Bihar: 14 दिनों की ज्यूडिशियल कस्टडी में यूट्यूबर मनीष कश्यप, EOU की पूछताछ में बड़े पॉलिटिकल लीडर से मदद का खुलासा
बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप को रविवार को 14 दिनों की ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया है। EOU ने मनीष को शाम में कोर्ट में पेश किया था। EOU सोमवार मनीष की रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी देगी। EOU की पूछताछ में मनीष कश्यप ने खुलासा किया कि बिहार के बड़े पॉलिटिकल लीडर उसकी मदद कर रहे थे।
- मनीष के पटना ऑफिस से मिले कई डिजिटल एविडेंस
पटना। बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप को रविवार को 14 दिनों की ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया गया है। EOU ने मनीष को शाम में कोर्ट में पेश किया था। EOU सोमवार मनीष की रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी देगी। EOU की पूछताछ में मनीष कश्यप ने खुलासा किया कि बिहार के बड़े पॉलिटिकल लीडर उसकी मदद कर रहे थे।
यह भी पढ़ें:Bihar: पटना में टीचर के बेटे का मिला बॉडी, 16 मार्च को हुआ किडनैप, 40 लाख की मांगी गयी थी फिरौती
मनीष ने EOU की पूछताछ में कई अहम राज खोले हैं। तमिलनाडु प्रकरण में जिस तरह के फर्जी वीडियो उसने वायरल किये थे, उसके पीछे किन लोगों ने साथ दिया? इस सवाल का जवाब मनीष कश्यप ने EOU को दिया है। पुलिस सोर्सेज के अनुसार पर्दे के पीछे रहकर एक बड़े पॉलिटिकल लीडर मदद कर रहे थे। काफी दिनों से दोनों एक-दूसरे के कॉन्टैक्ट में थे। मनीष ने उस पॉलिटिकल लीडर का नाम भी EOU को बता दिया है। इनके अलावा कुछ और लोग भी हैं, जो फर्जी वीडियो बनाने और उसे वायरल करने में मनीष की मदद कर रहे थे। अब EOU के सामने यह सवाल खड़ा हो गया है कि मनीष कश्यप की मदद करने वाले पॉलिटिकल लीडर का मकसद क्या है? वो क्यों फर्जी वीडियो को वायरल करवाने में लगे हुए थे? कहीं स्टेट गवर्नमेंट को बदनाम करने की साजिश तो नहीं चल रही थी? संभावना है कि इन सवालों का जवाब खोजने के लिए EOU मददगार लोगों से संपर्क कर सकती है। उनके ऊपर भी कानूनी शिकंजा कस सकती है।
आर्थिक तौर पर भी मनीष कोमिल रही थी मदद
मनीष कश्यप से शनिवार की शाम से लेकर अब तक लंबी पूछताछ हुई है। सोर्सेज के अनुसार उसने कबूल किया है कि तमिलनाडु मामले में फर्जी काम किया। फर्जी वीडियो को वायरल किया। आगे से वो ऐसी गलती नहीं करेंगे। इस बात की भी उसने अपनी तरफ से कमिटमेंट की है। एक बात और भी सामने आई है कि कई लोग इस यूट्यूबर को आर्थिक तौर पर मदद पहुंचा रहे थे। इनमें कुछ राजनीति से जुड़े लोग भी हैं। अब EOU इन सब की कुंडली खंगालेगी। मनीष कश्यप का मददगार बनने के पीछे का मकसद भी तलाशेगी।
ऑफिस में रेड के बाद मिले डिजिटल एविडेंस
पूछताछ में जब मनीष कश्यप से कई क्लू मिले तो EOU ने उसके ऑफिस को खंगाला। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में आज EOU की टीम मनीष कश्यप के 'सचतक' के ऑफिस गई। पटना के दादी जी लेन स्थित एक बिल्डिंग में यूट्यूबर का ऑफिस है। टीम ने इसके ऑफिस को पूरी तरह से सर्च किया है। सोर्सेज के अनुसार इस कार्रवाई के दौरान कई तरह के डिजिटल एविडेंस टीम के हाथ लगे हैं। कई वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर शेयर किए जाने के सबूत मिले हैं। ये वीडियो किस तरह के हैं? इस बारे में कुछ भी बताया नहीं गया है।
मनीष कश्यप को दो केस में रिमांड पर लेगी तमिलनाडु पुलिस
EOU ने अपने यहां दर्ज दो FIR नंबर 3/2023 और 4/2023 कोर्ट से मनीष कश्यप की गिरफ्तारी का वारंट लिया था। जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी हो गई। अब तीसरे केस 5/2023 में उसे रिमांड पर लेने की तैयारी है। वहीं पटना में मौजूद तमिलनाडु पुलिस ने भी मनीष कश्यप को रिमांड पर लेने की तैयारी कर ली है। संभावना है कि रिमांड मिलते ही तमिलनाडु पुलिस अपने साथ ले जायेगी। तमिलनाडु में भी मनीष कश्यप के ऊपर दो FIR दर्ज है।