धनबाद: डीसी के जनता दरबार भूली की विभा कुमारी का नौ मिनट में बन गया राशन कार्ड
समाहणालय में शुक्रवार को आयोजित जनता दरबार में भूली की विभा कुमारी रोजगार, राशन और पेंशन की समस्या को लेकर डीसी उमा शंकर सिंह से मिली। विभा कुमारी जन्म से दिव्यांग है। परंतु उनकी प्रतिभा में कोई कमी नहीं है।
- दिव्यांग फरियादियों की शिकायत डीसी खुद नीचे उतरकर सुनेंगे
धनबाद। समाहणालय में शुक्रवार को आयोजित जनता दरबार में भूली की विभा कुमारी रोजगार, राशन और पेंशन की समस्या को लेकर डीसी उमा शंकर सिंह से मिली। विभा कुमारी जन्म से दिव्यांग है। परंतु उनकी प्रतिभा में कोई कमी नहीं है। उन्होंने बीटेक एवं कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की है। पिता कोलियरी में फॉरमैन के पद पर कार्यरत थे, जो रिटायर्ड कर चुके है।डीसी ने विभा की समस्या को सुनकर डीएसओ भोगेंद्र ठाकुर को राशन कार्ड बनाने का निर्देश दिया। मात्र 9 मिनट में विभा कुमारी का राशन कार्ड बन गया। नजारत उप समाहर्ता अनुज बांडो ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी। विभा की प्रतिभा को देखते हुए डीसी ने डीएमएफटी के शुभम सिंघल से कोविड कंट्रोल रूम में काम देने के लिए उनकी प्रतिभा को परखने का निर्देश दिया।
राकेश कुमार को एक महीने में मिलेगी जमीन
जनता दरबार में भौंरा के राकेश कुमार ने डीसी से मुलाकात की। वे एक्स आर्मी मैन है। उन्होंने खेती के लिए सैनिक भू-बंदोबस्ती योजना के तहत खेती करने के लिए जमीन देने की मांग की। डीसी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसी श्याम नारायण राम से इस मामले को टॉप प्रायरिटी में रखते हुए एक माह में जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।जनता दरबार में गोविंदपुर के लाल गोविंद गोस्वामी ने डीसी से कहा कि गोविंदपुर पोस्ट ऑफिस में उनका सेविंग अकाउंट है जिसमें कुछ रकम जमा है। पत्नी की मृत्यु हो चुकी है। जब वे रकम निकासी के लिए पोस्ट ऑफिस गये तो रकम की निकासी नहीं करने दिया। डीसी ने तुरंत डाक अधीक्षक से फोन पर बात की और इनकी समस्या का समाधान कर दिया।
जंगलपुर के रमजान अंसारी तथा याकूब अंसारी ने प्रधानमंत्री आवास योजना में उनके स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति का नाम जोड़े जाने की शिकायत की। कहा कि इस त्रुटि के कारण उन्हें आवास नहीं मिला है। डीसी ने मामले में नोडल पदाधिकारी को तुरंत जांच करने का निर्देश दिया। जांच के बाद एक घंटे में यह उजागर हुआ कि उनके नाम पर किसी गलत व्यक्ति को टैग कर दिया गया है। डीसी ने त्रुटि को दो दिन में ठीक कर दोनों लाभुकों को आवास देने का निर्देश दिया।जनता दरबार में डीसी से मिलने वालों में राजकुमार तांती, आर के समाद्दार, मेरी रोज टुडू, बांके बिहारी सिंह, राखी देवी, अभिनव कुमार, गोपाल प्रसाद गुप्ता, बबिता कुमारी, रमेश चंद्र गुप्ता, कल्पना भंडारी, महेश तिवारी, गया प्रसाद, निलु फ़ीना, अजय कुमार, उर्मिला देवी, मनीषा कुमारी, सीमा सिंह सहित बडी संख्या में लोग शामिल थे। अधिकतर शिकायतें सामाजिक सुरक्षा पेंशन, राशन कार्ड, जाति एवं आवासीय प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, चिकित्सा सहायता अनुदान योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, भूमि संबंधी थी।
दिव्यांग फरियादियों की डीसी स्वयं जाकर सुनेंगे शिकायत
जनता दरबार में फरियाद लेकर पहुंचने वाले दिव्यांगजनों को सीढ़ियां चढ़कर डीसी के पास पहुंचना पड़ता है। उनके इस कष्ट को देखते हुए डीसी ने निर्देश दिया कि अब हर जनता दरबार में दिव्यांगजनों के लिए समाहरणालय के बेसमेंट में बैठने का विशेष प्रबंध किया जायेगा। डीसी स्वयं वैसे शिकायतकर्ताओं से नीचे उतर कर मुलाकात करेंगे। उनकी शिकायतों को सुनेंगे और त्वरित निष्पादन करेंगे।जनता दरबार में एसी श्याम नारायण राम, निदेशक डीआरडीए संजय कुमार भगत भी उपस्थित थे।जनता दरबार में आने वाले आगंतुकों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई, सैनिटाइजर से हैंड वॉश कराया गया तथा शारीरिक दूरी का पालन कराया गया।