धनबाद: तीन डेडीकेटेड कोविड-19 हॉस्पीटल के लिए DC ने तय की समय सीमा, छह अगस्त तक शुरू हो जायेंगे, डीडीएमए की बैठक
- आईसीएमआर गाइडलाइन के अनुसार सहयोगी पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति
धनबाद। जिले में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद उमा शंकर सिंह ने व्यापक योजना तैयार की है। संक्रमित व्यक्तियों के लिए उचित उपचार को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से डीसी ने रिजनल रेलवे ट्रेनिंग इंस्टीच्युट भूली, सदर अस्पताल धनबाद तथा बीसीसीएल के भूली हॉस्पीटल को डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर (डीसीएचसी) के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया है। साथ ही सदर अस्पताल धनबाद में भी डायलिसिस सेंटर को शीघ्र क्रियान्वित करना निर्धारित है।
डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर को प्रारंभ करने के लिए डीसी ने समय सीमा भी तय कर दी है। डीसी ने बताया कि सदर अस्पताल धनबाद को दो अगस्त तक, बीसीसीएल भूली हॉस्पीटल को पांच अगस्त तक तथा रिजनल रेलवे ट्रेनिंग इंस्टीच्युट भूली को छह अगस्त तक प्रारंभ करना है।डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर को इंडियन कैंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च, नई दिल्ली (आईसीएमआर) द्वारा निर्गत दिशा-निर्देशों के तहत विकसित करने के लिए सीनीयर अफसरों एवं सहयोगी पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
रिजनल रेलवे ट्रेनिंग इंस्टीच्युट भूली के लिए विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी संदीप कुमार दोराईबुरू, सदर अस्पताल के लिए जिला आपूर्ति भोगेंद्र ठाकुर तथा बीसीसीएल के भूली हॉस्पीटल के लिए सतीश चंद्रा, जिला भू अर्जन पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया है।वरीय पदाधिकारियों को सहयोग करने के लिए रिजनल रेलवे ट्रेनिंग इंस्टीच्युट में सीओ धनबाद प्रशांत कुमार लायक, सदर अस्पताल में एक्सक्यूटिव मजिस्ट्रेट, अमर प्रसाद तथा बीसीसीएल भूली हॉस्पीटल में सुशांत मुखर्जी, एक्सक्यूटिव मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की है।
डीडीएमए की बैठक में कोरोना इलाज की वर्तमान व भविष्य की जरूरत पर चर्चा
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार (डीडीएमए) की कोविड-19 से संबंधित बैठक आयोजित की गई।बैठक में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति पर तथा स्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा की गई। साथ ही डेडिकेटेड कॉविड हेल्थ सेंटर, पीएमसीएच, कोविड 19 हॉस्पीटल (सेन्ट्रल हॉस्पीटल), डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ एवं सफाई कर्मियों का आकलन किया गया।भविष्य में संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी हॉस्पीटल में अतिरिक्त बेड़ों की सुविधा, बंद पड़े एवं पुराने कैंपस में, प्राइवेट हॉस्पीटल में कोविड-19 की सुविधा प्रदान करने के लिए भी चर्चा की गई।
प्राइवेट होटल में पेड आईसोलेशन, प्राइवेट हॉस्पीटल में डायलिसिस की सुविधा, होम आइसोलेशन की सुविधा तथा कोविड संक्रमित व्यक्ति के शव प्रबंधन पर विशेष चर्चा की गई।बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष रोबिन गोराई, एसएसपी अखिलेश बी वारियर, डीडीसी डी सी दास, एसी श्याम नारायण राम, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल 1 एवं 2 एवं अन्य अफसर उपस्थित थे।
