लालू यादव, राबड़ी देवी व मीसा भारती के 17 ठिकानों पर CBI की रेड, रेलवे भर्ती बोर्ड में गड़बड़ी के मामले कार्रवाई
आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी बड़ी बेटी मीसा भारती और इनके परिवार से जुड़े लोगों के 17 ठिकानों पर शुक्रवार की सुबह सीबीआइ रेड की है। मामला लालू यादव के बतौर रेल मंत्री रहते नौकरी के बदले जमीन लेने से जुड़ा है। इस संबंध में सीबीआइ की जांच पहले से चल रही है। पहले भी रेड पड़ चुके हैं। लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली व भोपाल आदि जगहों पर ये छापेमारी की जा रही है।
- पटना, गोपालगंज और दिल्ली आदि जगहों पर छापेमारी
- तेज प्रताप समर्थकों का हंगामा
नई दिल्ली। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी बड़ी बेटी मीसा भारती और इनके परिवार से जुड़े लोगों के 17 ठिकानों पर शुक्रवार की सुबह सीबीआइ रेड की है। मामला लालू यादव के बतौर रेल मंत्री रहते नौकरी के बदले जमीन लेने से जुड़ा है। इस संबंध में सीबीआइ की जांच पहले से चल रही है। पहले भी रेड पड़ चुके हैं। लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली व भोपाल आदि जगहों पर ये छापेमारी की जा रही है।
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पांच साल रेल मिनिस्टर रहे थे लालू यादव
ये मामला रेलवे भर्ती घोटाले से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि 2004 से 2009 के बीच जब लालू रेलमंत्री थे, उस दौरान जॉब लगवाने के बदले में जमीन और प्लॉट लिये गये थे। CBI ने इसी मामले में जांच के बाद लालू और उनकी बेटी के खिलाफ नया केस दर्ज किया है।रेलवे भर्ती बोर्ड घोटाले में नये सुबूत मिलने के बाद सीबीआइ ने नया केस दर्ज किया है। सीबीआइ अफसर पटना में सुबह के साढ़े छह बजे ही राबड़ी देवी के 10, सर्कुलर रोड स्थित आवास पर पहुंच गये थे।, टीम को अंदर कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि सीबीआइ के अफसर खटाल की भी जांच कर रहे हैं। आरोप है कि रेलवे में नौकरी के बदले लालू यादव ने लोगों से उनकी जमीन अपने नाम कराई। खटाल की जमीन के बारे में भी ऐसी ही बात कही जा रही है।
वकील और समर्थकों का आना जारी
राबड़ी देवी के आवास पर छापेमारी की खबर मिलते ही लालू समर्थकों और राजद के नेताओं- विधायकों का वहां आना शुरू हो गया। यहां बढ़ती भीड़ को देखकर बैरिकेडिंग कराई जा रही है। घर के अंदर और बाहर पुलिस को तैनात किया गया है। कि लालू यादव के दो वकील भी मौके पर पहुंचे हैं।
तेज प्रताप यादव के समर्थकों ने किया नारेबाजी
राबड़ी देवी के आवास के बाहर जुटे तेज प्रताप यादव के समर्थक कार्रवाई बंद करो का नारा लगा रहे हैं। राबड़ी आवास पहुंचे लालू समर्थकों का कहना है कि यह बहुत पुराना मामला है। इसमें केवल परेशान करने के लिए ऐसी कार्रवाई की जा रही है। राजद समर्थकों का कहना है कि इस मामले में सीबीआइ के पास कोई सुबूत नहीं हैं।सीबआइ कार्रवाई की जानकारी मिलते ही राबड़ी आवास के बाहर कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई है। कार्यकर्ता केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। उनका कहना है कि ये सत्ता का दुरुपयोग है। विधान परिषद में मिली सफलता से BJP डर गई है। इसके चलते ये छापेमारी की गई है।आरजेडी एमएलए मुकेश रोशन राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि जब से नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच नजदीकियां बढ़ी हैं तब से भाजपा का सिर दर्द बढ़ गया है। केंद्र सरकार ने अपने तोते CBI को राबड़ी देवी के आवास पर भेज दिया है। ऐसे समय में यह छापेमारी ठीक नहीं है, जब लालू प्रसाद का दिल्ली में इलाज चल रहा है और तेजस्वी यादव भी बाहर हैं।
लालू ने जमीन लेकर रेलवे में बांटी नौकरी, पटना के खटाल में कई भूखंड
सीबीआई ने रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (RRB) घोटाले में नई एफआईआर दर्ज की है। मामला नौकरी के बदले जमीन लेने से जुड़ा है। ये जमीन पटना के खटाल इलाके में हैं। सीबीआई ने रेड से पहले नौकरी के बदले जमीन देने वालों की जांच की, फिर रेड मारी।दिल्ली में बेटी मीसा भारती के निवास पर लालू यादव से सीबीआई पूछताछ कर सकती है। CBI लालू यादव व उनके संबंधियों के लगभग लगभग 17 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। CBI सोर्सेज के अनुसार लालू यादव के रेल मंत्री रहते (2004-2009 के दौरान) RRB में वैकेंसी लगी थी। इसमें बिहार के काफी लोग भर्ती हुए थे। इन लोगों को नौकरी देने के एवज में जमीनें ली गई थीं। ये जमीनें पटना के खटाल इलाके की बताई जा रही है। यहां भी सीबीआई की एक टीम जांच कर रही है।हालांकि अभी तक इस मामले की कोई भी ऑफिशियल जानकारी CBI की तरफ से नहीं दी गई है। CBI के अधिकारी जांच का हवाला देकर कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं। सोर्सेज के अनुसार लालू यादव के घरों पर छापेमारी करने से पहले CBI उन लोगों तक पहुंची है, जिन्होंने इसका लाभ लिया है। इसकी जांच के बाद ही ये मामला तैयार किया गया है। 18 मई को इस मामले में लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी पर एफआईआर दर्ज की गई है।
वर्ष 2009 में भी उठा था मामला
2009 में इस मुद्दे को लेकर हंगामा मचा था। तब उस समय की रेल मंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में CBI जांच की बात कही थी। तब लालू यादव ने कहा था कि उन्हें इन सब की कोई जानकारी नहीं। उन्होंने केवल अपना काम ईमानदारी से किया है। इसके अलावा वे कुछ नहीं जानते हैं।
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IRCTC टेंडर घोटाले में भी RJ D सुप्रीमो लालू यादव फंसे हुए हैं। उनपर आरोप है कि उन्होंने साल 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते हुए एक निजी कंपनी को अवैध तरीके से भुवनेश्वर और रांची में दो होटलों को चलाने का ठेका दिया।इसके एवज में उन्हें पटना के सगुना मोड़ इलाके में इस कंपनी ने 3 एकड़ जमीन मुहैया कराई थी। इस मामले में CBI ने लालू यादव, राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ FIR दर्ज की थी। सभी को दो साल पहले इस मामले में जमानत मिल गई थी।लालू यादव यूपीए सरकार में 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहे थे। इस दौरान उनपर कई तरह के घोटालों में शामिल होने के आरोप लगे थे। सीबीआइ इन मामलों में पहले से जांच कर रही है। इन मामलों में पहले भी छापेमारी हो चुकी है।