बिहार:कंट्रैक्ट किलर ने की रूपेश की मर्डर, मुश्किल है केस पर हम ढूंढ निकालेंगे क्रिमिनल: डीजीपी
डीजीपी एसके सिंघल ने शनिवार को पटना एयरपोर्ट के इंडिगो एयरलाइंस स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह मर्डर केस की समीक्षा की। एससएसपी ऑफिस में लगभग ढ़ाई घंटे तक मामले में पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई से अवगत होकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
- केस संवेदनशील और मुश्किल थोड़े संयम की जरूरत मल्टीपल बिंदुओं पर चल रही जांच
पटना। डीजीपी एसके सिंघल ने शनिवार को पटना एयरपोर्ट के इंडिगो एयरलाइंस स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह मर्डर केस की समीक्षा की। एससएसपी ऑफिस में लगभग ढ़ाई घंटे तक मामले में पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई से अवगत होकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। डीजीपी बनने के बाद सिंघल पहली बार पटना एसएसपी ऑफिस पहुंचे थे।
टाइम फ्रेम नहीं देंगे, यकीन कि सुलझा लेंगे मामला
डीजीपी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि रूपेश मर्डर केस कंट्रेक्ट किलिंग का मामला है। पूरी उम्मीद है कि हम कम समय में इसका खुलासा कर देंगे। डीजीपी ने कहा कि टाइमफ्रेम नहीं दे पायेंगे,केस संवेदनशील और मुश्किल है। मल्टीपल बिंदुओं पर जांच चल रही है। एक साथ कई टीमें काम कर रही हैं। टेक्नीकल जांच भी की जा रही है। जांच की बात शेयर नहीं की जाती है। जब तक हमारे हाथ में कंक्रीट चीज नहीं आयेगी, तब तक जांच-जांच ही होती है।
सीबीआइ भी कई केस हल नहीं कर पाई
डीजीपी ने कहा कि सही डिटेक्शन के लिए थोड़े संयम और थोड़ी और मेहनत की जरूरत है। बहुत बड़ी-बड़ी एजेंसी भी बहुत बड़े-बड़े केस को सॉल्व नहीं कर पाई हैं। बिहार के अंदर कितने केस हैं, जो सीबीआइ के पास गये लेकिन उनका हल नहीं निकल पाया है। हमने तो मैक्सिम केस 24 से 48 घंटे में सॉल्व किया है। जो इक्का-दुक्का केस बचे हैं, उसको भी सॉल्व कर लेंगे। आप 20-25 दिनों का अखबार देखेंगे तो घटना के साथ ही पुलिस की कार्रवाई का उल्लेख भी होगा। दरभंगा सोना लूट का ब्लाइंड केस इसका उदाहरण है।
डिटेल एनालिसिस के लिए पहुंचे एसएसपी ऑफिस
डीजीपी ने कहा कि एसएसपी ऑफिस पहुंचने का मकसद डिटेल एनलिसिस करना था। आगे और क्या करना है, इन सारे बिंदुओं पर पुलिस अफसरों के साथ डिटेल बातचीत हुई है। मेरे साथ एडीजी सीआइडी विनय कुमार, एडीजी ऑपरेशन सुशील खोपड़े, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमित कुमार, एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा और पटना शहर के जुड़े सभी एसपी रैंक के अफसर थे।
रुपेश मर्डर केस की जांच के हर बिंदु पर जाना हाल
मीटिंग में आइजी रेंज संजय सिंह, सिटी एसपी विनय तिवारी, डीएसपी सचिवालय, शास्त्रीनगर थानेदार सहित एसआइटी के अन्य पदाधिकारी और टेक्नीकल सेल के एक्सपर्ट और डायल 100 प्रभारी मौजूद रहे। घटना के बाद एसआइटी अब तक कहां तक पहुंची? मामले में कितने लोगों से पूछताछ हुई? जांच कहां तक पहुंची? कितने लोग कस्टडी में है? ऐसे कई बिन्दुओं पर जानकारी हासिल की गई।
काफी संवेदनशील है मामला
मीटिंग के बाद डीजीपी ने एसएसपी ऑफिस के बाहर मीडिया से बातचीत में बताया कि रूपेश मर्डर केस की जांच चल रही है। मामले में कई अहम जानकारी मिली है। एसआइटी की कई टीमें अलग अलग बिन्दुओं पर जांच कर रही है। उम्मीद है एसआइटी जल्द मामले का उद्भेदन करेगी। क्रिमिनल सलाखों के पीछे होंगे। टीम लगातार काम कर रही है। मामला काफी संवेदनशील है।
डीजीपी बोले-2019 में ज्यादा था क्राइम, इसकी बात क्यों नहीं करते
डीजीपी एसके सिंघल ने स्टेट में क्राइम बढ़ने की बात को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े लोग कह रहे हैं कि बिहार में क्राइम बढ़ रहा है, लेकिन डाटा पर कोई बात नहीं कर रहा। मैं आपको डाटा दे रहा हूं साहब।
क्रइम कंट्रोल को लेकर इंडिया में बिहार की सबसे अच्छी स्थिति
उन्होंने हाथ में रखी फाइल के कागजात दिखाते हुए कहा कि नवंबर 2020 से नवंबर 2019 की तुलना में 18 हेड्स में 14 हेड्स में कमी आई है। जनवरी-नवंबर 2019 की तुलना अगर जनवरी-नवंबर 2020 से की जाये तो 18 में 15 हेड्स में कमी आई है। यह डाटा इंडिया में सबसे अच्छा है, 15 हेड्स में कमी आना। मर्डर, लूट, डकैती, रेप किसी भी हेड्स में वृद्धि हो तो न मैं बोलूंगा कि क्राइम बढ़ा है। हां, 2018 की तुलना में 2019 में 15 हेड्स में वृद्धि हुई है। उन्होंने सवाल किया कि 2019 में जो बढ़ोतरी हुई है, उसकी बात क्यों नहीं करते आपलोग। मैं बार-बार कह रहा हूं कि वेग बात बोलकर असत्य को सत्य नहीं माना जा सकता है। अगर कोई कमी होगी तो न हम मानेंगे कि हां पुलिस में कमी है।
इंसान झूठ बोल सकता है, डाटा नहीं
डीजीपी ने कहा कि बिहार में 13 करोड़ की आबादी है। हमारी पुलिस की क्षमता की तुलना में क्राइम पर जो कार्रवाई है वह बिहार में पूरे देश की तुलना में अच्छी है। 800 केस हर रोज दर्ज होते हैं। अकेले में देखने में लगेगा कि क्राइम ज्यादा हो रहा है। एनलिसिस करने पर सही जानकारी मिलेगी। डाटा झूठ नहीं बोलेगा। इंसान झूठ बोल सकता है। मैं डाटा दे रहा हूं। सब लोगों को समाज में अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। अगर कोई भी तबका समाज का दुरुपयोग करेगा तो स्थिति अच्छी नहीं है। झूठ बोलकर या आधी-अधूरी बात करके किसी को कुछ मिलने को नहीं है।