जमशेदपुर। टाटा स्टील के स्टाफ के बोनस पर शुक्रवार को मैनेजमेंट और यूनियन के बीच समझौता पर साइन हो गया। इस वर्ष टाटा स्टील के 23,710 स्टाफ में 317 करोड़ रुपये बोनस बंटेंगे। सभी स्टाफ को 20-20 हजार रुपये का गिफ्ट अलग से दिया जायेगा।
टाटा स्टील में इस वर्ष रिकॉर्ड तोड़ मुनाफा होने का लाभ कंपनी के शेयरधारकों और अफसरों के बाद बोनस के रूप में स्टाफ को भी मिला है। स्टाफ को इस वर्ष 317.51 करोड़ रुपए बोनस के रूप में मिलेंगे। यह राशि पिछले वर्ष से 47.23 करोड़ रुपए अधिक है।फार्मूला के आधार पर बोनस एक्ट से अधिक राशि बनने के कारण मैनेजमेंटने अधिकतम 20 परसेंटबोनस दिया है। मुनाफे में और हिस्सेदारी देते हुए अलग से सभी स्टाफ को सद्भावना राशि के रूप में 20 हजार रुपए दिए जायेंगे। यह राशि 47.42 करोड़ रुपये होगी।
बोनस के रूप में इस वर्ष जमशेदपुर यूनिट, ट्यूब्स डिवीजन, टिस्को ग्रोथ शॉप, माइंस, कोलियरीज, कलिंगानगर, जामाडोबा, झरिया, वेस्ट बोकारो, एफएएमडी, कोलकाता कार्यालय समेत टाटा स्टील के 23,710 स्टाफ के बीच कुल 317.51 करोड़ रुपये बंटेंगे। इसमें सद्भावना राशि के रूप में मिलने वाली 47.42 करोड़ रुपये को जोड़कर 23,710 स्टाफ के बीच कुल 364.93 करोड़ रुपये बटेंगे। यह राशि पिछले वर्ष से 94.65 करोड़ रुपये अधिक होगी।
पिछले साल की तुलना में इस साल ज्यादा बोनस
पिछले वर्ष 25,400 स्टाफ के बीच 270.28 करोड़ रुपयेबोनस मिला था। इस बार बोनस और सद्भावना राशि 15 सितंबर को स्टाफ के बैंक अकाउंट में भेज दी जायेगी। अधिकतम 4,58,411 रुपये और न्यूनतम 116527 रुपये मिलेंगे।टाटा स्टील के जमशेदपुर और ट्यूब्स डिवीजन के 12,213 स्टाफ को इस वर्ष 188.64 करोड़ रुपये बोनस मिलेगा। पिछले वर्ष 12,558 कर्मचारियों के बीच 158.31 करोड़ रुपये बंटा था। इस तरह इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में स्टाफ को 30.33 करोड़ रुपये अधिक बोनस मिलेगा। एनएस ग्रेड के कर्मचारियों को न्यूनतम 41448 रुपए और अधिकतम 1,16,527 रुपए मिलेंगे। जबकि स्टील वेज को अधिकतम 4,58,411 रुपये मिलेंगे। पिछले वर्ष एनएस ग्रेड को न्यूनतम 34,290 रुपए तथा अधिकतम 92,910 रुपये तथा स्टील वेज को अधिकतम 3,59,029 रुपए मिला था। इस बार औसत बोनस 1,54,457 रुपए हैं, जबकि पिछले वर्ष 1,26,066 रुपये था।
वर्ष 2024 तक के लिए प्रभावी होगा पुराना फार्मूला
टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी के अनुसार इस वर्ष भी पुराने फार्मूला पर ही बोनस लिया गया। यह फार्मूला ही वर्ष 2024 तक के लिए प्रभावी रहेगा। फार्मूला में शुद्ध मुनाफा का 1.5परसेंट के अलावा मानक के रूप में प्रोडक्टिविटी, प्रोफेटिविलिटी एवं सेफ्टी (एलटीआइएफआर) शामिल है। इस वर्ष बोनस योग्य राशि 1587.55 करोड़ रुपये है। जबकि पिछले वर्ष यह 1825.37 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया: एमडी
समझौते के दौरान वार्ता में सीईओ और एमडी टीवी नरेंद्रन ने अपने संबोधन में कहा कि इस बार कंपनी में अच्छा प्रदर्शन किया है। कंपनी को अच्छा मुनाफा भी हुआ है। परिणामस्वरूप कंपनी ने अपने शेयरधारकों को भी सबसे अधिक लाभांश भी दिया। स्टाफ को भी उसका लाभ मिले, इसलिए 20 प्रतिशत बोनस के साथ सद्भावना राशि के रूप में 20 हजार रुपये अलग से दे रहे हैं।
बोनस समझौते पर कंपनी मैनेजमेंट की ओर से सीईओ एवं एमडी टीवी नरेंद्रन, पीईओ प्रभात कुमार, उपाध्यक्ष अत्रेयी सान्याल, उत्तम सिंह, संजीव पॉल, चैतन्य भानु, डीबी सुंदरारामम, संजीव नंदा, चीफ ज्ञानप्रकाश मिश्रा, जुबिन पालिया, दीपा वर्मा, किंकणी दास, उत्कर्ष भारद्वाज आदि ने साइन किये।था टाटा वर्कर्स यूनियन की ओर से अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी, महासचिव सतीश कुमार सिंह, डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश कुमार, कोषाध्यक्ष हरिशंकर सिंह, उपाध्यक्ष शाहनवाज आलम, शत्रुघ्न कुमार राय, संजय कुमार सिंह, संजीव कुमार तिवारी, सहायक सचिव अजय कुमार चौधरी, नितेश राज और सरोज सिंह ने बोनस समझौते पर साइन किया है।