बिहार: नालंदा में यौन शोषण के दोषी नाबालिग को सजा में स्पेशल छूट, इंटर एग्जाम में बेहतर रिजल्ट का मिला प्राइज
नालंदा में यौन शोषण के दोषी पाये एक नाबालिग को पढ़ाई में उसकी लगन को देखते हुए सजा की शर्तों में स्पेशल छूट दी गई है। अब यह नाबालिग पटना विशेष गृह भेजे जाने की बजाय बिहारशरीफ के पर्यवेक्षण गृह में रहकर ही अपनी आगे की पढ़ाई पूरी कर सकेगा।
- किशोर न्यायालय ने नाबालिग की मेधा को देखते हुए सजा में दी है छूट
- नाबालिग पटना विशेष गृह भेजे जाने की बजाय बिहारशरीफ के पर्यवेक्षण गृह में रहकर ही अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेगा
पटना। नालंदा में यौन शोषण के दोषी पाये एक नाबालिग को पढ़ाई में उसकी लगन को देखते हुए सजा की शर्तों में स्पेशल छूट दी गई है। अब यह नाबालिग पटना विशेष गृह भेजे जाने की बजाय बिहारशरीफ के पर्यवेक्षण गृह में रहकर ही अपनी आगे की पढ़ाई पूरी कर सकेगा।
नाबालिग ने हाल में संपन्न हुई बिहार की इंटर एग्जाम में 70 परसेंट नंबबर लाया है। नाबालिग ने सजा काटते हुए इंटर की एग्जाम की तैयारी की और एग्जाम में शामिल हुआ। किशोर न्याय परिषद के प्रधान दंडाधिकारी मानवेंद्र मिश्र ने वर्ष 2020 की मई माह में एक नाबालिग का यौन शोषण करने के मामले में दोषी पाय गये दो किशोरों को को तीन-तीन साल कैद की सजा सुनाई। इस फैसले के बाद शेष सजा काटने के लिए दोनों को बिहारशरीफ पर्यवेक्षण गृह से पटना विशेष गृह भेजे जाने का प्रविधान है। लेकिन इनमें से एक किशोर की मेधा को देख जज ने उसके भविष्य की खातिर बिहारशरीफ पर्यवेक्षण गृह में रहने और आगे बीएससी की पढ़ाई जारी रखने की छूट दे दी।
सरकार उपलब्ध करायेगी बुक्सऔर कॉपियां
जज ने नाबालिग आग्रह पर उसका दाखिला नालंदा कॉलेज में कराने व कोर्स बुक, कॉपी, कलम की व्यवस्था करने का निर्देश पर्यवेक्षण गृह के अधीक्षक को दिया। उल्लेखनीय है कि यह नाबालिग कांड के बाद बीते 22 मई से ही पर्यवेक्षण गृह में रखा गया था। इस दौरान कोर्ट में उसके खिलाफ मामले की सुनवाई चलती रही। वह आइएससी एग्जाम की तैयारी भी करता रहा। पिछले सप्ताह आये रिजल्ट में उसका नंबर 70.2 परसेंट रहा। इंटर एग्जाम में नाबालिग के प्रदर्शन को देख जज ने उसके भविष्य की उसे खातिर बिहारशरीफ पर्यवेक्षण गृह में रहते हुए पढ़ाई जारी रखने की अनुमति दे दी। हालांकि दूसरा किशोर पटना विशेष गृह भेज दिया जायेगा।