बिहार: मुजफ्फरपुर में म्यांमार का 2.86 करोड़ का सोना बरामद, Press लिखे कार के इंजन में छिपाकर रखे थे 35 बिस्किट
डीआरआइ और कस्टम की स्पेशल टीम ने मुजफ्फरपुर गायघाट मैठी टोल प्लाजा के पास एक कार के इंजन में बने तहखाना से 35 सोने के बिस्किट बरामद किया। मार्केंट इसकी कीमत लगभग तीन करोड़ होने का अनुमान है। इस दौरान तीन इंटर स्टेट तस्करों को अरेस्ट किया है। इनका दूसरे देशों में सक्रिय तस्करों से भी नेटवर्क है।
मुजफ्फरपुर। डीआरआइ और कस्टम की स्पेशल टीम ने मुजफ्फरपुर गायघाट मैठी टोल प्लाजा के पास एक कार के इंजन में बने तहखाना से 35 सोने के बिस्किट बरामद किया। मार्केंट इसकी कीमत लगभग तीन करोड़ होने का अनुमान है। इस दौरान तीन इंटर स्टेट तस्करों को अरेस्ट किया है। इनका दूसरे देशों में सक्रिय तस्करों से भी नेटवर्क है।
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टीम ने कार सहित सभी को डीआरआइ कार्यालय लाकर पूछताछ की और निशानदेही पर आगे की कार्रवाई कर रही है।डीआरआई अफसर के अनुसार उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के शक्ति कुमार, बलिया के राणा प्रताप और सगरपुर दिल्ली के नागेंद्र भारती को अरेस्ट किया गया है। पूछताछ के बाद तीनों कैरियर को सोमवार को कोर्ट में पेशकर ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया। जब्त सोने के बिस्कुट का वजन लगभग छह किलो (5.815 ग्राम) है। एक बिस्कुट का वजन करीब 166 ग्राम के आसपास है। बनारस के सिंडिकेट ने गुवाहाटी से तस्करी कर सोने के बिस्कुट मंगवाये थे। इससे दिवाली के अवसर पर आभूषण व सिक्के बनाने की तैयारी थी। कार के इंजन में बने तहखाना से सोने के 35 बिस्किट जब्त किये गये। इन पर विदेशी मार्का अंकित है। सभी बिस्किट पर नंबर अंकित है जो तस्कर ही इस्तेमाल करते हैं।
तीन स्टेट में एक साथ हुई रेड
डीआरआई दिल्ली हेडक्वार्टर को गुप्त सूचना मिली कि म्यांमार से तस्करी का सोना गुवाहाटी से बनारस वाया मुजफ्फरपुर होते कार से लाया जा रहा है। इस गोपनीय सूचना के आलोक में दिल्ली, मुजफ्फरपुर और भोपाल की यूनिट को अलर्ट किया। कार का नंबर भी उपलब्ध कराया। इसके बाद तीनों टीम ने छानबीन शुरू की। इस दौरान मुजफ्फरपुर यूनिट ने 5.815 ग्राम के 35 बिस्कुट, दिल्ली यूनिट ने 5.500 ग्राम के तीस बिस्कुट व भोपाल यूनिट ने चार करोड़ रुपये जब्त किए। दिल्ली यूनिट ने भी दो कैरियरों को दबोचा है। भोपाल यूनिट भी दो संदिग्धों को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है।
जब्त कार असम नंबर की
जब्त कार असम नंबर की है। यब असम के कामरूप डीटीओ से रजिस्टर्ड है। कार पर प्रेस भी लिखा है। कार मालिक के नाम का सत्यापन किया जा रहा है। बताया जाता है कि टीम को मैठी टोल प्लाजा पर कैरियरों ने प्रेस के नाम पर गुमराह किया। धौंस भी दिखाई, लेकिन सूचना पक्की और सटीक होने से डीआरआई व कस्टम के अफसरों ने कैरियरों को दबोच लिया। पूछताछ में तीनों ने बताया कि कार के इंजन में एक तहखाना बना रखा है। इससे तस्करी का सामान ढोते हैं। पहले भी इसी कार से ले तस्करी कर चुके हैं।