नई दिल्ली: सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट ने रिया चक्रवर्ती की याचिका पर सुरक्षित रखा फैसला, अब 13 को सुनवाई

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत मौत के मामले में आरोपी उनकी गर्लफ्रेंड व एक्च्रेरिया चक्रवर्ती की सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हुई। सभी पक्षों को सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों से अपने-अपने तर्क के समर्थन में पहले के नजीर फैसलों को 13 अगस्त तक दाखिल करने को कहा है। इसके बाद कोर्ट आगे की कार्रवाई करेगा।

नई दिल्ली: सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट ने रिया चक्रवर्ती की याचिका पर सुरक्षित रखा फैसला, अब 13 को सुनवाई
सुशांत सिंह राजपूत(फाइल फोटो)।
  • सभी पक्षों से अपने-अपने तर्क के समर्थन में पहले के नजीर फैसलों को दाखिल करने का निर्देश

नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत मौत के मामले में आरोपी उनकी गर्लफ्रेंड व एक्च्रेरिया चक्रवर्ती की सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हुई। सभी पक्षों को सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों से अपने-अपने तर्क के समर्थन में पहले के नजीर फैसलों को 13 अगस्त तक दाखिल करने को कहा है। इसके बाद कोर्ट आगे की कार्रवाई करेगा।

महाराष्ट्र गवर्नमेंट मामले में कोर्ट में कह चुकी है कि यह सीबीआइ की जांच का मामला ही नहीं है। बिहार गवर्नमेंट ने कोर्ट में दाखिल अपने हलफनामे में कहा है कि अब यह जांच सीबीआइ कर रही है, इसलिए रिया की याचिका का कोई अर्थ नहीं रहा। सुशांत के पिता भी सीबीआइ जांच के समर्थन में हैं।महाराष्ट्र सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट से कहा कि वह इस मामले की जांच में बिहार के अधिकार क्षेत्र का विरोध कर रहे हैं। कोर्ट ने एडवोकेट दीवान से कहा कि रिया चक्रवर्ती ने अपनी याचिका में इस मामले की सीबीआई जांच कराने का अनुरोध किया है। यह एक अन्य पहलू है कि सीबीआई इसमें कैसे आयेगी।दीवान ने कहा कि वह इस मामले की किसी निष्पक्ष जांच एजेन्सी से निष्पक्ष जांच चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर कई अन्य मुद्दे भी हैं जैसे बिहार ने कैसे सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी और कैसे इसके बाद आदेश जारी किये गये।

रिया के वकील ने वर्तमान सीबीआइ जांच का किया विरोध

रिया के वकील ने पटना में दर्ज एफआइआर तथा बिहार गवर्नमेंट की सिफारिश पर हो रही सीबीआइ जांच का विरोध किया। हालांकि यह भी कहा कि अगर कोर्ट चाहे तो अपने लेवल से सीबीआइ से करा ले। वकील ने कहा कि बिहार सरकार ने इस मामले में हस्तक्षेप कर कार्यपालिका के अधिकारों का उल्लंघन किया है। अगर न्यायपालिका चाहे तो हस्तक्षेप करते हुए सीबीआइ जांच का आदेश दे दे। रिया के वकील ने पटना में दर्ज एफआइआर को लेकर कहा कि वहां जीरो एफआइआर की जा सकती थी। पटना में एफआइआर सरकार के दबाव में दर्ज की गई। इस मामले का पटना से कोई लेना-देना नहीं है, न ही पटना पुलिस की जांच उचित थी।

रिया चक्रवर्ती ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर पटना में दर्ज एफआइआर को  मुंबई ट्रांसफर करने की गुहार लगाई है। महाराष्ट्रर सरकार ने कोर्ट में रिया के पक्ष का समर्थन किया है। जबकि, सुशांत के पिता व बिहार सरकार ने इसका विरोध किया है। इस मामले की पहली सुनवाई बीते पांच अगस्त को हुई थी, जिसमें कोर्ट ने सभी पक्षों को तीन दिनों में अपना जवाब देने को कहा था। कोर्ट ने मुंबई व पटना पुलिस की जांच रिपोर्ट भी मांगी थी। सभी पक्षों ने अपने जवाब दाखिल कर दिए हैं। इसके लिए मंगलवार को कोर्ट ने सभी पक्षों से अपने-अपने तर्क के समर्थन में पहले के फैसलों की नजीर 13 अगस्त तक दाखिल करने को कहा।

