धनबाद: रंगदारी को लेकर ECL की कापासारा आउटसोर्सिंग में मासस और जेएमएस में भिड़ंत
इसीएल मुगमा एरिया के कापासारा आउटसोर्सिंग में रंगदारी को लेकर मंगलवार को मार्क्सवादी समन्वय समिति (मासस) और जनता मजदूर संघ (बच्चा गुट) के बीच जमकर मारपीट हुई। लगभग दो घंटे तक आउटसोर्सिंग कैंपस रणक्षेत्र बना रहा।लोगों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। घटना का मुख्य कारण आउटसोर्सिंग में वर्चस्व, ट्रक लोडिंग के नाम पर रंगदारी के रूप में प्रति टन 370 रुपये की वसूली बताया जा रहा है।
- लोडिंग मजदूरों से रंगदारी को लेकर विवाद
धनबाद। इसीएल मुगमा एरिया के कापासारा आउटसोर्सिंग में रंगदारी को लेकर मंगलवार को मार्क्सवादी समन्वय समिति (मासस) और जनता मजदूर संघ (बच्चा गुट) के बीच जमकर मारपीट हुई। लगभग दो घंटे तक आउटसोर्सिंग कैंपस रणक्षेत्र बना रहा।लोगों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। घटना का मुख्य कारण आउटसोर्सिंग में वर्चस्व, ट्रक लोडिंग के नाम पर रंगदारी के रूप में प्रति टन 370 रुपये की वसूली बताया जा रहा है।
जेएमएस के क्षेत्रीय सचिव अरुण सिंह ने अपने समर्थकों के साथ मजदूरों को ट्रक लोडिंग के बाद 250 सौ रुपये प्रति टन के हिसाब से भुगतान की मांग करते हुए लोडिंग का काम बंद करा दिया। डीपो व ट्रकों पर यूनियन का झंडा लगा दिया। इसकी सूचना मिलते ही मासस समर्थक पहुंचे और ट्रक लोडिंग शुरु कराने पर जोर देने लगे। इस पर दोनों पक्षों में बकझक के बाद मारपीट हो गयी। आ एमपीएल का कोयला ट्रकों पर लोड होना था। मारपीट के बाद लोडिंग मजदूर घर लौट गये।
डीओ धारकों से वसूली जा रही है रंगदारी
जेएमएस सचिव अरुण सिंह का कहना है कि कुछ लोग डीओ धारकों के ट्रकों से लोडिंग के नाम पर 370 रुपये रंगदारी वसूली कर रहे हैं। मजदूरों को मात्र 170 रुपये दिये जाते हैं। इसमें भी ट्रक डीओ लगाने के नाम पर 10 रुपये लिया जाता है। ट्रक लोडिंग के बाद दो तीन दिन बाद मजदूरों को पैसा दिया जाता है। आरोप लगाया कि मासस समर्थक कांटा कराने के दौरान डीओ धारकों से 370 रुपये वसूली करते हैं।
मासस ने कहा कि कौन वसूली कर रहा है जानकारी नहीं
मासस के रामजी यादव, रोशन मिश्रा का कहना है कि मजदूरों के नाम से डीओ धारकों से 370 रुपया कौन वसूली कर रहा है इसकी जानकारी नहीं है। कापासारा में एमपीएल के लिए पांच हजार टन कोयला का डीओ ऑफर दिया गया है, जो मैनुअल लोडिंग नहीं कर जेसीबी से की जा रही है। इसका विरोध करने पर जेएमएस के लोगों ने साजिश के तहत ट्रक लोडिंग का काम बंद करा दिया है। मासस के प्रयास से आसपास के मजदूर को ट्रक लोडिंग का काम मिला है।
अशोक मंडल ने कहा-लाल झंडा से जुड़े दबंग कर रहे वसूली
जेएमएम केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य अशोक मंडल ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि रंगदारी के मामले में निरसा ने बाघमारा को फेल कर दिया है.।पहले हमलोग बाघमारा में प्रतिटन 200 रुपये रंगदारी की बात सुनते थे। अब निरसा विधानसभा क्षेत्र के आउटसोर्सिंग से 370 रुपये तथाकथित लाल झंडा से जुड़े दबंग लेने लगे हैं। मारपीट की घटना इसी का परिणाम है। निरसा को अशांत किया जा रहा है। निरास में 80 के दशक में रंगदारी को लेकर बमबाजी होती थी। कई लोगों की जान तक चली गयी थी। वही स्थिति पुन: लाने का प्रयास किया जा रहा है।इसीएल प्रबंधन व प्रशासन लाल झंडा के लोगों को रंगदार बनाने का काम कर रहे हैं। इस संबंध में कोल इंडिया, इसीएल सीएमडी, डीजीपी व डीसी को कंपलेन की जायेगी।