बिहार के बिजनसमैन मिथिलेश प्रसाद व ड्राइवर का किडनैप कर मर्डर मामले का खुलासा, झारखंड पुलिस का कांस्टेबल निकला मास्टरमाइंड
पलामू पुलिस ने बिहार के औरंगाबाद के बिजनसमैन मिथिलेश प्रसाद और उनके ड्राइवर श्रवण प्रजापति का किडनैप कर मर्डर मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने मामले का मास्टरमाइंड झारखंड का पुलिस कांस्टेबल प्रेमनाथ यादव ( देवघर में पोस्टेंड)समेत पांच क्रिमिनलों को अरेस्ट किया है।
- पांच क्रिमिनल अरेस्ट
- चार रायफल समेत भारी मात्रा में आर्म्स व अन्य सामान बरामद
पलामू। पलामू पुलिस ने बिहार के औरंगाबाद के बिजनसमैन मिथिलेश प्रसाद और उनके ड्राइवर श्रवण प्रजापति का किडनैप कर मर्डर मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने मामले का मास्टरमाइंड झारखंड का पुलिस कांस्टेबल प्रेमनाथ यादव ( देवघर में पोस्टेंड)समेत पांच क्रिमिनलों को अरेस्ट किया है। यह जानकारी पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेस में दी।
एसपी ने बताया कि अरेस्ट आरोपितों में प्रेमनाथ यादव समेत पलामू के चैनुपर थाना के बुढ़ीवीर के बेलवादामर निवासी शफीक अंसारी व ओमप्रकाश चंद्रवंशी, मास्टरमाइंड प्रेमनाथ का ममेरा भाई रमकंडा के पुंदागा गांव निवासी अजय यादव व अमरेश यादव शामिल है। इस गैंग के दो मेंबर अभी भी फरार हैं। उन्होंने बताया कि क्रिमिनलों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आर्म्स, मोबाइल फोन, कार व बाइकभी बरामद किया गया। एसपी ने बताया कि इनलोगों द्वारा चैनपुर, भंडारिया, रमकंडा, नावाबाजार, रेहला समेत कई क्षेत्रों में अपहरण और लूटकांड की घटनाओं को अंजाम दिया था। पुलिस ने किडनैप में शामिल लोगों के पास से किडनैप में प्रयुक्त कार, चार राइफल, 80 गोली, मोबाइल फोन, सिम के साथ एक बाइक भी बरामद किया गया है। प्रेस काफ्रेंस में SDPO सुरजीत कुमार, चैनपुर थाना प्रभारी उदय कुमार गुप्ता, हरिहरगंज थाना प्रभारी सुदामा कुमार दास, नावाबाजार थाना प्रभारी लालजी यादव, रामगढ़ थाना प्रभारी प्रभात रंजन राय समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
नावाबाजार पुलिस स्टेशन एरिया के कंडा घाटी से 25 मई को किया था किडनैप
उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 की 25 मई को नावाबाजार पुलिस स्टेशन एरिया के कंडा घाटी में छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से मिथिलेश प्रसाद (68 वर्ष) व उनकी वाइफ रीता देवी अपने घर बिहार के औरंगाबाद स्थित दागी बिगहा जा रहे थे। इसी क्रम में क्रिमिनलों द्वारा कंडाघाटी से रात में ही किडनैप कर लिया था। मिथिलेश प्रसाद एवं ड्राइवर श्रवण प्रजापति को किडनैपर ने कार को ओवरटेक कर रोक दिया। वं बहस करने के बाद दोनों व्यक्ति को अपने साथ दूसरी कार में बैठा कर ले गये, जबकि मिथिलेश प्रसाद की वाइफ रीता देवी को उसी कार में छोड़ दिया। एसपी ने बताया कि जब काफी देर हो गयी, तो रीता देवी ने कुछ दूर पर स्थित एक होटल वालों से मदद ली और इसकी सूचना नावाबाजार पुलिस स्टेशन पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छानबीन शुरू किया। एसपी के निर्देश पर ट्रेनी IPS के विजय शंकर एवं विश्रामपुर SDPO सुरजीत कुमार के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया। टीम लगातार इन्विस्टीगेशन कार्य को जारी रखा। टेक्नीकल सहयोग एवं गुप्त सूचना के आधार पर पूछताछ के लिए दो लोगों को कस्टडी में लिया गया। यह दोनों व्यक्ति पूर्व में इस प्रकार के कांडों में शामिल रहे हैं। इसलिए इन दोनों के साथ कड़ाई से पूछताछ की गयी, तो इनलोगों ने कंडा घाटी में किडनैपिंग में शामिल होने की बात को स्वीकार करते हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए पुलिस को मामले में शामिल अन्य सभी लोगों का नाम व पता बताया। इसकी निशानदेही पर पुलिस ने अन्य चार लोगों को अरेस्ट किया।