रिया ने ने हलफना में कहा

रिया चक्रवर्ती ने अपने हलफनामाम में मीडिया पर उनकी छवि को खराब करने की बात भी कही है। उन्हेंर मीडिया ट्रायल के तहत उन्हेंन टारगेट किया जा रहा है। रिया ने मीडिया ट्रायल पर रोक लगाने का आग्रह भी किया है। उन्हों।ने पटना में दर्ज एफआइाआर को चुनावी राजनीति से प्रेरित बताया है। रिया के अनुसार पटना मे दर्ज एफआइआर के पीछे बिहार के सीएम नीतीश कुमार की इस मामले में दिलचस्पी है। उन्होंिने कहा है कि मामले को सीबीआइ को ट्रांसफर करने के पीछे भी राजनीति है। बिहार पुलिस या सीबीआइ को इस मामले की जांच का अधिकार ही नहीं है।

रिया चक्रवती की ओर से सीनीयर एडवोकेट श्याम दीवान दलील दी कि दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पिता द्वारा अपने बेटे की आत्महत्या के सिलसिले में अभिनेत्री के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआइआर का पटना में किसी अपराध से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इस मामले में राज्य का बहुत ज्यादा दखल और असर है। इसलिए इसमें दुराग्रह की आशंका है।उन्होंने इस मामले में सिलसिलेवार घटनाक्रम का जिक्र किया।  कहा कि पटना में प्राथमिकी दर्ज कराने में 38 दिन से भी ज्यादा का विलंब हुआ है। उन्होंने पटना में राजपूत के पिता द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी का जिक्र किया और कहा कि शिकायत मे लगाए गए सारे आरोपों का संबंध मुंबई से है। दीवान ने कहा कि मुंबई पुलिस ने अब तक इस मामले में 58 व्यक्तियों के बयान दर्ज किये हैं। इस मामले की जांच में काफी प्रगति हुई है। दीवान ने कहा कि इस समय सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले का समानांतर मीडिया ट्रायल भी हो रहा है। 

रिया की याचिका का सुशांत के पिता ने किया विरोध

रिया की याचिका का सुशांत के पिता केके सिंह ने कोर्ट में विरोध किया है। बीते शनिवार को दाखिल अपने हलफनामा में उन्होंमने कहा कि खुद रिया ने गृह मंत्री अमित शाह से मामले में सीबीआइ जांच का आग्रह कर चुकीं हैं। अब तो सीबीआइ की जांच शुरू भी हो चुकी है। ऐसे में पटना में दर्ज एफआइआर को मुंबई ट्रांसफर करने की बात आधारहीन हो गयी है।बिहार गवर्नमेंट ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि मुंबई में सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले में पटना में दर्ज एफआईआर कानूनी और वैध है। महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले की जांच में सहयोग नहीं किया। यहां तक की बिहार पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तक नहीं दी गई।

बिहार की ओर से जस्टिस ऋषिकेश राय की सिंगल बेच के समक्ष पेश हुए सीनीयर एडवोकेट वकील महिंदर सिंह ने कहा कि सुशांत  केस में मुंबई में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। उन्होंने रिया चक्रवर्ती द्वारा लगाए गए राजनीतिक दबाव, पूर्वाग्रह और प्रभाव के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने रिया के इस आरोप का भी खंडन किया कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार के इशारे पर ही पटना में उसके खिलाफ राजपूत को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में सुशांत के पिता ने एफआइआर दर्ज कराई है।    