होम कोरेंटिन का पालन नहीं करने वालों के विरुद्ध डीसी ने दिया कार्रवाई करने का आदेश
डीसी सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद, उमा शंकर सिंह ने गोविंदपुर, निरसा, झरिया तथा कलियासोल के इंसीडट कमांडर सह प्रखंड विकास पदाधिकारियों को उनके क्षेत्र में राज्य के बाहर से आने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध होम कोरेंटिन का पालन नहीं करने के कारण कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
23 जुलाई को कुमारधुबी के गणेश कुमार, मैथन के कृष्णा महतो, 25 जुलाई को गोविंदपुर के पिंटू मंडल, झरिया के सुजीत कुमार टुडू तथा ललीत कुमार विभिन्न मार्ग से बाहरी राज्यों से जिले में प्रवेश किए हैं। डीसी ने बताया कि कोविड-19 महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए यह आवश्यक है कि बाहर से आने वाले यात्रियों को 14 दिन होम कोरेंटिन में रहना है परंतु रेंडम मॉनिटरिंग के दौरान उपरोक्त पांच व्यक्ति होम कोरेंटिन में नहीं थे और घर से बाहर पाये गये। उपरोक्त व्यक्तियों के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 51 से 60 एवं आईपीसी की धारा 188 व अन्य वैधानिक प्रावधानों के अनुसार 24 घंटे के अंदर कारवाई करने का निर्देश दिया है।
झारखंड-बंगाल बोर्डर का चिरकुंडा-बराकर ब्रिज
कोरोना वायरस संक्रमण में बढ़ोतरी को देखते हुए जिला प्रशासन ने झारखंड बंगाल बोर्डर के चिरकुंडा-बराकर ब्रिज को पूरी तरह सील कर दिया है। अब बंगाल से कोई इंट्री नहीं कर सकेगा और बंगाल जा सकता है। जो लोग बंगाल से ई-पास लेकर आयें नहीं झारखंड में इंट्री कर सकेंगे। इंट्री करने वालों अब 14 दिनों तक मैथन एरिया नंबर 6 मिडिल स्कूल में क्वारेंटाइन किया जायेगा. झारखंड से बंगाल जाने के लिए मैथन के डीबुडीह चेकपोस्ट होकर ही जाना होगा।
PMCH में माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में दो डॉक्टर्स की प्रतिनियुक्ति
पीएमसीएच में कोरोना जांच की क्षमता बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी गई है। डीसी सह अध्यक्ष, धनबाद जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार उमा शंकर सिंह ने पीएमसीएच के बायोमेट्रिक एचओडी सुनील वर्मा और पैथोलॉजी एचओडी बीसी बनर्जी को पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में प्रतिनियुक्त किया है। डिपार्टमेंट को और बेहतर बनाने के लिए तीन मेंबर वाली सलाहकार समिति का गठन किया है।
डीसी ने बताया कि कोरोना वायरस की जांच क्षमता को बढ़ाने के लिए डॉ. सुनील वर्मा और डॉ. बीसी बनर्जी को पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में प्रतिनियुक्त किया है। दोनों एचओडी, माइक्रोबायोलॉजी, विनय कुमार सिंह को टेस्टिंग की रफ्तार बढ़ाने, प्रतिदिन बेहतर रिर्पोटिंग सिस्टम सुनिश्चित करने और टेस्ट रिजल्ट के बैकलॉग को दो-तीन दिन में समाप्त करने में आवश्यक तकनीकी सहयोग प्रदान करेंगे।साथ ही विनय कुमार सिंह के साथ मिलकर प्रतिदिन माइक्रोबायोलॉजी यूनिट और ट्रूनेट यूनिट के माइक्रोबायोलॉजिस्ट और लैब टेक्नीशियन के कार्य की निगरानी करेंगे। डीसी ने बताया कि माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट को और बेहतर बनाने के लिए एक सलाहकार समिति का गठन किया गया है। समिति में पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ. शैलेंद्र कुमार, एचओडी ओर्थो डॉ. डीपी भूषण और एचओडी मेडिसन डॉ. यूके ओझा को शामिल किया गया है।