एडमिशन नहीं लिया। इसके बाद हमने उसे पढ़ाना शुरू किया. पढ़ाई में बहुत अच्छी होने के कारण उसने सब इंस्पेक्टर की एग्जाम में सफलता हासिल की।
आईएएस बनने का है मानवी का सपना
मानवी मधु कश्यप का कहना है कि 2021 से ही वह सब इंस्पेक्टर की एग्जाम की तैयारी कर रही थी। आसनसोल से पटना आने के बाद इस पद तक पहुंचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मेरे लिए यह संघर्ष काफी चुनौती भरा था। लेकिन परिजनों व गुरु की कृपा से आज इस मुकाम तक पहुंची हूं। मेरा सपना आईएएस बनकर देश की सेवा करना है।