बिहार: छपरा में रूपेश सिंह के परिजनों से मिले तेजस्वी, एक महीने में क्राइम कंट्रोल नहीं होने पर दिल्ली कूच करेंगे
इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की मर्डर का मास्टरमाइंड कोई सफेदपोश भी हो सकता है। बड़े शातिराना अंदाज में पेशेवर शूटरों को सुपारी देकर मर्डर करवायी गयी है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव रविवार को छपरा पहुंचकर रुपेश के परिजनों से मिले।
- महागठबंधन एमएलए के राष्ट्रपति से के सामने परेड करेंगे
- स्टेट की हालात से करायेंगे अवगत
- बिगड़ती लॉ एंड ऑर्डर पर नीतीश कुमार पर बोला हमला
- मर्डर केस में अभी तक खाली हैं पुलिस के हाथ
- पर्दे के पीछे छिपे मास्टरमाइंड ने रची है खूनी साजिश
पटना। इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की मर्डर का मास्टरमाइंड कोई सफेदपोश भी हो सकता है। बड़े शातिराना अंदाज में पेशेवर शूटरों को सुपारी देकर मर्डर करवायी गयी है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव रविवार को छपरा पहुंचकर रुपेश के परिजनों से मिले।रुपेश मर्डर के छह दिन बीत जाने के बाद पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। ऐसे में पीड़ित परिजन व विपक्ष लगातार सवाल उठा रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि कहा कि मेरा नीतीश कुमार से निवेदन है... हम जानते हैं कि आप कमजोर सीएम हैं। लेकिन अपने पद के लिए कृपया मानव जीवन का बलिदान नहीं होने दें। स्टेट में क्राइम कंट्रोल करने की जिम्मेदारी आपकी (बिहार के सीएम) है। रूपेश सिंह के परिजनों से मिलने के बाद तेजस्वी ने कहा कि अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। डीजीपी का कहना है कि 2019 में क्राइम रेट अधिक थी, अब कम हो गई है। लेकिन 16 साल से तो नीतीश कुमार ही सीएम रहे हैं। अगर पुलिस इस तरह का व्यवहार करती है, तो लोग जमीनी हकीकत को समझ सकते हैं।
दिल्ली कूच का किया ऐलान
तेजस्वी ने कहा कि अगर एक महीने में बिहार में क्राइम कंट्रोल नहीं हुआ तो हम महागठबंधन के सभी एमएलए के साथ दिल्ली कूच करेंगे। राष्ट्रपति से राज्य की हालात के बारे में चर्चा करेंगे। उनके सामने परेड करेंगे। तेजस्वी ने कहा कि रूपेश सिंह का बेटा चार साल का है और उसे भी बिहार पुलिस पर भरोसा नहीं है। वह भी सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। इस मर्डर केस में बड़े लोग यहां तक कि मिनिस्टर भी शामिल हो सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि मामले में कहीं कोई सुराग नहीं मिला है। हो सकता है मामले को दबाया जा रहा हो। ऐसे में मैं भी सीबीआई जांच की मांग करता हूं ताकि पीड़ित परिवार को जल्द न्याय मिल सके।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार खुद ज्ञान का भंडार हैं, पत्रकार और विपक्ष सवाल पूछता है तो उसे अज्ञानी कहते हैं। बिहार सरकार के कोई अफसर फोन नहीं उठाते हैं। दो डिप्टी सीएम बीजेपी के हैं, ये लोग किससे सवाल पूछ रहे हैं। बीजेपी अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर रही है। तेजस्वी यादव ने कहा कि मैंने सीएम नीतीश कुमार को हाल के दिनों में हुई आपराधिक घटनाओं को लेकर पत्र लिखा है, जिसे ई-मेल के जरिए सीएम को भेजा है।
मर्डर करवाने वाला मास्टरमाइंड पर्दे के पीछे
सोसेर्ज का कहना है कि एसआईटी को इस बात की जानकारी हो चुकी है कि रूपेश की मर्डर करवाने वाला मास्टरमाइंड पर्दे के पीछे है। इसकी साजिश कई दिनों से चल रही थी। एसआईटी की प्राथमिकता रूपेश की हत्या करने वाले शूटरों को पकड़ने की है। अगर शूटर पकड़े गये तो पुलिस टीम उस मास्टरमाइंड तक भी आसानी से पहुंच जायेगी। एसआईटी शूटरों का पता लगा रही है। कुछ क्रिमिनलों के नाम भी सामने आये हैं, जिसकी खोज में रेड की गयी है। पटना के अलावा दूसरे जिलों में भी पुलिस टीम क्रिमिनलों को खोज रही है।
अलग-अलग एंगल पर हो रही जांच
पटना पुलिस की टीम के कई जानकारियां भी मिली है। पुलिस टीम को पता चला है कि कुछ समय पहले रूपेश का उनके एक जानने वाले के साथ विवाद हुआ था। इस पहलू पर भी जांच की जा रही है। हालांकि जिसके साथ विवाद हुआ था वह भी नौकरी पेशा व्यक्ति है। टेंडर को लेकर और भी जानकारियां हासिल की जा रही हैं। टेंडर के अलावा रूपेश ने किसी और बिजनस में पूंजी लगाई थी या नहीं इस बात का भी पता लगाया जा रहा है।
लेन-देन का लगाया जा रहा पता
पुलिस सोर्सेज के अनुसार रूपेश नौकरी के अलावा बिजनस से भी जुड़े थे। रूपेश ने खुद को आगे बढ़ाने की कोशिश की और कंट्रेक्ट के काम भी जुड़े थे। पुलिस टीम यह पता लगा रही है कि रूपेश किस बिजनस से जुड़े थे। कहीं ऐसा तो नहीं कि रूपेश के साथ किसी का बिजसनस में झगड़ा था। पैसों की लेन-देन को लेकर होने वाले विवाद का पता भी लगाया जा रहा है।
क्लू ढूंढ रही पुलिस
इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की मर्डर के पीछे टेंडर व पैसे के लेनदेन का विवाद, पुरानी रंजिश व बढ़ती लोकप्रियता रही है या कोई और गहरी साजिश। यह जानने के लिए पुलिस उनके गुडबुक में रहे लोगों पर भी शिकंजा कसने की कोशिश में है। इसमें कुछ सफेदपोश, कारोबारी, कंट्रेक्टर व कुछ बड़े अफसर शामिल बताये जा रहे हैं। पुलिस का मकसद मर्डर के पीछे रहे कारणों का पता लगाना है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि मर्डर के लिए कांट्रैक्ट किलरों से किसने सौदा फिक्स किया।
जांच में लगी है पुलिस की 40 टीमें
इंडिगो के स्टेशन मैनेजर की मर्डर मामले की जांच में एसआईटी, सीआईडी, एसटीएफ के साथ पुलिस की लगभग 40 टीमें जुटी हैं। डीजीपी, एडीजी, आईजी, एसएसपी जहां इस मामले की मॉनिटिरंग कर रहे हैं। एसपी सिटी से लेकर डीएसपी तक पुलिस की अलग-अलग टीमों का लीडरशीपकर रहे हैं। इंडिगो मैनेजर के गुडबुक में रहे लोगों की अलग-अलग लिस्ट तैयार कर पुलिस की 6 टीमें अंदरखाने उन लोगों से उन लोगों से मर्डर के कारणों की जांच में जुटी है।