किसी ने भी मेरे बेटे को फांसी से लटकते नहीं देखा, जब...
सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस पर सुनवाई के दौरान एक्टर के पिता के के सिंह की ओर से कहा गया  है कि किसी ने भी उनके बेटे को फांसी से लटकते नहीं देखा, इसलिए मामले की जांच होनी जरूरी है। वकील विकास सिंह ने जस्टिस ऋषिकेश रॉय की बेंच में के के सिंह की तरफ से कहा कि मैं पटना से हूं। मेरी चिता को कौन आग देगा, मेरा बेटा तो रहा नहीं। किसी ने भी मेरे बेटे को फांसी से लटकते नहीं देखा। जब मेरी बेटी पहुंची तो सुशांत बेड पर लेटा था। इस मामले की जांच होनी चाहिए। 
एफआईआर करने में 38 दिन कैसे लग गए, इस सवाल के पूछे जाने पर के के सिंह के वकील विकास सिंह ने कहा कि जैसे ही बेटा का शोक शांत हुआ, पटना में के के सिंह ने FIR दर्ज कराई। विकास सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि पिता और बहन को सुशांत से अलग कर दिया गया था। रिया चक्रवर्ती ने जवाब नहीं दिया जब सुशांत के पिता ने अपने बेटे से बात करनी चाही। दिवंगत एक्टर के गले पर जो निशान है वह किसी फंदे का नहीं बल्कि बेल्ट का है। अगर एक्टर का मर्डर हुआ है तो मामले की जांच होनी चाहिए। 
टाइम्स नाऊ के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पहले आपने सीबीआई जांच के लिए कहा था। अब सीबीआई को इस मामले की जांच क्यों नहीं करनी चाहिए? इस बीच, इसका जवाब देते हुए, अदालत में एक्ट्रेस का प्रतिनिधित्व कर रहे श्याम दीवान ने कहा कि उन्हें सीबीआई जांच के कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन जिस तरीके से यह मामला सीबीआई को सौंपा गया, वे उसका विरोध कर रहे हैं। अगली सुनवाई 13 अगस्त को होगी।
रिया चक्रवर्ती ने कहा- सुशांत का मानसिक स्वास्थ्य यूरोप ट्रिप पर बिगड़ा

रिया चक्रवर्ती ने हाल ही में एक ऑफिशियल को सुशांत के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि सुशांत डिप्रेशन में जा रहे हैं, इसके बारे में उन्हें कब और कैसे पता चला। इंडिया टुडे के हवाले से जानकारी मिली है कि रिया ने ऑफिशियल को बताया कि इटली के फ्लॉरेंस में हम हॉलिडे के लिए गये थे। यह बात वर्ष 2019 अक्टूबर की है। वहां पहली बार मैंने सुशांत की मानसिक हालत खराब होते देखी थी।

बकौल रिया मैं और सुशांत इटली के हैरिटेज होटल में ठहरे थे। सुशांत में मैनें एक दिन अचानक से अजीब-सा बिहेवियर देखा। दीवार पर लगी एक पुरानी पेंटिंग को सुशांत गौर से देख रहा था। उनमें से एक पेंटिंग में सैटर्न बना हुआ था। रिया  कहती हैं कि मैं और मेरा भाई एक दूसरे कमरे में थे। सुशांत अचानक से रुद्राक्ष की माला लेकर मंत्र जपने लगा। उसने मेरे से कहा कि मैं पेंटिंग में किरदारों को देख सकता हूं। लेकिन मैं साफ तौर पर नहीं बता पा रहा हूं कि ये आखिर है क्या। सुशांत के अंदर पेंटिंग को लेकर भ्रम पैदा हो रहा था। मैंने उसे किसी तरह समझाया, संभाला और कहा कि ये सब तुम्हारा भ्रम है और कुछ भी नहीं। 
सुशांत के शरीर पर चोट के निशान थे, मुंबई पुलिस ने छिपाया
सुशांत के करीबी और घरवालों का कहना है कि उनके शरीर पर चोट के निशान थे। गले का निशान भी संदिग्ध है। मुंबई पुलिस ने इस बात पर पर्दा डाला है। इन्हीं कारणों से मुंबई पुलिस सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को पटना की एसआईटी के हवाले नहीं करना चाह रही थी। उनकी मौत के बाद कौन से सामानों को घटनास्स्थल के आसपास से जब्त किया गया, इसकी जानकारी भी पटना पुलिस को नहीं दी गयी। पटना पुलिस के सोर्स बताते हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह पता चल जाता कि सुशांत के शरीर पर किसी तरह की चोट थी या नहीं। मुंबई पुलिस के पीएम रिपोर्ट देने से इंकार करने के बाद पटना पुलिस की टीम उस अस्पताल में गयी] जहां सुशांत के शव का पोस्टमार्टम हुआ था। लेकिन वहां भी पटना पुलिस की टीम को पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने से इंकार कर दिया गया। सूत्रों की मानें तो यह सब कुछ महाराष्ट्र के बड़े पुलिस अधिकारियों के इशारे पर हो रहा था। 

