बिहार: पिता के दोस्त के साथ था मां का अवैध संबंध, बेटी ने आपत्तिजनक हालत में देखा, रेप के बाद कर दी मर्डर
बिहार के पश्चिम चंपारण के बगहा स्थित पठखौली ओपी एरिया में हुई रेप के बाद मर्डर मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी जितेंद्र यादव को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है।
- पुलिसिया कार्रवाई पर मृतक के परिजन को भरोसा नहीं
- अभी तक मृतका के बॉडी का नहीं किया है अंतिम संस्कार
बगहा। बिहार के पश्चिम चंपारण के बगहा स्थित पठखौली ओपी एरिया में हुई रेप के बाद मर्डर मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी जितेंद्र यादव को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है।
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बगहा एसडीपीओ कैलाश प्रसाद ने पटखौली ओपी में प्रेस कांफ्रेस में बताया कि आरोपित जितेंद्र यादव ने पुलिस को बताया कि नाबालिग छात्रा की मां के साथ उसका 10 साल से अवैध संबंध था। वह अक्सर उसके घर जाया करता था। कुछ दिन पूर्व मृतका की मां के साथ शारीरिक संबंध बनाते हुए छात्रा ने देख लिया था। बदनामी नहीं हो इसके लिए आरोपित उसे अपने खेत में ले जाकर उसके साथ रेप किया। किशोरी ने घटित घटना की जानकारी परिजन को देने की बात कही तो उसे गला दबाकर मार डाला। सबूत मिटाने के लिए उसे नदी किनारे जमीन में दफना दिया।बगहा एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार जितेन्द्र यादव ने स्वीकार किया है कि नाबालिग के साथ उसने अकेले ही रेप किया। साक्ष्य को छुपाने के लिए शव को हरहा नदी के किनारे गड्ढा खोद कर छिपाया।
परिजन ने नहीं किया मृतक का दाह संस्कार
पुलिस ने छात्रा के साथ रेप के बाद मर्डरमामले की गुत्थी जिस तरह सुलझाई है यह किसी के गले नहीं उतर रही। पुलिसिया कार्रवाई पर मृतक किशोरी के परिजन को भरोसा नहीं है। यही कारण है कि परिजन ने अभी तक मृतक की बॉडी का अंतिम संस्कार नहीं किया है। परिजन का कहना है कि जब तक शेष हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होती है। तब तक उसका अंतिम संस्कार नहीं किया जायेगा। उन्हें शक है कि अभियुक्त जांच को प्रभावित कर सकते हैं।
पुलिसिया कार्रवाई सवालों के घेरे में
नाबालिग के साथ रेप व मर्डर के मामले में पुलिस की कार्रवाई शुरू से ही सवालों के घेरे में रही है। 15 दिसंबर को किशोरी का किजनैप हुआ था। उसकी मां 16 दिसंबर को आवेदन लेकर पठखौली ओपी पहुंची तो उसे भगा दिया गया। परिजन ने एसडीपीओ बगहा से गुहार लगाई तो 17 दिसंबर को जितेंद्र यादव, लड्डू आलम, नूर आलम, सदरे आलम, साहेब अंसारी, आफताब आलम के खिलाफ नेम्ड एफआइआर दर्ज किया गया। अब जब किशोरी की मर्डर हो गई तो पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मुख्य आरोपित जितेंद्र यादव को अरेस्ट कर लिया, लेकिन मृतका की मां पर आरोपित के हवाले अनसुलझे लांछन धर दिए।पुलिस का कहना है कि छात्रा की मां के साथ जितेंद्र का अवैध संबंध था। जिसे उसने देख लिया था। बदनामी से बचने के लिए जितेंद्र ने उसे मौत के घाट उतारा। अगर ऐसा था तो फिर छात्रा की मां जितेंद्र के खिलाफ नेम्ड कंपलेन लेकर पुलिस के पास क्यों जाती? जब जितेंद्र के संबंध उसकी मां के साथ थे तो उसने किशोरी की मर्डर से पूर्व उसके साथ रेपक्यों किया? यही नहीं पुलिस इस मामले में अब सिर्फ जितेंद्र को ही दोषी बता रही है। जबकि छात्रा का किडनैप कर दो दिन तक शव छुपाए रखना और गड्ढा खोदकर दफना देना वह भी अकेले, यह बात किसी के गले नहीं उतर रही है। पुलिस की पहेली से परिजनों भी आक्रोश है।
यह है मामला
पोखरभिंडा गांव के समीप हरहा नदी किनारे छठवीं में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा का की बॉडी 18 दिसंबर की सुबह सात बजे मिला। उसे मिट्टी में दफना दिया गया था। उसके ऊपर कांटे रखे गए थे। उसपर पौधा भी लगा दिया गया था। परिजन चार दिन से गायब नाबालिग की तलाश में जुटे हुए थे। मर्डर की आशंका को भांप चुके परिजन नदी किनारे दफनाई गई जगह पर पहुंचे। खुदाई करने पर किशोरी का बॉडी बरामद हो गया। उसके साथ रेप कर गला दबाकर मार दिया गया था। बायीं आंख भी फोड़ दी गई थी। बॉडी के पास स्कूल ड्रेस व गन्ने के खेत से चप्पल मिला था। आक्रोशित लोगों ने बगहा-सेमरा रोडके हिरौती चौक को जाम कर दिया। लोगों का कहना था कि 15 दिसंबर को गांव का जितेन्द्र यादव किशोरी को साथ गन्ना का पत्ता लाने के लिए अपने साथ सरेह में लेकर गया था। उसी समय उसका किडनैप कर लिया गया था। देर शाम तक जब वह घर नहीं पहुंची तो परिजन इसकी सूचना पुलिस को दी गई। गांव के जितेंद्र यादव, लड्डू आलम, नूर आलम, सदरे आलम, साहेब अंसारी, आफताब आलम को नेम्ड किया गया, लेकिन पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं लिया।