बिहार: दो साल के अंदर खुलेंगे सात नये मेडिकल कालेज,निर्माण कार्य जारी
बिहार में अगले दो वर्ष के अंदर सात और नये मेडिकल कालेज व हॉस्पीटल मिल जायेंगे। इनमें एस्ट फेज में है। यहां एजुकेशन सेशन 2021-22 में 100 एडमिशन के साथ एमबीबीएस पढ़ाई शुरू करने की भी तैयारी है।
- सात मेडिकल कालेज व अस्पताल के निर्माण पर खर्च होंगे 3465 करोड़
- पूर्णिया में इसी वर्ष से एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने की योजना
पटना। बिहार में अगले दो वर्ष के अंदर सात और नये मेडिकल कालेज व हॉस्पीटल मिल जायेंगे। इनमें एस्ट फेज में है। यहां एजुकेशन सेशन 2021-22 में 100 एडमिशन के साथ एमबीबीएस पढ़ाई शुरू करने की भी तैयारी है।
पूर्णिया सदर अस्पताल के तमाम उपकरणों और कर्मियों का समायोजन भी नये मेडिकल कालेज में करने की अनुमति दे दी गई है। स्टेट में स्वास्थ्य सुविधाओं के ढांचे को मजबूत करने की कवायद जारी है। हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय का कहना है कि स्वास्थ्य संरचना को मजबूती देना सरकार की प्राथमिकता है। स्टेट के अलग-अलग जिलों में मेडिकल कालेज बनाये जा रहे हैं। सात नये मेडिकल कालेज बनने से राज्य के मेडिकल कालेज व हॉस्पीटलल में बेडों की संख्या साढ़े तीन हजार से ज्यादा बढ़ जायेगी। एमबीबीएस कोर्स में भी बिहार के अधिक से अधिक छात्रों को मौका मिल सकेगा।
जिन जिलों में खुल रहे हैं मेडिकल कालेज
पूर्णिया, सारण, समस्तीपुर, मधुबनी, वैशाली, सीतामढ़ी और सिवान के मैरवा में मेडिकल कालेज व हॉस्पीटल खोले जा रहे हैं। इन सात मेडिकल कालेज व हॉस्पीटल के निर्माण पर लगभग 3465.12 करोड़ रुपये खर्च किए जायेंगे। पूर्णिया के अलावा सारण जिले के छपरा में 500 बेड समस्तीपुर के सरायरंजन में 500 बेड वाले श्रीराम जानकी मेडिकल कालेज व हॉस्पीटल का निर्माण कार्य जारी है। मधुबनी के झंझारपुर और सीतामढ़ी में भी पांच सौ बेड के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है। इन अस्पतालों के अलावा वैशाली जिले के महुआ में तथा सिवान के मैरवा में भी 500 बेड के मेडिकल कालेज व अस्पताल का शिलान्यास किया जा चुका है। इन अस्पतालों में से कुछ 2022 में प्रारंभ हो जायेंगे, जबकि कुछ 2023 में।
मेडिकल कालेज हॉस्पीटल बेड संख्या व लागत
जिला बेड लागत (राशि करोड़ में)
सारण 500 376.27
समस्तीपुर 500 591.77
मधुबनी 500 515.00
वैशाली 500 526.40
सिवान 500 568.00
सीतामढ़ी 500 514.40
पूर्णिया 500 346.28