कांस्टेबल प्रेमनाथ है देवघर जिला बल में कार्यरत
एसपी ने बताया कि इस मामले का मास्टरमाइंड गढ़वा जिला के रमकंडा पुलिस स्टेशन एरिया के पुनदागा गांव निवासी सीताराम यादव का पुत्र प्रेमनाथ यादव है। प्रेमनाथ झारखंड पुलिस जिला बल, देवघर में कार्यरत हैं। इसके अलावे इसका ममेरा भाई अजय यादव एवं चचेरा भाई अमरेश यादव के अलावे चैनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के बूढ़ीबीर टोला बेलवाधाम निवासी शफीक अंसारी एवं इसी गांव के ओमप्रकाश चंद्रवंशी भी शामिल है। उन्होंने कहा कि यह गिरोह बीते कई महीनों से पलामू-गढ़वा जिला क्षेत्र में सक्रिय रहते हुए कई लूटकांडों को अंजाम दिया है। कंडाघाटी लूटकांड में शफीक प्रेमनाथ का दाहिना हाथ है, जो आर्म्स व गोली का सप्लाई करता था। प्रेमनाथ द्वारा बताये अनुसार काम करता था। जबकि ओम प्रकाश किडनैप किये गये व्यक्तियों को सुरक्षा प्रदान करता था। अजय यादव एवं अमरेश यादव दोनों किडनैप किये गये व्यक्तियों को खाना खिलाता एवं फिरौती की रकम लेने में प्रेमनाथ यादव के साथ रहता था। मर्डर कर बॉडी को छुपाने का काम करता था।
एसपी श्री सिन्हा ने बताया कि रमकंडा के जंगली क्षेत्र से पहाड़ के बीच में श्रवण प्रजापति का कंकाल बरामद किया गया। इससे 400 मीटर दूर पर स्थित एक नाला के किनारे से मिथिलेश प्रसाद का कंकाल बरामद किया गया। आरोपियों ने बॉडी को दफना दिया था जिसे पुलिस ने गड्ढा खोदकर दोनों कंकाल को निकाला। वहां से कपड़ा और जूता भी बरामद किया। किडनैपर मिथिलेश प्रसाद के परिजनों से लगातार दूसरे-दूसरे सिम से फोन कर फिरौती की मांग करते थे। वह भी लूटी हुई मोबाइल से ही आवाज बदल-बदल कर फिरौती की रकम मांगते थे। क्रिमिनलों ने मिथिलेश प्रसाद के परिजनों को फोन कर छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज बुलाया। इसके बाद रात होने का बहाना बनाकर पलामू जिला के हरिहरगंज में आने को बोला।
यह है मामला
बिहार के औरंगाबाद के बिजनसमैन मिथिलेश प्रसाद और उनके ड्राइवर श्रवण प्रजापति का नावाबाजार थाना के कंडा घाटी से पिछले 25 मई की रात 11.15 बजे किडनैप किया गया। 27 मई को चैनुपर के कंकारी में दो मोबाइल फोन की लूट हुई।लूटे गये मोबाइल से 28 मई को फिरौती की मांग की जाती है। चैनपुर थाना के अंधेरी ढोडा से 30 मई को पुनः मोबाइल लूट होती है। अब 31 मई को इस लूटे गए मोबाइल से फिरौती की मांग की गई। पुन: एक मई को रात्रि एक बजे अपहृत व्यक्ति को उसके बेटे से बात कराकर फिरौती की मांग की गई। इसके अगले दिन एक जून को कारोबारी व ड्राइवर की मर्डर कर दी गयी। चार जून को भंडरिया से पुनः मोबाइल लूटकर फिरौती की मांग की गई। रमकंडा के मुरखुड़ में नौ जून को 10 लाख रुपये फिरौती की रकम लेकर सभी तरह का संपर्क बंद कर दिया गया।
परिजनों का डीएनए जांच करायेगी पलामू पुलिस
गढ़वा जिले के रमकंडा से बरामद अपहृतों के कंकाल के बाद अब पलामू पुलिस मृतकों के परिजनों के डीएनए मैच करायेगी। इसके लिए दोनों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। एसपी ने बताया कि क्रिमिनल गैंग ने बॉडी को पूरी तरह नष्ट करने के लिए उसमें यूरिया व चूना डाल दिया था। लेकिन बरामद हड्डी से डीएनए जांच कराने में कोई दिक्कत नहीं आयेगी।