जिससे पूछताछ करनी थी उसे ही छोड़ दिया
सुशांत के करीबी यह भी आरोप लगा रहे हैं कि जिन लोगों से पूछताछ करनी थी मुंबई पुलिस ने उन्हें ही छोड़ दिया। उसके एक अफसर रिया के साथ मोबाइल पर बातचीत करते थे। रिया से इस बारे में कभी भी पूछताछ नहीं की गयी न ही उसकी गड़बड़ी को मुंबई पुलिस सभी के सामने ला सकी। 

बहन के आने से पहले ही फंदे से उतार दिया सुशांत की बॉडी 
जब सुशांत पिछले 14 जून को कमरे का दरवाजा नहीं खोल रहे थे तो सिद्धार्थ पिठानी ने उनकी बहन को कॉल किया। अभी सुशांत की बहन उनके घर पहुंचने ही वाली थी कि तब तक उनकी बॉडी फंदे से उतारकर नीचे रख दिया गया। तो सुशांत के किसी भी करीबी ने उन्हें फंदे से लटकते नहीं देखा। 

गर्दन पर निशान लग रहे संदिग्ध
सुशांत के गर्दन पर दिख रहे निशान को भी उनके करीबी संदिग्ध बता रहे हैं। किसी भी फांसी लगाने वाले व्यक्ति के गर्दन पर वैसे निशान नहीं होते हैं। जांच टीम के पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखने के बाद ही कई चीजें स्पष्ट होंगी।
सुशांत की बहन नीतू सिंह से ईडी ने की पूछताछ 

ईडी ने सुशांत सिंह राजपूत की बहन मीतू सिंह, दोस्त सिद्धार्थ पाटनी और उनकी एक्स मैनेजर श्रुति मोदी से मंगलवार को पूछताछ की। यह पूछताछ मनी लॉड्रिंग के मामले को लेकर की गई। श्रुति और पाटनी से एजेंसी ने सोमवार को भी पूछताछ की थी। धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दोनो के बयान दर्ज किए थे। मोदी से पिछले हफ्ते भी पूछताछ की गई थी। आईटी पेशेवर पाटनी ने इसके पहले मीडिया में कहा था कि वह 14 जून को बांद्रा स्थित फ्लैट पर मौजूद थे जब 34 वर्षीय एक्टर सुशांत ने खुदकुशी की थी। बताया जा रहा है कि पाटनी और राजपूत करीब एक साल तक एक ही फ्लेट में रहे थे।  

 रिया पर सुशांत को सुसाइड के लिए उकसाने के आरोप 
सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना में 25 जुलाई को रिया, उनके पिता इंद्रजीत, मां संध्या चक्रवर्ती, भाई शौविक, राजपूत के प्रबंधक मिरांडा और मोदी समेत अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और बेटे को सुसाइड के लिए उकसाने का FIR दर्ज कराया है। उन्होंने अपने बेटे के बैंक अकाउंट में आर्थिक अनियमितता का भी आरोप लगाया है। अपनी शिकायत में सिंह ने बताया कि सुशांत के बैंक खाते से एक साल में 15 करोड़ रुपये उन खातों में भेजे गये जिनको वह नहीं जानते थे और उनका उनसे कोई संबंध था। 
सुशांत के एकस् असिस्टेंट का दावा, कृति सैनन को डेट कर रहे थे एक्टर

सुशांत सिंह राजपूत के एक्स असिस्टेंट अंकित अचार्य ने जूम संग इंटरव्यू में एक्टर और कृति सैनन के रिलेशनशिप पर खुलकर बात की है। अंकित ने कहा है कि वह सुशांत को अपने बड़े भाई जैसा मानते थे। अपनी आखिरी मुलाकात को याद करते हुए उन्होंने कहा कि सुशांत एक शानदार इंसान से भी बढ़कर थे।सुशांत की जिंदगी में रिया चक्रवर्ती के आने से पहले कौन था। वह किसके साथ थे, इस सवाल पर अंकित ने बताया कि रिया के आने से पहले, कृति मैडम थीं। मैं कृति दीदी बोलता था मैं। उनके साथ जब था तो सुशांत डिप्रेशन में नहीं थे। उनके साथ भी हंसना, एक साथ खाना, एक साथ बातें करना, उस समय थीं। पर उसके बाद उनके साथ क्या हुआ मुझे मालूम नहीं। हां ये बात सच है कि कृति दीदी थीं उस समय।